गुरुग्राम। पार्षद कपिल दुआ ने बुधवार को चार आठ मरला वार्ड नंबर 20 में सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में अमर शहीद भगत सिंह पार्क का उद्घाटन किया। शहीद भगत सिंह की प्रतिमा का भी अनावरण किया। इस मौके पर गणमान्य व्यक्ति व वार्ड वासी विशेष तौर पर मौजूद रहे। पार्षद कपिल दुआ ने कहा कि शहीदों द्वारा देश की आजादी के लिए दिया गया बलिदान अहम है। उन्होंने कहा कि आज यहां पर पार्क कम सैल्फी प्वांइट भी बनाया गया है जोकि युवाओं के लिए प्रेरणा के बराबर है।

उन्होंने कहा कि 23 मार्च को तीनों महान देशभक्त सेनानी अपने देश के लिए हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर झूल गए थे। 23 मार्च 1931 की रात भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को ब्रिटिश सरकार ने फांसी दे दी थी।भगत सिंह और उनके साथी राजगुरु और सुखदेव को फांसी दिया जाना भारत के इतिहास की सबसे बड़ी एवं महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है। भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने 1928 में लाहौर में एक ब्रिटिश जूनियर पुलिस अधिकारी जॉन सॉन्डर्स को गोली मारकर बदला लिया था। इसके लिए तीनों को क्रूर ब्रिटिश सरकार ने फांसी की सजा सुनाई थी। तीनों को 23 मार्च 1931 को लाहौर सेंट्रल जेल के अंदर ही फांसी दे दी गई। इस केस में सुखदेव को भी दोषी माना गया था। सजा की तिथि 24 मार्च थी परंतु एक दिन पहले ही फांसी दे गई थी ताकि भारत के लोग किसी प्रकार की उग्र प्रदर्शन या प्रतिक्रिया व्यक्त न कर पाएं।

इस अवसर पर भंडारे का आयोजन किया गया. इस मौके पर सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

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