-बोले, नए गुरुग्राम में दिल्ली मेट्रो व रैपिड मेट्रो का हो रहा है संचालन और पुराने में एक भी नहीं

गुरुग्राम। गुडग़ांव के विधायक सुधीर सिंगला ने पुराने गुरुग्राम शहर में मेट्रो शुरू करने की मांग हरियाणा विधानसभा के सत्र में उठाई। उन्होंने कहा कि नए गुरुग्राम में तो दो-दो मेट्रो सेवाएं (दिल्ली मेट्रो व रैपिड मेट्रो) हैं, लेकिन पुराने में एक भी नहीं। जबकि पुराने गुरुग्राम से हजारों लोग रोजाना दिल्ली जाते-आते हैं। ऐसे में इस विषय पर सरकार कदम बढ़ाए और पुराने शहर की मेट्रो से कनेक्टिविटी करे।

विधायक सुधीर सिंगला ने कहा कि नये गुरुग्राम में मेट्रो कनेक्टिविटी अच्छी होने के कारण दिल्ली-एनसीआर में लोगों का आना-जाना काफी सुविधाजनक है। पुराने गुरुग्राम शहर को मेट्रो से जोडऩे के लिए या फिर यात्रियों को मेट्रो में सफर करने के लिए ऑटो, बस आदि वाहनों से मेट्रो स्टेशन तक पहुंचना पड़ता है। इससे उनका समय अधिक खराब होता है। गुरुग्राम के लोगों ने कई बार उनसे मुलाकात करके मेट्रो संचालित करने के लिए मांग उठाई है। अगर पुराने गुरुग्राम तक मेट्रो का विस्तार हो जाता है तो यहां के लाखों लोगों को बेहतर परिवहन सुविधा मिल जाएगी। साथ ही शहर में यातायात की भीड़ भी कम होगी। क्योंकि लोग मजबूरी में अपने वाहनों या फिर पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर करने को मजबूर हैं। इसलिए पुराने में मेट्रो सेवा अति आवश्यक है।

विधायक सुधीर सिंगला ने गुरुग्राम में बस स्टैंड को लेकर भी विधानसभा में मांग उठाई। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में विश्व की प्रसिद्ध मल्टीनेशनल कंपनियां और कंपनियों के मुख्यालय हैं। इस वजह से यहां देसी-विदेशी लोगों का आवागमन रहता है। गुरुग्राम शहर का मुख्य बस स्टैंड शहर के केंद्र में है। ऐसे में इस क्षेत्र में सुबह से देर रात तक जाम की स्थिति बनी रहती है। जिससे लोगों को काफी असुविधा होती है। इस जाम के कारण बसों के आवागमन में भी दिक्कत होती है और बसें लेट निकलती हैं। ऐसे में बस स्टैंड से इस जाम की समस्या को खत्म करने के लिए इंटरसिटी बनया जाए। साथ ही बस स्टैंड को शहर से बाहर की ओर बनाया जाए।

विधायक ने गुरुग्राम में अनाधिकृत कालोनियों को अधिकृत करने के लिए भी सरकार से मास्टर प्लान बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि हर इंसान की सबसे पहली जरूरत रोटी, कपड़ा और मकान होती है। हर व्यक्ति का सबसे बड़ा सपना अपना घर बनाने का होता है। जमीन, मकान खरीदते समय इंसान बहुत सी चीजों को समझ नहीं पाता। ऐसे में वह अपने जीवनभर की पूंजी को मकान खरीदने में लगा देता है। बाद में पता चलता है कि उसने अनाधिकृत जगह पर मकान, प्लाट ले लिया। गुरुग्राम में भी बहुत सी कालोनियां हैं, जो कि अनाधिकृत हैं लेकिन वहां आबादी बहुत बढ़ चुकी है। ऐसे में सरकार मास्टरप्लान लाकर इन कालोनियों को अधिकृत करे, ताकि लोगों द्वारा अपनी खून-पसीने की कमाई से बनाए गए मकान बचाए जा सकें।

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