भाजपा सांसद बृजेंद्र सिंह ने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को खुली चुनौतीपंजाब चुनाव के बाद राजनीति गर्मी हरियाणा में बढ़ती नजर आ रही भारत सारथी उचाना ( जींद ) गांव डूमरखां कलां के नेकी राम भवन में आयोजित नई सोच म्हारा भाई और हम कार्यक्रम में हिसार लोकसभा से सांसद बृजेंद्र सिंह पहुंचे। यहां युवाओं से सीधी बात कर उनकी मन की बात को सांसद ने जाना। युवाओं ने अपनी बात कार्यक्रम के माध्यम से रखी जिनमें मुख्य रूप से बढ़ रही बेरोजगारी की समस्या सामने आई। भाजपा सांसद बृजेंद्र सिंह ने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को खुली चुनौती देते हुए कहा कि उचाना हलके में जितने काम 2014 से 2019 तक हुए हैं उनका मुकाबला वो 2019 से 2023 तक होने वाले कामों में नहीं कर पाएंगे। प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नहीं है। जब लोग दोनों कार्यकालों का अवलोकन करेंगे तो साफ हो जाएगा कि 2014 से 2019 तक रिकॉर्ड तोड़ विकास उचाना हलके का हुआ। बता दें कि हलके से 2014 से 2019 तक सांसद बृजेंद्र सिंह की मां प्रेमलता यहां से विधायक थी जिनको बीते विस चुनाव में जेजेपी उम्मीद दुष्यंत चौटाला ने हराया जो आज गठबंधन की सरकार में डिप्टी सीएम है। सांसद ने कहा कि साल 2000 से लेकर 2019 तक उचाना के लोगाें का जो जन प्रतिनिधि चुनने का तरीका है उसका ट्रेंड सही नहीं है। हलके के लोगों को हिसार, सिरसा, रोहतक के लोगों से सीख लेनी की जरूरत है। 1991 से रोहतक के लोग एक ही व्यक्ति का साथ दे रहे जिनका परिणाम आज सबके सामने है तो हिसार के लोग भी एक परिवार के साथ 1967 से लेकर अब तक लगातार जुड़े हुए हैं और उस परिवार पर विश्वास बनाए हुए हैं। ऐसे ही सिरसा के लोग कर रहे हैं। उचाना नहीं बल्कि जिले के लोगों को ऐसे ही ताकत बीरेंद्र सिंह को देना का काम करना चाहिए ताकि जो लोगों के मन में है वो बात पूरी हो। बीरेंद्र सिंह को राजनीतिक रूप से मजबूत करें : बृजेंद्र सिंहसांसद बृजेंद्र सिंह ने कहा कि उचाना के लोगों ने सामंतवादी सोच के लोगों को किया सत्ता पर काबिज है जिन्होंने अपने परिवार की धज्जियां उड़ा दी है। ऐसे लोग जनता का क्या भला करेंगे। चौ. बीरेंद्र सिंह अपने 50 साल के राजनीति जीवन में कभी द्वेष की राजनीति नहीं की, दूसरे लोगाें की तरह जाति विशेष की राजनीति भी नहीं की। वो सत्ता में काफी समय तक रहे लेकिन कभी किसी के साथ द्वेष नहीं किया। हरियाणा में नई राजनीति का उदय हो चुका है। आने वाले समय में नए बदलाव होते नजर आएंगे। हमें बदलते हुए माहौल के साथ चलना होगा। हम समय के साथ नहीं बदले तो काफी पीछे रह जाएंगे। 1991 में इलाक में सत्ता आते-आते रह गई थी। इन कारणों का सबको पता है। अब सभी को चाहिए कि वो चौ. बीरेंद्र सिंह को राजनीतिक रूप से मजबूत करें ताकि क्षेत्र हमारा मजबूत हो, लोगों की जो सोच है वो पूरी हो। 25 मार्च को उचाना में कार्यक्रम करेंगे बीरेंद्रउन्होंने कहा कि 25 मार्च को जो बीरेंद्र सिंह के जन्म दिन पर उचाना में कार्यक्रम होगा वो पूरी तरह गैर राजनीतिक कार्यक्रम होगा। यह कोई रैली नहीं है बल्कि एक कार्यक्रम है जिसमें वो लोग आएंगे जिन्होंने बीते 50 साल के दौरान बीरेंद्र सिंह के साथ काम किया है। वो नेता किसी भी दल से हो किसी संस्था में हो। इसको लेकर सभी को निमंत्रण दिया जाएगा। 50 साल की राजनीति में न मेरे पिता पर और 21 साल की नौकरी में बतौर आईएएस रहते हुए उन पर कोई भी किसी तरह का लांछन नहीं लगा। नौकरी के दौरान बड़े-बड़े प्रलोभन दिए गए लेकिन वो जिस परिवार से है उस परिवार ने हमेशा ईमानदारी से काम किया है। नई सोच के पोस्टरों के साथ नजर आए भाजपा सांसदपंजाब चुनाव के बाद राजनीति गर्मी हरियाणा में बढ़ती नजर आ रही है। जो डूमरखां कलां गांव में कार्यक्रम आयोजित हुआ उसमें बैनर नई सोच म्हारा भाई और हम के पोस्ट लगे नजर आए। इन पोस्टरों में केवल बृजेंद्र सिंह की फोटो ही नजर आई। Post navigation जींद में एक मंच पर आए भूपेंद्र सिंह हुड्डा और चौधरी बीरेंद्र सिंह खेल कोटे में 3% आरक्षण खत्म करने का फैसला भी वापस लेना पडेगा – भूपेंद्र सिंह हुड्डा