फर्जी कॉल सैन्टर से ठगी करने की वारदात को दे रहे थे अन्जाम.
इसी फर्जी कॉल सैन्टर का साईबर अपराध टीम ने किया भंडाफोङ.
09 महिला आरोपियों सहित कुल 38 आरोपियों को किया गया काबू.
एक लाख 70 नकद, 27 लैपटॉप व 44 मोबाईल फोन किए बरामद

फतह सिंह उजाला  

गुरूग्राम। ऑन लाईन चाईनीज व अन्य लोन ऐप (एपलीकेशन) के  द्वारा दिए गए लोन के रुपये की रिकवरी करने के नाम पर लोन लेने वाले लोगों की न्यूड फोटो (अश्लील) के साथ एडिट करके इन फोटो को उनके जानकारों पास व्ट्सएप के माध्यम से धमकी भरे मैसेज भेजने/भेजकर वाटस्अप के माध्यम से ठगी करने की वारदात को अन्जाम देने वाले फर्जी कॉल सैन्टर का थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने किया भंडाफोङ किया है।’पुलिस टीम द्वारा कॉल सैन्टर से कुल 09 महिला आरोपियों सहित कुल 38 आरोपियों को किया गया काबू, जिनके कब्जा से कुल 01 लाख 70 हजार रुपए, 27 लैपटॉप व 44 मोबाईल फोन किए गए बरामद।’

एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने जानकारी देते बताया कि शुक्रवार  को निरीक्षक बिजेन्द्र सिंह, प्रबन्धक थाना साईबर अपराध, कोएक सुचना उद्योग विहार फेस-1 गुरुग्राम में प्लॉट नम्बर-26 के प्रथम तल पर स्थित एक कॉल सैन्टर द्वारा ऑन लाईन चाईनीज व अन्य लोन ऐप (एपलीकेशन) के द्वारा दिए गए लोन के रुपये की रिकवरी करने के नाम पर लोन लेने वाले लोगों के पास व उनके रिस्तेदारो व दोस्तो के पास धमकी भरे मैसेज, गलत व न्यूड(अश्लील) फोटो के साथ लोन लेने वाले व्यक्ति की फोटो को न्यूड (अश्लील) फोटो के साथ एडिट करके उसके व उसके जानकार, सगे सम्बंधीयो के पास वाटस्अप के माध्यम से फोटो भेज कर ठगी करने के सम्बन्ध में प्राप्त हुई। निरीक्षक बिजेन्द्र सिंह, प्रबन्धक थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए कानून की सभी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए व उक्त सूचना के बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई।

ऑन लाईन चाईनीज व अन्य लोन ऐप से ठगी
निरीक्षक बिजेन्द्र सिंह उद्योग विहार फेस-1, गुरुग्राम में प्लाँट नम्बर-26 के प्रथम तल पर पहुंचे। जहां पर निरीक्षक बिजेन्द्र सिंह की सुचना पर एसीपी साइबर क्राइम ईन्दीवर भी पहुंच गए। उसके बाद पुलिस टीम ने फर्जी कॉल सैन्टर पर ऑन लाईन चाईनीज व अन्य लोन ऐप (एपलीकेशन) के द्वारा दिए गए लोन के रुपये की रिकवरी करने के नाम पर लोगों के पास व उनके रिश्तेदारों व जानकारों के पास धमकी भरे मैसेज, गलत व न्यूड(अश्लील) फोटो के साथ लोन लेने वाले व्यक्ति की फोटो को न्यूड (अश्लील) फोटो के साथ एडिट करके उसके व उसके जानकार, सगे सम्बंन्धियों के पास व्ट्सएप के माध्यम से फोटो भेज कर ठगी कर रहे काँल सैन्टर के लङको व लङकियों के द्वारा किए जा रहे कॉल करते हुए कि विडियो बनाई गई। इसके बाद पुलिस टीम द्वारा कॉल सैन्टर पर काम करने वाले सभी लङको व लङकियों को अपनी-2 जगह पर खङे होने के लिए कहा और उनके द्वारा अपने–2 लैपटोप/डैक्सटोप व मौबाईल फोन से किए जा रहे काम को चैक किया तो पाया कि ये सभी ऑन लाईन चाईनीज व अन्य लोन ऐप (एपलीकेशन) के द्वारा लोन लेने वाले लोगों से लोन के रुपये की रिकवरी करने के नाम पर पहले लोन लेने वाले लोगो के पास फिर उनके रिश्तेदारों व जानकारों के पास धमकी भरे मैसेज, गलत व न्यूड फोटो के साथ लोन ऐप से प्राप्त लोगों के डेटा जैसे फोटो, कोनटैक्ट नम्बर, आधार कार्ड, पैन कार्ड इत्यादी को गलत तरीके से प्रयोग करके उनको ऐडिट करके या धमकी भरे या अश्लिल मैसेज लिखकर उनको भेजकर उनकी समाज में बेईज्जती का भय, डर बनाकर व उनको मानसिक प्रताङना देकर अलग-2 यूपीआई आईडी के लिंक वाटसअप के माध्यम से भेजकर रुपये वसुल करना पाया गया। लोग जब लोन भर देते है उसके पश्चात भी इसी तरह दबाब बनाकर वसुली करते रहना पाया गया और लोन भरने की तय तिथी से पहले ही ग्राहक पर दबाब बनाना शुरु कर देते है और उससे रुपये वसुलते है।

38 आरोपियों को कॉल सैन्टर से काबू’ किया 
पुलिस टीम द्वारा कॉल सेंटर के मालिक के बारे में पूछा तो कॉल सेंटर के मालिको के नाम अभिनव पुत्र जोगेन्द्र वैशिष्ट गाँव खेङी होजदारपुर थाना छुछकवास, जिला झज्जर और शान्तनु कौशिक पुत्र रजनीश कौशिक निवासी पुठ कला रोहणी, दिल्ली के तौर पर सामने आया।’ इसके साथ ही 27 अन्य आरोपी व 09 महिला आरोपी सहित कुल 38 आरोपियों को कॉल सैन्टर से काबू’ किया गया। सभी आरोपियों (09 महिला व 29 पुरुष आरोपियों) द्वारा ऑनलाईन चाईनीज व अन्य लोन ऐप (एप्लिकेशन) के द्वारा दिए गए लोन के रुपये की रिकवरी करने के नाम पर लोन लेने वाले लोगों की फोटो न्यूड (अश्लील) फोटो के साथ एडिट करके उन फोटो को उनके जानकारों पास व्ट्सएप के माध्यम से भेजने/भेजकर धमकी भरे मैसेज वाटस्अप के माध्यम से ठगी करने की वारदात को अन्जाम देने पर आरोपियों के खिलाफ थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को नियमानुसार गिरफ्ता किया गया।

फर्जी काल सेंटर के मालिक अभिनव और शान्तनु
आरोपियों से प्रारम्भिक पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि इस कॉल सैन्टर के मालिक अभिनव पुत्र जोगेन्द्र वैशिष्ट गाँव खेङी होजदारपुर थाना छुछकवास जिला झज्जर व शान्तनु कौशिक पुत्र रजनीश कौशिक निवासी पुठ कला रोहणी दिल्ली है। जिन व्यक्तियों ने लोन लिया हुआ उनकी जानकारी / लोन आई.डी व उन व्यक्तियों के फोन नम्बर व उनके फोन को हैक करके उनकी जानकारी जैसे (गैलरी में फोटो, फोन नम्बर, ईत्यादि) उक्त आरोपी ’मनीष पुत्र अवदेश कुमार निवासी दिल्ली व प्रदीप पुत्र पवन कुमार निवासी भिवानी’ उपलब्ध कराते है। जिन जानकारियों पर ये सभी मिलकर लोगों को धमकी देकर ऑन लाईन चाईनीज व अन्य लोन ऐप एप्लीकेशन व उनके प्रोडक्ट की आई.डी व अन्य ईनस्टेन्ट लोन ऐप) के द्वारा दिए गए लोन के रुपये की रिकवरी करने के नाम पर लोगों के पास व उनके रिस्तेदारों के पास धमकी भरे मैसेज, गलत व न्यूड (अश्लील) फोटो/विडोयो के साथ लोन लेने वाले व्यक्ति की फोटो को न्यूड (अश्लिल) फोटो/विडियो के साथ एडिट करके उसके व उसके जानकार, सगे सम्बन्धियों के पास व्ट्सएप के माध्यम से फोटो भेज कर दबाब बनाकर तथा भय दिखाते।

कर्मचारी को 25 प्रतिशत कमीशन भी
सभी अवैध वसुली करते है तथा वसूली के रुपए अलग-2 यूपीआई आईडी के माध्यम से प्राप्त करते है। जिनमें से कुछ यूपीआई आईडी से लिंक बैंक खाते से कैश निकाल कर प्राप्त करते और अब आरोपी हिमान्शु की यूपीआई आईडी पर रुपये ले रहे है। इस कॉल सैन्टर में काम करने वाले उक्त अन्य आरोपी कर्मचारी 25 प्रतिशत कमीशन भी प्राप्त करते है और बाकी रुपये आरोपी मनीष कुमार व प्रदीप कुमार प्राप्त करते है। पुलिस टीम द्वारा ’आरोपियों के कब्जा से कुल 01 लाख 70 हजार रुपए, 27 लैपटॉप व 44 मोबाईल फोन बरामद’ किए गए है। आरोपियों द्वारा इस कॉल सैन्टर के माध्यम से कितने लोगों को शिकार बनाया गया, उनसे कितने रुपयों की ठगी की गई है, कितने दिनों से इस कॉल सैन्टर को चला रहे है तथा अन्य किसी स्थान पर इनके द्वारा किसी और कॉल सैन्टर पर इस प्रकार की ठगी की वारदातों को अन्जाम दिया जा रहा है। इसके बारे में पुलिस टीम द्वारा आरोपियों से गहतापूर्वक पूछताछ की जा रही है। 

गुरुग्राम पुलिस का लोगों को सुझाव/अपील:-

श्रीमती आस्था मोदी IPS पुलिस उपायुक्त मुख्यालय, गुरुग्राम ने मीडिया के माध्यम से आमजन को सुझाव देते हुए/जागरूक करते हुए कहा है कि लोग इस प्रकार की एप्लिकेशन को यूज ना करें और किसी भी ऐप की वैधानिकता की पूर्ण जांच किए बिना उस पर आवेदन ना करें और अपनी कोई भी जानकारी सांझा ना करें, क्योकि इस प्रकार के लोन देने वाले आपको गलत मैसेज/फोटो/वीडियो भेजकर आपको मानसिक परेशानी व आर्थिक नुकसान पहुँचा सकते है साथ ही श्रीमती पुलिस उपायुक्त महोदया मुख्यालय ने यह भी कहा कि यदि किसी के साथ इस प्रकार से वसूली की गई है तो वो गुरुग्राम पुलिस को अवश्य सूचित करें।पीड़ित थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम या श्री इंदीवर, सहायक पुलिस आयुक्त, साईबर अपराध के कार्यालय में आकर सूचना/शिकायत दे सकते है। गुरुग्राम पुलिस आपकी सेवा में सदैव (24X7) तत्पर है।

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