सोहना बाबू सिंगला

नगर परिषद विभाग द्वारा लोगों की प्रॉपर्टी आईडी को लेकर याशिका कंपनी द्वारा सर्वे कराया गया था जिसमें विभाग द्वारा लाखों रुपए की राशि का ठेका दिया गया लेकिन ठेके द्वारा करवाया गया सर्वे में गड़बड़ी होने के चलते लोगों के मकानों की आईडी ठीक प्रकार से ना होने के कारण लोगों को इसका खामियाजा उठाना पड़ रहा लोग अपने मकान दुकान आदि स्थानों की प्रॉपर्टी आईडी को रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए परेशान व दुखी हो रहे हैं.

लोगों को संबंधित आईडी रिकॉर्ड में दर्ज करवाने के लिए दस्तावेज एकत्रित करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जबकि नगर परिषद विभाग द्वारा प्रॉपर्टी आईडी की सर्वे कराने वाले ठेकेदार के प्रति ऐसी कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई जिससे कि उसके खिलाफ कोई कार्रवाई की जा सके जिसका खामियाजा आम नागरिकों को नगर परिषद विभाग में पहुंचकर रिकॉर्ड में अपने नाम आईडी कराने के लिए धक्के खाने को मजबूर हो रहे हैं गलत प्रॉपर्टी आईडी की सर्वे कंपनी वाले करते हैं नुकसान और परेशानी समय की बर्बादी भवन मालिकों को उठानी पड़ रही है इतना ही नहीं नगर परिषद विभाग में कार्य कर रहे कर्मचारी अधिकारी लापरवाही के चलते कंपनी द्वारा दिए गए प्रॉपर्टी आईडी के सर्वे के दौरान कोई ध्यान नहीं दिया गया जिसका नुकसान अब लोगों को उठाना पड़ रहा है नगर परिषद विभाग के अंतर्गत आने वाले वार्ड में कैंप लगाकर प्रॉपर्टी आईडी को ठीक करने का काम कर रहे हैं लेकिन लोगों को अपने दस्तावेज इकट्ठे करने में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

नगर परिषद विभाग में कार्य कर रहे अधिकारीगण लोगों की समस्या के प्रति गंभीर ना होकर समाधान कराने में पूरी तरह से विफल साबित हो रहे हैं जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जी का प्रयास रहा है कि लोगों को अपने निजी कार्य कराने के लिए घर बैठकर ही कंप्यूटर के माध्यम से ऑनलाइन कार्य करें लेकिन हमारे नगर परिषद विभाग में लोगों को होने वाली परेशानी के प्रति अधिकारीगण गहरी नींद में सोए रहते हैं लोगों के कार्य समय पर ना होने पर धक्के खाने को मजबूर होना पड़ता है आम नागरिकों ने सरकार व प्रशासन से मांग करते हुए कहा है कि विभाग के रिकॉर्ड अनुसार ही पहले की भांति ही दर्ज रहे जिससे कि लोगों को परेशानी का सामना ना उठाना पड़े

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