गाँव झाड़सा में मकानों की तोड़फोड़ के विरोध में किया प्रर्दशन।
राज्यपाल के नाम निगमायुक्त के माध्यम से भेजा ज्ञापन।
गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला की उपस्थिति में सौंपा ज्ञापन।
निगम आयुक्त ने सारे मामले की तहक़ीक़ात कराने का दिया आश्वासन।
निगम आयुक्त ने आगे भी गांवों में तोड़फोड़ ना करने का दिया आश्वासन।

गुरुग्राम, 28 फ़रवरी,2022 – संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष एवं जिला बार एसोसिएशन गुरुग्राम के पूर्व प्रधान चौधरी संतोख सिंह ने बताया कि गाँव झाड़सा में मकानों की तोड़फोड़ के विरोध में पंचायत की गई।पंचायत की अध्यक्षता रणधीर सिंह ठाकरान ने की।पंचायत में गाँव झाड़सा के 36 बिरादरी तथा सभी राजनैतिक दलों के गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए तथा मकानों की तोड़फोड़ की कड़ी निंदा की गई।उसके बाद ग्रामीण इकट्ठा होकर महेंद्र सिंह ठाकरान अध्यक्ष सर्वखाप झाड़सा 360 गाँव,चौधरी संतोख सिंह,राजबीर ठाकरान,प्रदीप जेलदार,राजेन्द्र सिंह गहलोत,पार्षद हेमंत सेन,सोनू ठाकरान,सुरेन्द्र ठाकरान,कुलदीप शौक़ीन तथा पंडित सत्यनारायण आदि के नेतृत्व में नगर निगम गुरुग्राम के कार्यालय पहुँचे तथा मकानों की तोड़फोड़ के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की और आयुक्त नगर निगम गुरुग्राम के माध्यम से गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला की उपस्थिति में राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।इस अवसर पर सूबे सिंह बोहरा तथा नरेश सहरावत भी मौजूद थे।

गाँव झाड़सा सैकड़ों वर्षों से बसा हुआ है और पीढ़ी दर पीढ़ी समस्त निवासीगण अपना-अपना मकान बनाकर रह रहे हैं।गांवों में मकान बनाने के लिए कोई भी नक़्शा पास करवाने का प्रावधान ना था तथा ना ही प्रॉपर्टी टैक्स,डेवलपमेंट चार्ज तथा पानी के बिलों का प्रावधान था।

गाँव झाड़सा वर्ष 2008 में नगर निगम गुरुग्राम में सम्मिलित कर लिया गया।गाँव झाड़सा को निगम क्षेत्र में शामिल करने से पहले कोई भी शहरी सुविधाएँ उपलब्ध नहीं करवाई गई थी तथा जो भी विकास कार्य गाँव में हुए थे, वो सभी ग्राम पंचायत ने करवाए थे।जब गाँव झाड़सा को निगम क्षेत्र में शामिल किया गया उस वक़्त गाँव में भवन निर्माण,पुनर्निर्माण,मरम्मत इत्यादि के लिए कोई भी नक़्शा पास करवाने का प्रावधान ना था तथा ना ही प्रॉपर्टी टैक्स,डेवलपमेंट चार्ज तथा पानी के बिलों का प्रावधान था।

यहाँ यह उल्लेखनीय है कि गाँव झाड़सा की ज़मीन पहले ही सरकार द्वारा अधिग्रहित की जा चुकी है।गाँव झाड़सा की अरबों खरबों रूपये की सभी संपत्तियां,ज़मीन जायदाद तथा ग्राम पंचायत झाड़सा का रुपया पहले ही नगर निगम ले चुका है।

यहाँ यह भी विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि नगर निगम गुरुग्राम क्षेत्र में आने वाले सभी गांवों की अरबों खरबों रूपये की सभी संपत्तियां,ज़मीन जायदाद तथा ग्राम पंचायतों का रुपया पहले ही नगर निगम ले चुका है।

गाँव झाड़सा आबादी देह तथा गाँव झाड़सा की कॉलोनियों में जब भी कोई निवासी भवन निर्माण,पुनर्निर्माण,मरम्मत इत्यादि करता है,तो नगर निगम के अधिकारी अकारण ही ग्राम वासियों को नोटिस भेजते हैं तथा बाद में मकानों की तोड़फोड़ करके प्रताड़ित करते हैं,जिसके कारण ग्रामवासियों को लाखों का नुक़सान होता है।नगर निगम गुरुग्राम ग्राम वासियों को प्रॉपर्टी टैक्स तथा डेवलपमेंट चार्ज नोटिस भी भेज रहा है तथा प्रॉपर्टी टैक्स ओर डेवलपमेंट चार्ज जमा न कराने पर रिहायशी मकानों पर सील लगा देता है,जिससे ग्रामवासी अपने मकान में भी नहीं रह सकते।

ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि गाँव झाड़सा तथा नगर निगम गुरुग्राम क्षेत्र के गांवों में मकानों की तोड़फोड़ बर्दास्त नहीं की जाएगी।

इस अवसर पर निगम आयुक्त गुरुग्राम ने पंचायत के सदस्यों को आश्वासन दिया कि वो पूरे मामले की तहक़ीक़ात करेंगे तथा गाँव में कोई भी तोड़फोड़ नहीं होगी।

इस अवसर पर महा सिंह ठाकरान,नंबरदार जयसिंह ठाकरान,हरीश ठाकरान ,रिटायर्ड एसीपी स्वरूप सिंह ठाकरान,राज सिंह किलहोड,ब्रह्म प्रकाश राठी,रमेश शौक़ीन,विरेंद्र तेवतिया,सुल्तान सिंह गहलोत,संदीप ठकरान,नफ़े सिंह,ईश्वरसिंह ठाकरान,ओमप्रकाश ठाकरान,जगबीर सिंह, कप्तान सिंह तथा सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।

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