फायरिंग के समय मौके पर गांव की युवति ने किया था विरोध. घटना की गंभीरता को देखते, हत्यारों से दूर भाग गई युवती. जिस समय परमजीत को गोली मारी युवती कर रही थी बात फतह सिंह उजालापटोदी । गांव खोड में बीते शुक्रवार को हुए हत्याकांड के बाद पटौदी थाना पुलिस सहित आधा दर्जन पुलिस टीमें हत्यारों की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश देने के साथ-साथ उनकी तलाश में जुटी हुई है। इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि हमलावरों के द्वारा दो नहीं तीन लोगों की हत्या भी की जा सकती थी ? लेकिन जिस समय परमजीत को घेरकर हमलावरों के द्वारा ताबड़तोड़ गोलियां दागी गई , उसी समय परमजीत से बात कर रही युवति के द्वारा विरोध भी किया गया था। लेकिन हमलावरों के द्वारा विरोध करने वाली युवती पर हथियार तानने के बाद वह युवती मामले की गंभीरता को देखते हुए अपनी जान बचाते हुए मौके से सरपट दौड़ कर पास के ही एक घर में चली गई। अन्यथा इस बात से इंकार नहीं की हमलावर युवती को भी अपना निशाना बना सकते थे । गांव खोड़ के ही रहने वाले पूर्व जिला पार्षद परमजीत ठाकरान और उसके बड़े भाई सुजीत ठाकरान पर हमलावरों के द्वारा ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड को आपसी पुरानी रंजिश और गैंगवार के तौर पर भी देखा जा रहा है। पुलिस की विभिन्न टीमें हत्याकांड को सुलझाने के लिए सभी एंगल से जांच करते हुए हमलावर को दबोचने के लिए सक्रिय है। फिलहाल यह बात रहस्य ही बनी हुई है कि हथियारबंद हमलावरों के द्वारा ही दोनों भाइयों की गोलियां मारकर हत्या की गई या इनके साथ और भी लोग वारदात को अंजाम देने के लिए गांव में पहुंचे थे। यह सब खुलासा हत्यारों की गिरफ्तारी और पुलिस जांच के बाद ही आ सकेगा। सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि हमलावर बाइक पर सवार होकर गांव में पहुंचे, इन बाइक सवार हमलावरों के द्वारा ही परमजीत को उस वक्त गोलियों से भून दिया गया जब वह पंचायत घर के बाहर युवती के साथ कुछ बात कर रहा था। परमजीत के बड़े भाई सुजीत पर उस वक्त जानलेवा हमला किया गया जब वह घर के बाहर बैठा समाचार पत्र पढ़ रहा था। गोलियां चलने की आवाज सुनकर आस पड़ोस के लोग अपने अपने घरों से बाहर निकले। तब तक हमलावर वारदात को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए। ताबड़तोड़ की गई फायरिंग कि यह पूरी घटना सीसीटीवी में भी कैद हो गई है। सीसीटीवी में देखा जा सकता है कि हमलावर जिनकी संख्या 5 से 6 के बीच में बताई गई , सभी पैदल ही चलते हुए पंचायत घर के पास पहुंचे। जहां परमजीत बाहर सड़क पर ही बात कर रहा था, उसे घेरकर गोलियां मार दी। जैसे ही परमजीत और उसके भाई सुजीत पर फायरिंग किया जाने की आवाज लोगों ने सुनी तो यह देखा गया कि परमजीत पंचायत घर की दीवार के पास ही बेसुध पड़ा हुआ था। जिस समय इस वारदात को अंजाम दिया गया सड़क मार्ग पर गांव के ही लोगों का आवागमन भी हो रहा था। कुछ लोग अपने घरों के बाहर भी खड़े हुए थे। हमलावर इतने बेखौफ थे कि उनमंे किसी का भी किसी भी प्रकार का डर और भय दिखाई नहीं दिया । गांव खोड में दो भाइयों पर गोलियां बरसाने की घटना की सूचना पुलिस को दी गई। इसके बाद में सीआईए फरुखनगर सेक्टर 31 और 32, पटौदी थाना पुलिस के अलावा डीसीपी मानेसर मनवीर सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे और मौके का मुआयना करते हुए घटना के बारे में जानकारी प्राप्त की। सूत्रों के मुताबिक दोनों भाइयों परमजीत और सुजीत पर हमलावरों के द्वारा 30 से 40 राउंड फायर किए गए । कथित रूप से परमजीत के सिर में गोलियां दागी गई , जिसके बाद वह मौके पर ही बेसुध होकर गिर गया था। पुलिस के द्वारा घटनास्थल से बड़ी संख्या में गोलियों के खाली खोल बरामद किए गए हैं । हमलावरों के द्वारा जिस तरीके से वारदात को अंजाम दिया गया उसे देखते हुए ऐसा महसूस किया जा रहा है कि हमलावर शार्प शूटर भी थे, वहीं निशाना साध बिलकुल पास से ही गोलियां मारी गई।, इतना ही नहीं गोलियां लगने के बाद बेसुध होकर गिरे परमजीत पर हमलावरों के द्वारा एक के बाद एक गोलियां दागी गई। वारदात को अंजाम देकर सभी हमलावर मौके फरार हो गए । पटौदी थाना हत्यारों के खिलाफ मुकदमा गांव खोड में दो भाइयों पर की गई फायरिंग और उनकी मौत के मामले में पटोदी थाना में अजीत पुत्र सुमेर सिंह की शिकायत पर नाम दज मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस को दी शिकायत में अजीत पुत्र सुमेर सिंह ने कहा है कि उसका भाई परमजीत गांव में ही धर्मवीर नंबरदार के घर के सामने पंचायत घर में अन्य सदस्यों के साथ बैठा हुआ था । उसी दौरान गांव का अजय पुत्र धर्मवीर , रोहित पुत्र सुनील, संदीप गोरियावास, दिनेश पुत्र धर्मवीर, धर्मेंद्र सरपंच मुशेदपुर, दिनेश उर्फ गंगा राम पुत्र राजाराम मोटरसाइकिल तथा स्कॉर्पियो में सवार होकर पहुंचे। इन सभी के पास हाथों में पिस्तौल मौजूद थी । उपरोक्त लोगों ने आते ही परमजीत पर अंधाधुंध गोलियां चलाना शुरू कर दिया । वही अजय पुत्र धर्मवीर, धर्मेंद्र सरपंच मुशेदपुर, दिनेश उर्फ गंगाराम, रोहित पुत्र सुनील, दिनेश पुत्र धर्मवीर ने कहा की परमजीत के बड़े भाई को उसके घर पर जाकर गोली मारो । हमलावरों की बातों को सुनकर तथा परमजीत को बेसंुध गिरा हुआ देखकर वह अपने घर की तरफ दौड़ा। तो देखा कि उसके भाई सुजीत पर संदीप गोरियावास, दिनेश पुत्र धर्मवीर, रोहित अन्य पिस्तौल से गोलियां मार रहे थे। गोलियों की आवाज सुनकर चाची राजो देवी तथा पिता सुमेर सिंह हमें बचाओ हमें बचाओ कहते हुए जोर से चिल्ला रहे थे । पुलिस में दी गई शिकायत में अजीत पुत्र सुमेर सिंह ने आरोप लगाया है कि धनपत निवासी धनोरा भतीजा जस्सू व उसके लड़के के कहने पर ही उसके भाई परमजीत और सुजीत पर प्लानिंग के तहत गोलियां मारी गई। पटौदी थाना पुलिस के द्वारा मृतकों के भाई अजीत के द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर उपरोक्त नामित सभी हमलावरों के खिलाफ हत्या, शस्त्र अधिनियम व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। Post navigation शहीद आजाद जैसा आत्म बलिदान का जुनून प्रत्येक युवा में हो: जरावता गांव महचाना में एसटीपी के सिंचाई प्रोजेक्ट के खिलाफ गोलबंदी