विवेकानंद स्कूल सेक्टर-7 के प्रांगण में 1931 को वीरगति प्राप्त हुए अमर शहीद चंद्रशेखर आज़ाद जी के शहीदी दिवस को आज 91 साल बाद पहली बार मनाया गया वो भी एक इवेंट के रूप में जिसकी जिम्मेदारी भाजपा के किसान सैल के ऊपर थी तो सवाल उठता है कि क्या चन्द्रशेखर आज़ाद जी केवल किसान मोर्चे तक ही सीमित थे ? भाजपा ने दावा तो यह किया गया था कि हर घर से वंदेमातरम गूँजेगा परन्तु भारत माता की जय और वंदेमातरम के नारों को गुंजायमान करके अपनी राष्ट्रवादिता दर्शाने वाले भाजपाई स्वम् ही वक़ीमचन्द चटोउपाध्यय द्वारा लिखित गीत वंदेमातरम गाना भूल गए जी हाँ उन्हें याद ही नहीं रहा और एक बार फिर भाजपाइयों ने अपने अधूरे ज्ञान के कारण शहीदों का अपमान कर डाला ।यहाँ तक कि मुख्यातिथि विधायक श्री सुधीर सिंगला जी के पास कार्यक्रम के लिए समय तक नहीं था वह कुछ क्षण ठहरे और बगैर दो शब्द बोले ही वहां से चले गए क्या यह अपमान नहीं समझा जाएगा जब्कि समूचे हरियाणा को चलाने वाले खट्टर साहब गुरुग्राम में टिके रहने के बहाने तलाशते रहते हैं छोटे से उद्घाटन कार्य को करने के लिए भी रुक जाते हैं तो क्या विधायक महोदय उनसे भी अधिक जिम्मेवरियों का निर्वहण कर रहे हैं ? ताज्जुब की बात तो यह रही कि चंद कदमों की दूरी पर रहने वाली भाजपा की जिलाध्यक्षया भी कार्यक्रम स्थल पर नहीं पहुंची और इससे अधिक हद तो तब हो गई जब वहाँ मौजूद कुछ निर्लजों ने शहीदों की शान कार्यक्रम के बीच में ही मोदी जी के मन की बात सुनने के लिए कह डाला खैर चर्चा-ए-फाजिहतें तो अनेक हुई मगर हमारा काम किसी को ऊँचा उठाना है नीचे गिराना नहीं मगर जब उन्होंने तय कर लिया है तो क्या करे – शर्म आनी चाहिए भाजपा को चले हैं शहीदों का सम्मान करने और वंदेमातरम तक याद नहीं आता ? तरविंदर सैनी ( माईकल ) वार्ड संयोजक आम आदमी पार्टी गुरुग्राम अनुसार भाजपा के अच्छे दिन समाप्ति की ओर चल दिए हैं लगता है उनके अनीतिगत निर्णयों से परेशान जनता की हाय लग गई है उसे ! भारत माता भी उनसे रुष्ट हो गई लगता हैं उनके छद्म राष्ट्रवादीता के स्वांग को देख-देखकर – हुआ यूँ कि आज ढोरका गाँव के सरपंच द्वारा आयोजित एक सार्वजनिक स्थान पर किए गए कार्यक्रम में ध्वजारोहण किया जाना था प्रदेशाध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ जी द्वारा. मगर देश के तिरँगे झँडे ने फहरने से इनकार कर दिया और फिर उसके बाद पाइप निकाल नीचे लाकर झँडे की गाँठ खोलकर फहराया जा सका अब इसे अपमान नहीं तो क्या कहें ? इधर प्रदेशाध्यक्ष अपनी फाजिहत समझ रहे होंगें भाजपा पदाधिकारी अपनी मगर इनका न उनका अपमानित हुए हैं देश के वीर शहीद और देश का तिरँगा झंडा !इसलिए भविष्य में भाजपा को राष्ट्रवादिता दिखाने के इवेंट करने से पहले राष्ट्रवादिता के बारे में सीख लेना चाहिए ! जय भारत माता की जय संविधान वंदेमातरम Post navigation विधायक सुधीर सिंगला ने बच्चों को पोलियोरोधी दवा की खुराक पिलाकर किया पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ चंद्रशेखर आजाद केवल नाम नहीं आजादी का विचार था : जीएल शर्मा