मंगलवार को सीपी कला रामचंद्रन पहुंची चिंतल पैराडिसो सोसाइटी.
निवासियों में नाराजगी, बिल्डर की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई अभी तक.
यहां पर अभी भी हरपल हजारों लोगों की जिंदगी पर बना हुआ खतरा.
सीपी ने दिया आश्वासन कि कानून के अनुसार ही की जाएगी कार्रवाई

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम । देश की राजधानी के दक्षिणी दिल्ली के साथ लगते हाई राइज बिल्डिंग के लिए मशहूर साइबर सिटी गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेसवे के निकट चिंटल पैराडिसो सोसायटी हादसे के 13 दिन बाद भी एफआईआर में नाम दज बिल्डर सहित अन्य लोगों की गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर स्थानीय निवासियों में पुलिस प्रशासन के खिलाफ बनारस उभर कर सामने आया। मंगलवार को गुरुग्राम की पुलिस कमिश्नर श्रीमती कला रामचंद्रन चिंटल पराड़िसो सोसाइटी के पीड़ितों और यहां रहने वाले लोगों से मिलने के लिए तथा उनकी परेशानियां जानने के लिए पहुंची थी। सोसाइटी के निवासियों और पुलिस कमिश्नर के बीच हादसे के घटनाक्रम और उसके बाद विभिन्न स्तर पर की जा रही जांच को लेकर विस्तार से चर्चा भी हुई। इस बीच पुलिस प्रशासन और सोसाइटी के निवासियों की तरफ से राकेश हुड्डा और सोनम अरोड़ा को इस बात के लिए अधिकृत किया गया कि दोनों पक्षों के बीच जो भी बातचीत होगी, उसका दोनों के द्वारा ही आदान प्रदान किया जाएगा।

बिल्डर गिरफ्तार होना बहुत जरूरी
इस मौके पर स्थानीय निवासी सोनम अरोड़ा ने दो टूक शब्दों में स्पष्ट रूप से कहा कि पुलिस जांच पर  भरोसा नहीं है। उन्होंने सवाल किया हादसे के 13 दिन बीत जाने के बाद भी ऐसा क्या कारण है कि पुलिस प्रशासन आरोपी बिल्डर सहित अन्य लोगों को गिरफ्तार नहीं कर रहा है ? उन्होंने कहा कि सबसे पहले बिल्डर की गिरफ्तारी होना बहुत जरूरी है । आज भी यहां सोसाइटी में हजारों लोग डर के साए में रह रहे हैं, कब और क्या हादसा फिर से हो जाए ? यह डर हर समय बना हुआ है। हजारों लोगों की जिंदगी पर अभी भी खतरा मंडरा रहा है। राकेश हुड्डा ने कहा कि जांच पुलिस प्रशासन की हो या फिर सीबीआई के द्वारा की जाए। जो भी जांच की जाए, वह कोर्ट की देखरेख में ही होनी चाहिए। उन्होंने भी इस बात पर हैरानी व्यक्त करते सवाल उठाया कि आखिर बिल्डर को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा है। दूसरी ओर सोनम अरोड़ा ने रोष भरे शब्दों में कहा कि 2-4 मौत होने से बिल्डर या फिर सरकार पर कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है !

 हादसे में जो मौत , वह हत्या ही है 
 हादसे में जो मौत हुई हैं, वास्तव में वह एक प्रकार से हत्या ही है । चिंटल पैराडिसों सोसाइटी मामले में 2-2 एफ आई आर दर्ज होने के बाद भी किसी भी आरोपी की अभी तक गिरफ्तारी नहीं होना, पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर अपने आप ही प्रश्नचिन्ह बनता जा रहा है। जबकि  आरोपियों के खिलाफ संगीन और गैर जमानती धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज किए गए हैं।स्थानीय निवासी केवल और केवल सीबीआई के द्वारा ही इस पूरे घटनाक्रम की जांच करवाना चाहते हैं। हरियाणा सरकार को बिना किसी देरी के चिंटल पैराडिसों सोसाइटी हादसे की जांच सीबीआई को सौंप देनी चाहिए और सबसे महत्वपूर्ण यह है कि यह जांच भी सक्षम कोर्ट की देखरेख में होनी चाहिए ।

सैंपल एफएसएल लैब मधुबन  भेजे गए
मंगलवार को पुलिस कमिश्नर कला रामचंद्रन ने सोसाइटी में पहुंचकर स्थानीय निवासियों के साथ विस्तार पूर्वक बातचीत में अवगत करवाया की गुरुग्राम पुलिस सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए जांच कर रही है और इस हादसे की वैज्ञानिक तरीके से और एविडेंस बेस्ड पॉलिसी के अनुसार ही जांच की जाएगी । एकत्रित किए गए साक्ष्यों के आधार पर कानून में प्रावधान के अनुसार आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई अवश्य ही जाएगी । उन्होंने बताया बिल्डिंग के गिरे हुए सभी 6 सलैब व कंक्रीट के सैंपल एफएसएल लैब मधुबन जांच के लिए भेजे गए थे। वहां पर लोहे के सरिए की जांच नहीं होने के कारण सरिये के सैंपल एनआईटी कुरुक्षेत्र जांच के लिए भेजे जाएंगे। एनआईटी कुरुक्षेत्र की टीम जल्द ही सैंपल लेने के लिए पहुंचेगी।

सैंपल निवासियों की मौजूदगी में ही कलेक्ट 
पुलिस द्वारा की जा रही तफ्तीश और जांच सहित इस मामले में सोसाइटी निवासियों के बीच जानकारी का आदान प्रदान करने के लिए सोसाइटी के अध्यक्ष राकेश हुड्डा और सचिव सोनम अरोड़ा को अधिकृत किया गया है। पुलिस कमिश्नर कला रामचंद्रन के समक्ष सोसाइटी के निवासियों ने यह भी मांग रखी है कि कंक्रीट सरिया व अन्य मलबे के सैंपल उनकी मौजूदगी में ही कलेक्ट किए जाएं । इस बात के लिए सीपी कला रामचंद्रन ने सोसायटी के लोगों को आश्वासन दिया है कि सैंपल सोसाइटी के निवासियों की मौजूदगी में ही कलेक्ट किए जाएंगे। इस मौके पर डीसीपी वेस्ट दीपक सहारण, एसीपी राजीव यादव, डीटीपी आर एस बाट अन्य अधिकारी तथा सोसाइटी के प्रबुद्ध निवासी भी मौजूद रहे। 

error: Content is protected !!