रविदास मंदिर में मेयर मधु आजाद के बिना नहीं हुआ संत रविदास का दीप प्रज्जवलन

जिला मुख्यालय स्तर पर जैकमपुरा रविदास मंदिर में हुआ आयोजित संत रविदास जयंती कार्यक्रम
पटौदी के एमएलए रहे मुख्य अतिथि

भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक

गुरुग्राम। आज संत रविदास जयंती है। गुरुग्राम में चहुंओर बहुत कार्यक्रम संत रविदास की 645वीं जयंती मनाने के लिए किए गए। एक मुख्य कार्यक्रम, मुख्य इसलिए कि वह जिला प्रशासन द्वारा मनाया गया था, जिसमें मुख्य अतिथि पटौदी के विधायक व भाजपा के प्रदेश महामंत्री सत्यप्रकाश जरावता रहे। कार्यक्रम में कबीर भवन, वाल्मीकि मंदिर व अन्य कई संस्थाओं के सदस्य शिरकत कर रहे थे। कारण शायद यही रहा होगा कि यह प्रशासनिक कार्यक्रम है और प्रशासन ने सभी को आमंत्रित किया होगा।

कार्यक्रम का समय प्रात: 11 बजे निर्धारित किया गया था। मंदिर में आजकल निर्माण कार्य चल रहा है। अत: शायद स्थान अभाव के कारण उपस्थित लोगों की संख्या 3-4 सौ से अधिक दिखाई नहीं दे रही थी। मुख्य अतिथि जरावता के आने पर संत रविदास मंदिर के अध्यक्ष व उपस्थित सभी लोगों ने उनका अच्छा स्वागत किया। उन्होंने सर्वप्रथम संत रविदास के चरण स्पर्श किए और फिर मंच पर आसीन हो गए। मंच पर आसीन होने पर फिर उनका स्वागत कार्यक्रम चला।

किसी ने समुदाय से कहा कि संत रविदास जी की प्रतिमा दीप प्रज्जवलित सर्वप्रथम कर दो, उसके बाद कार्यक्रम शुरू कर दो। इस पर मंच पर उपस्थित मेयर मधु आजाद के पति व मंदिर के अधिकारियों ने कहा कि अभी मेयर मधु आजाद को आना है, वह आएंगी तो दीप प्रज्जवलित किया जाएगा। इससे पूर्व इसी प्रकार कार्यक्रम चलता रहा। लगभग 12 बजे मेयर आईं और फिर मेयर के साथ मुख्य अतिथि और पर्यावरण सचिव नवीन गोयल ने दीप प्रज्जवलित किया। उसके बाद कार्यक्रम आरंभ हुआ।

कार्यक्रम में अक्सर देखा जाता है कि मुख्य अतिथि कार्यक्रम में अंत में अपने उद्गार प्रस्तुत करता है लेकिन यहां सर्वप्रथम मुख्य अतिथि का अभिभाषण हुआ। कारण यह बताया गया कि मुख्य अतिथि को अन्य कार्यक्रमों में भी जाना है।मुख्य अतिथि सत्यप्रकाश जरावता भी क्या खूब बोले। ऐसा लगता था कि जैसे वह पूर्ण रूप से भावुक हो गए हैं और अपनी 20-25 साल पुरानी यादों में खो गए हैं। बताने लगे कि किस-किस प्रकार उन्होंने इस मंदिर व सैक्टर-4 स्थित अंबेडकर भवन के लिए संघर्ष किए हैं और वहां उन्होंने उपस्थित अधिकांश लोगों को नाम से पुकारा। यहां तक कि एक व्यक्ति जो कोने में पीछे कुर्सी पर बैठा था, उसकी तरफ देखकर बोले कि मैं इनका नाम तो नहीं जानता लेकिन 25 वर्ष से इन्हें अपने हर कार्यक्रम में देख रहा हूं। उन्होंने अशोक आजाद को अपना बड़ा भाई बताया। उनके वक्तव्य से ऐसा कोई आभास नजर नहीं आया कि उन्हें मेयर का इंतजार करने का कोई ध्यान दिया है।लेकिन समझने वालों का कहना है कि मंझे हुए नेताओं की भाषा भी अलग होती है।

उन्होंने जमकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा सरकार की तारीफ की तथा कहा कि कई कार्यक्रमों में तो मेरा निमंत्रण है लेकिन यहां जो आनंद मुझे बोलने में आया है, वह लाजवाब है, पुरानी यादें ताजा हो रही हैं। उन्होंने एक बात कहीं कि मैं अपने भाइयों के लिए रात-दिन जो मेरे से हो सकता है, उसे करने के लिए तैयार हूं। पहले तो सरकारों से कहना पड़ता था लेकिन अब तो सीधे मुख्यमंत्री से कहकर काम कराए जा सकते हैं।

एमएलए एडवोकेट जरावता ने कहा कि संत रविदास ने जीवन भर समाज में फैली कुरीति जैसे जात पात के अंत के लिए काम किया।उन्होंने सदैव काम को महत्व दिया और गंगा स्नान के लिए कहा कि मन चंगा तो कठौती में गंगा। उन्होने कहा कि गुरू रविदास ने जो समाज हित के कार्य किए थे, उनको हमेशा याद रखा जाएगा। वहीं उनके द्वारा दिखाए गए पदचिन्हों का अनुसरण करते हुए समाज में फैली बुराइयों और समाज की कुरुतियों को दूर किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सीएम  मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व  में संत श्री रविदास जी की शिक्षा व  उनके विचारों को आदर्श मानते हुए दलित समाज के उत्थान के लिए पूर्ण रूप से प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि सीएम मनोहर लाल के मार्गदर्शन में आज पूरे प्रदेश में  गुरु रविदास, संत कबीरदास, श्री वाल्मीकि जयंती व बाबा साहब अम्बेडकर की जयंती धूमधाम से मनाई जाती है। जिला स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में नगर निगम गुरुग्राम की महापौर श्रीमती मधु आजाद, गुरूग्राम के नगराधीश दर्शन यादव, जिला कल्याण अधिकारी राकेश कुमार, निगम पार्षद रजनी शाहनी, भाजपा नेता नवीन गोयल व श्री गुरु रवि दास सभा गुरुग्राम के सदस्य भी उपस्थित रहे।

You May Have Missed

error: Content is protected !!