सीएम सिटी में महापड़ाव, अब सीएम के पाले में ही गेंद !

आंगनवाड़ी वर्कर एवं हेल्परों का धरना डीसी ऑफिस पर 72वें दिन भी जारी.
करनाल महापड़ाव में 40 हजार के करीब आंगनवाड़ी वर्कर एवं हेल्पर पहुंची.
गुरुग्राम से भी सैकड़ों आंगनवाड़ी वर्कर-हेल्पर सीएम सिटी करनाल पहुंची

फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम ।
 आंगनवाड़ी वर्कर एवं हेल्परों का धरना गुरुग्राम डीसी ऑफिस के सामने 72वें दिन भी जारी रहा। बुधवार के धरने की अध्यक्षता संतोष शर्मा जिला प्रधान व संचालन जिला सह सचिव रानी ने किया।  धरने को सीटू जिला के सचिव मेजर प्रजापति आंगनवाड़ी वर्कर एंड हेल्पर यूनियन की वरिष्ठ नेता शारदा देवीआदि ने सम्बोधित करते हुए कहा आंगनवाड़ी की बहनों ने 14 फरवरी से करनाल में महापड़ाव डाल दिया है। इस पड़ाव में प्रदेश भर से 40 हजार के करीब आंगनवाड़ी वर्कर एवं हेल्पर पहुंची। यह पड़ाव डाला तो आंगनवाड़ी वर्कर-हेल्परों ने अपनी मर्जी से है, लेकिन इसको उठाएगा मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर। जब मांगों का समाधान हो जाएगा यह पड़ाव उठ जाएगा।

सुशील ने बताया कि अब प्रदेशभर की आंगनवाड़ी की बहनें बारी बारीसे 4-4, 5-5 जिलों से इस महापड़ाव में करनाल में जाती रहेगी। गुरुग्राम से ’सतवंती, आशा, कमलेश, मूर्ति, पूनम, कृष्णा, ऊषा, शकुन्तला, रोशनी, पतासो, सुदेश, राजकुमारी, सरोज, सुदेश देवी, पीनी, राजकुमारी, पुष्पा, बोहती, सावित्री, लाजवंती, निर्मला, जयपति, सुदेश, मूर्ति, बिमल, कमला, बीरमति, राजकुमारी, शालू, प्रवीण, सुमन, जयपति, सुनीता, लक्ष्मी सीमा, पूनम, सरोज, कृष्णा, किताबो, राजेश देवी, दर्शना, मुकेश, कमला सहित सैकड़ों आंगनवाड़ी वर्कर-हेल्पर करनाल पहुंची थी और बाकी की बची हुई बहनें गुरुग्राम धरने पर बैठी। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम में फिर से मोर्चा लग गया। गुरुग्राम जिले  की वर्कर-हेल्पर डीसी ऑफिस गुरुग्राम  में धरना लगाकर बैठी । सरला ने कहा कि हरियाणा सरकार स्कीम वर्करों पर तानाशाही थोपना चाहती है और सरकारी कर्मचारी न होते हुए भी एस्मा लगाने की बात कर रही है । लेकिन आंगनवाड़ी वर्कर वह हेल्पर को पक्का नहीं कर सकती। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार आंगनवाड़ी व हेल्परो  की मांगों के प्रति मौन बनी हुई है और जानबूझकर मानी गई मांगों को लागू नहीं कर रही। जिस कारण हमें मजबूरीवश आंदोलन करने पड़ रहे हैं। इसलिए आंगनवाड़ी वर्कर व हेल्पर रोको करनाल में प्रदर्शन व पड़ाव डालना पड़ा।

एक कदम भी पीछे हटाने वाली नहीं      
उन्होंने बताया कि ’प्रदेश सरकार पूरी तरह से बौखलाई हुई है और इसी बौखलाहट में हमें टर्मिनेशन व एस्मा का डर दिखाकर तानाशाही पर उतर आई है। लेकिन हम प्रदेश सरकार की नीतियों को अच्छी तरह से समझ चुकी हैं।’ सरकार चाहती है कि आंदोलन लम्बा चलता रहे , ताकि ये थक-हार कर अपने-आप पीछे हट जाए। लेकिन हम सरकार को बता देना चाहती हैं कि अब हम एक कदम भी पीछे हटाने वाली नहीं है जब तक मांगों का समाधान नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा।

लड़ाई जीतकर ही वापिस लौटेंगी
आंगनवाड़ी यूनियन की नेताओं ने कहा कि 0-6 साल के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं जिनके लिए पोषण व स्वास्थ्य की देखभाल आइसीडीएस विभाग के तहत वर्कर्स और हेल्पर्स करती है। उक्त सेवाएं ’सरकार की वादाखिलाफी व हठधर्मिता के कारण’ बुरे तरीके से प्रभावित हैं। लेकिन सरकार को इसक कोई चिंता नहीं है। आंगनवाड़ी वर्कर-हेल्परों ने कहा कि हम हमारी लड़ाई जीतकर ही वापिस लौटेंगी। सरकार हमारी मांगों का चाहे एक दिन में समाधान कर दे या एक साल में, अब हमारा पड़ाव मुख्यमंत्री आवास पर ही पर्मानेंट लगेगा। बुधवार के धरने में बबीता पूनम रानी गीता फूलवती सुशील, सुशीला, सरोज, रोशनी, शशि आदि शामिल हुई।

You May Have Missed

error: Content is protected !!