हमले की जिम्मेदारी भारतीय नेतृत्व को भी लेनी चाहिए
पूछा जाना चाहिए कि पुलवामा का सच अभी तक सामने क्यों नही आया ?
साथ ही इस फोटो को भी याद रखा जाना चाहिए ….साहेब के लिए क्या ज़रूरी था

अशोक कुमार कौशिक 

पुलवामा हमले से भाजपा की डूबती नैया को सहारा मिला था। 14 फरवरी के दिन ये हमला हुआ था। पुलवामा हमले की जिम्मेदारी जैश ए मोहम्मद नामक संगठन ने ली। लेकिन मेरा मानना है कि इस हमले की जिम्मेदारी भारतीय नेतृत्व को भी लेनी चाहिए थी क्योंकि लाखो करोड़ के रक्षा एवम गृह बजट,, इंटेलीजेंस एवम संशाधनों के बाद भी इतना बड़ा हमला हुआ।अगर सरकार गम्भीर होती तो पाकिस्तान के साथ हर तरह के सम्बन्धो को कम भी कर सकती थीं आतंकी संगठनों के हौसले पस्त हो जाते। लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ। रक्षा सलाहकार अजीत डोवाल के लड़के का बिजनेस पार्टनर एक पाकिस्तानी आतंकवादी एवम एक सऊदी अरब का आतंकवादी है। उनकी फर्म पर आतंकी संगठनों को फंडिंग के इल्जाम भी लगे हैं। सिर्फ कड़ी निंदा हुई। अंततः भाजपा 2019 में भी सफल हुई। कई एजेंसियों का मानना था कि पुलवामा ने भाजपा को सहारा दिया】

पर जो इन शहीदों के बलिदान को जिन्होंने सत्ता के आने के लिए प्रयोग किया…उनसे पूछा जाना चाहिए कि पुलवामा का सच अभी तक सामने क्यों नही आया …?

*बताया जाना चाहिए कि जवानों की शहादत के लिए कौन लोग जिम्मेदार थे*बताया जाना चाहिए कि उतने सेफ जोन में 30 किलो RDX भारी कार कैसे घूम रही थी…?*बताया जाना चाहिए कि जवानों के मूवमेंट की खबर आखिर उनतक इतनी सटीक कैसे पहुंची…?*बताया जाना चाहिए कि एयर लिफ्ट की उनके मांग को किस कारण नही माना गया….?

पर ये सवाल पूछने की हिम्मत बिके हुए या डरे हुए गोदी मीडिया में नही और ना ही रीढ़ बिहीन अंधभक्ति में चूर मोदी भक्तों में है….

सचेत और देश के सही मायने में ख्याल रखने वाले कुछेक हम आप जैसे संवेदनशील लोगो मे ही है…

साथ ही इस फोटो को भी याद रखा जाना चाहिए ….साहेब के लिए क्या ज़रूरी था
तो पूछिये ….

दो हज़ार मुसलमानों को मारने के प्रसाद के रूप में सत्ता मिली तो उन्होंने कोरोना में अपनी लापरवाही या हनक या जानबूझकर कर लाखों हिन्दू मार दिए ! 

कुछ मुसलमानों का कारोबार और घर तबाह होना आपको अच्छा लगा था, इन्होंने आपकी सनक का फायदा उठाकर लाखों हिन्दुओं के घर बर्बाद कर दिए ! 

एक मस्जिद तोड़कर मंदिर बनाने के लिए अपने इन्हें सत्ता सौंपी, इन्होंने सैकड़ो मंदिर अयोध्या और बनारस में तोड़ डाले, आपके हज़ारों करोड़ का चंदा खा गए ! 

आपको लगा था कि 5 साल में दस करोड़ रोज़गार देंगे, जितना देने को कहा था उससे ज़्यादा रोज़गार छीन चुके हैं ! 

आप कावंड़ ढोये तो आपके ऊपर फूल बरसाया गया आपके पाँव दबाए गए लेकिन नोकरी माँगी तो दौड़ा दौड़ा कर पीटे गए ! 

कहा था कि देश नहीं बिकने दूँगा, पता कीजिये कि अब तक देश में ऐसी कौन सी चीज बची हुई है जो बेचने की लिस्ट में शामिल नहीं है!

कहा था देश की रक्षा करेंगे, पता कीजिये कि बार्डर पर सिपाहियों के मारे जाने की संख्या पहले से घटी है या बढ़ी है ! 
ये भी पता कीजिये कि चाइना और नेपाल कैसे घुड़की दे दे कर घुसते चला आ रहे हैं, और इस घुसपैठ को तस्लीम तक नहीं किया जा रहा है ! और तो और कड़ी निंदा तक की हिम्मत नहीं हो रही है ! 

पता कीजिये कि पुलवामा में मारे गये लोगों के परिजनों को सरकारी मुआवज़ा मिला कि नहीं और इसकी जाँच कहाँ तक पहुँची, वोट तो आपने इसके बाद भी दिया ही था न ! 

पता कीजिये कि दुबई, मॉरीशस और सिंगापुर में कितनी फ़र्ज़ी कंपनियां खुलीं और उनके ज़रिये कितने घोटाले हुए ! 

ये भी पता कीजिये कि सत्ता समर्थित उद्योगपतियों की दौलत में इस दौर में कितना इज़ाफ़ा हुआ और देश की जनता कितना बर्बाद हुई ! 

हो सके तो ये भी पता कीजिये कि महाबली ने अपनी हुकूमत के दौरान कितना क़र्ज़ लिया, कितना डीज़ल और पेट्रोल से कमाए और इन्हें कहाँ खर्च किया ! 

कितना नशीला पदार्थ देश में आया और इसमें कौन कौन शामिल हैं, ये तो कभी शायद ही मालूम पड़े ! 

हां मुल्ले ज़रूर टाइट हैं, कुछ सैकड़ा तो आपकी पागलपंथी का शिकार भी हुए, कुछ आपके मनोरोग को सहलाने के लिए जेलों में ठूंस दिए गए हैं। 

लेकिन ये भी देखिये की जिन संवैधानिक संस्थाओं का टेंटुआ दबाया गया है उनका नुकसान मुसलमानों के साथ साथ और किस किस को होगा ! 

लिस्ट लंबी हो जाएगी लेकिन इतना और पता कर लीजिए कि महाबली की सरकार ने ऐसा क्या क्या किया है जिससे आपको एक व्यक्ति, समुदाय या नागरिक के रूप में लाभ भी हुआ हो !

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