धर्मपाल वर्मा

चंडीगढ़ – अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस के नेता राहुल गांधी आज पंजाब के दौरे पर हैं वे एक बड़ी चुनावी सभा को संबोधित करेंगे ।आज वह पंजाब में कांग्रेस के मुख्यमंत्री चेहरे का ऐलान कर सकते हैं और ऐसा माना जा रहा है कि पिछले विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में जो फार्मूला मुख्यमंत्री बनाने का अप्लाई किया गया था राहुल गांधी एक बार फिर उसी फार्मूले पर काम करते हुए मुख्यमंत्री चेहरे के दो नाम प्रस्तुत करने वाले है। लोग यह मानकर चल रहे हैं कि श्री राहुल गांधी यह ऐलान करके जाएंगे कि पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनने की स्थिति में पहले ढाई साल मौजूदा विधायक मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री रहेगे‌‌ ,शेष के ढाई साल नवजोत सिंह सिद्धू।

पंजाब में गिद्दड़बाहा, मानसा, संगरूर ,लोक सभा क्षेत्र के धुरी और अमृतसर ईस्ट की तरह कपूरथला जिले का फगवाड़ा रिजर्व विधानसभा क्षेत्र भी हॉट सीट कहा जाने लगा है। फग्गू दा वाड़ा से फगवाड़ा कहे जाने वाले इस रिजर्व हल्के को हॉट माने जाने का एक कारण यह भी है कि जहां कांग्रेस 2019 उपचुनाव में जीती इस सीट को अपने लोकप्रिय उम्मीदवार बलविंदर सिंह धालीवाल के दम पर जीती हुई सीट मानकर चल रही है वही हाईकमान मे श्री धारीवाल की अच्छी पकड़ का मतदाताओं में जो निर्णायक सकारात्मक संदेश है उससे चुनाव के प्रतिद्वंदी भी चिंतित है । उपचुनाव में कांग्रेस की टिकट पर कई बार फगवाड़ा से चुनाव जीते कैबिनेट मंत्री रहे जोगिंदर सिंह मान की टिकट काटकर बलविंदर सिंह धालीवाल को दी गई और वे बड़े अंतर से चुनाव जीत गए तो इसे हलके के लोगों ने एक बड़ा टर्निंग प्वाइंट मान लिया है और राजनीति के पर्यवेक्षक अब यह मानकर चल रहे हैं कि बेशक पहले यहां भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीतती रही है लेकिन अब कांग्रेस के पास बलविंदर धालीवाल के रूप में ऐसे उम्मीदवार का आगमन हो गया है जो स्थिति को संभालने में सक्षम है और भविष्य में फगवाड़ा को कांग्रेस काके मजबूत गढ़ के रूप में देखा जाएगा। फगवाड़ा में यह आम मान्यता है कि बेशक 4‌ नामवर प्रतिद्वंदी चुनाव में जीत हासिल करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं ‌परंतु यहां आसपास के हलकों में भी यह चर्चा है कि फगवाड़ा में सब दलों ने अपने-अपने मजबूत उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं परंतु हालात कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में हैं और ऐसा लगता है कि कांग्रेस यहां आरंभिक दिनों की तरह फिर अपना पुराना वैभव प्राप्त करते हुए लगातार दूसरी बार चुनाव जीतने की स्थिति में आ रही है ।

लगता है श्री धालीवाल बहुत भाग्यशाली व्यक्ति हैं जो 2019 में पहली बार चुनाव में उत्तरे और पहला ही चुनाव जीत गए और इस समय जो उम्मीदवार उनके सामने हैं उनकी परिस्थितियां ,उनकी कमजोरियां भी उनके लिए वरदान साबित होती नजर आ रही हैं। राष्ट्रीय दल भारतीय जनता पार्टी ने भी न केवल एक बाहरी उम्मीदवार के रूप में विजय सांपला को मैदान में उतारा है बल्कि उनको प्राथमिकता देकर यहां पहले चुनाव लड़ चुके, विधायक रह चुके उम्मीदवारों की नाराजगी भी मोल ले ली है ।जहां तक बसपा और शिरोमणि अकाली दल के साझे उम्मीदवार का सवाल है ,उनका दारोमदार दलित मतदाताओं पर है जिन की पहली पसंद कांग्रेस के उम्मीदवार बलविंदर धालीवाल माने जा रहे हैं ।

यहां प्रबुद्ध व्यक्ति धड़ल्ले से एक बात कहते हैं कि बलविंदर धारीवाल के कारण फगवाड़ा की सीट निश्चित तौर पर कांग्रेस के खाते में जाएगी। धालीवाल की जीत को लेकर न केवल हाईकमान विश्वस्त है बल्कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की रुचि भी बलविंदर धारीवाल की जीत में इसलिए है कि वे उन्हें अपना मजबूत साथी मान कर चलते हैं। पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनने का वक्त आएगा और बलविंदर सिंह धालीवाल विजयश्री प्राप्त कर चुके होंगे तो उनका कैबिनेट में होना स्वाभाविक माना जा रहा है। जहां तक चुनाव का सवाल है, इसमें प्रबंध का सवाल है ,श्री धालीवाल के परिवार के सब लोग चुनाव की सारी व्यवस्था को जानते और समझते हैं उपचुनाव में जीत में उनका चुनावी प्रबंधन भी गजब का रहा ।यहां कर्मचारी वर्ग के मतदाता ही नहीं, व्यापार में लगे लोग भी इस विचार के हैं कि इन उम्मीदवारों में सबसे सक्षम बलविंदर धालीवाल इसलिए है कि उन्होंने पिछले ढाई 3 साल में अपनी कार्यक्षमता ,राजनीतिक कौशल और अनुभव का परिचय दिया है। वह प्रशासनिक अधिकारी रहे‌ हैं ।समस्याओं को जानते हैं , और यहां की सभी समस्याओं के समाधान से भी अवगत हैं।

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