बजट मंहगाई बढाने वाला, उद्योगपतियों की जेब भरने वाला मोदी का बजट. मंहगाई, बेरोजगारी, किसानों और स्वास्थ्य सेवाओं का नही रखा गया ध्यान. रक्षा खर्च बढाना चाहिए, शायद सरकार को देश के जवानों की परवाह नही फतह सिंह उजाला गुरूग्राम। केंद्रीय वित्त मन्त्री सीता रमण ने देश के समक्ष बीजेपी सरकार का बजट पेश किया जोकि आम आदमी, किसान, मजदूर की जेब खाली करने वाला बजट है और इस बजट से मंहगाई बढेगी और उद्दोगपतियों की जेब भरेगी। इस बजट में मध्यम वर्ग का बिल्कुल भी ध्यान नही दिया गया जो कि देश में सबसे ज्यादा टैक्स भरते हैं। साथ ही इस बजट मे अर्थव्यवस्था में सुधार एवं रोजगार पर कोई फोकस तो रहा ही नही किसानों और स्वास्थ्य सेवाओं को भी अनदेखा किया है। उक्त बातें पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देेते हुए कही। कैप्टन अजय सिंह ने कहा कि देश की महंगाई को तो वित्त मंत्री भूल ही गई। महंगाई को काबू पाने के लिए सरकार क्या कदम उठाएगी। वहीं बजट में रक्षा खर्च बढाना चाहिए था लेकिन शायद सरकार को देश के जवानों की परवाह नही है। भाजपा को सिर्फ अपने पंूजीपति दोस्तों से प्यार है और रेल, एल आई सी, बीएसएनएल, एयरपोर्ट सभी को बेचना आता है। किसानों की आय दोगुनी होनी थी, जवाब नहीपूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि पिछले 7 साल में केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा दोगुना हो गया है। इस बजट के बाद यह घाटा और बढने वाला है। बजट में रोजगार के नए आंकडे पेश किए गए हैं परंतु इसकी कोई ठोस कार्ययोजना नही बनाई है। इसका हश्र भी 2 करोड रोजगार प्रतिवर्ष के वायदे जैसा ही होगा। यादव ने कहा कि रियल स्टेट में इतनी मंदी है, उनके मकान नही बिक रहे उसके लिए भी कुछ कदम उठाने चाहिए कुछ लोन पर अच्छी स्कीम सरकार को देनी चाहिए। इसके अलावा सोलर पर ज्यादा से ज्यादा सबसीडी देनी चाहिए थी। ताकि बिजली की पूर्ति हो सके। यादव ने कहा कि किसानों को बहूत उम्मीद थी कि उनके न्यूतम समर्थन मूल्य की ओर ध्यान दिया जाएगा और 2022 में किसानों की आय दोगुनी होनी थी उसके लिए सरकार ने कोई जवाब नही दिया। इस बजट के बाद किसानों के हाथ पहले की तरह खाली रहे गए। दूसरी तरफ मोदी सरकार के बजट में देश के करोडों प्रतिभावन छात्र-छात्राओं के लिए कुछ भी नही है। न ही कहीं सस्ती शिक्षा की बात है न ही शिक्षित युवाओं के लिए नौकरियों की। स्वास्थ्य सेवाओं को कुछ नही दियाइसके अलावा अभी हाल ही में हुई कोरोना महामारी ने पोल खोल दी की हमारी स्वास्थ्य सेवाओं की क्या स्थिती है। उसके बावजूद भी इस बजट में स्वास्थ्य सेवाओं को कुछ नही दिया। लॉकडाउन में जिन लाखों लोगों के रोजगार छिन गए थे उनके लिए बजट में कोई प्रावधान नही किया गया । नौकरी पेशा लोगों को टैक्स स्लैब में कोई छूट नही दी गई है। इसलिए यह कह सकते हैं कि यह बजट दिशाहीन, निराश और अप्रगतिशील बजट है। श्री यादव ने कहा कि हरियाणा प्रदेश की हिस्से में तो कुछ आया ही नही है। भाजपा को सिर्फ चुनाव दिखाई देते हैं, चुनाव के समय में तो लंबे चौडे वायदे कर लेते हैं लेकिन वोट लेने के बाद प्रदेश का भूल जाते हैं। Post navigation सर्व समावेशी और देश की आकांक्षाओं का है बजट : जीएल शर्मा आम बजट में कर्मचारियों को झुनझुना: कुलदीप जांघू