कोविड की हिदायत का पालन करे – पंजाबी बिरादरी महा संगठन की जनमानस से आध्यात्मिक तरीक़े से प्रार्थना ॥

तेरा साईं तुझमें, ज्यों पहुपन में बास, कस्तूरी का हिरन ज्यों, फिर-फिर ढूंढत घास—

अर्थात् : भगवान सब में विराजित हैं – जैसे फूलों में सुगंध तथा हिरन की नाभि में कस्तूरी रहती है परन्तु वह उसको घास में ढूंढता है | यही विडंबना हमारी है |

गुरूग्राम, 17 जनवरी। मानव शरीर दुर्लभ, इसके लिए देवता भी तरसते है | निसंदेह, हमारे जीवन की गाड़ी भगवान ही चला रहे है | परन्तु हमें संभलना पड़ेगा | हमें अशुभ से तथा गलत धारणाओं से बचना होगा | विशेष रूप से इस जीवन को रक्षित और सुरक्षित रखने हेतु समय की पुकार को परमात्मा की आवाज के रूप में मानना पड़ेगा |

अगर हम यह सोचते रहे कि मेरी मृत्यु निश्चित है तो मुझे कोई बचा नहीं सकता, अभी मेरा जीना तय है तो कोई मार नहीं सकता | इस प्रकार की सोच हमें निर्भय और आशावादी तो जरुर बनाती है , पर उसका मतलब यह नही कि हमारे भले के लिए निर्धारित परहेज और हिदायतों को हम ना अपनाएँ या अपने जीवन को स्वस्थ और सुरक्षित रखने के लिए उचित कदम न उठायें | आज पुन: कोरोना काल में ये बातें और प्रासंगिक है | अपनी जिम्मेदारियों को अच्छी तरह से निभाते रहे तो वही योग है (गीता) |

अत: जहाँ बीमार – वही उपचार से पूर्व हम सचेत हो जाएँ तथा कोरोना से बचने के लिए निर्धारित मापदण्डों को अपनाएँ – मास्क का प्रयोग – दो गज की दूरी – टीकाकरण, इसके साथ ही अनावश्यक बाहर न जाना, इनको सख्ती से अपनाना है |

आज पंजाबी बिरादरी महा संगठन के सदस्यों ने “घर घर दस्तस्क मुहिम” कर 1500 N-95 मास्क वितरित कर लोगों को अहतियात बरतने का संदेश दिया। इस सेवा में सर्वश्री कंवर भान वधवा, राम लाल ग्रोवर, रमेश चुटानी, अनिल कुमार, प्यारे लाल वर्मा, सुभाष गांधी, सुभाष डूडेजा, हरीश गाबा, सुभाष नागपल, जय गोपाल ग्रोवर, लेखराज चावला और विकास आर्य, राज कुमार कथूरिया, ओ पी कमरा नरिंदर कथूरिया, अर्जुन नासा और ओ पी कालरा आदि ने सहयोग दिया।

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