नगर निगम कार्यालय में जनता से मिलने के समय की होगी पूर्ण पालना

– नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने दिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश
– प्रत्येक मंजिल पर वेटिंग एरिया एवं सिक्योरिटी गार्ड की तैनाती की जाएगी सुनिश्चित
– अधिकारी प्रतिदिन 11 से 12 बजे तक का समय आमजन से मिलने के लिए रखेंगे सुरक्षित
– अधिकारियों एवं कर्मचारियों को गले में टांगना होगा आईडी कार्ड, निगमायुक्त ने सभी के आईडी कार्ड बनवाने के दिए निर्देश

गुरूग्राम, 4 जनवरी। नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने मंगलवार को सभी अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में कहा कि नगर निगम कार्यालयों में आने वाली जनता से मिलने एवं उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए निर्धारित समय की पूर्ण पालना सुनिश्चित की जाए।

उन्होंने कहा कि आम जनता से मिलने एवं उनकी समस्याएं सुनने के लिए प्रतिदिन 11 बजे से 12 बजे तक का समय निर्धारित किया हुआ है। अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि वे इस समय के दौरान अपने कार्यालयों में उपस्थित रहें। अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि मिलने वाला व्यक्ति उनकी ब्रांच में किसी कलर्क या अन्य कर्मचारी से मिलने की बजाए सीधे अधिकारी से ही मिले। उन्होंने सैक्टर-34 स्थित निगम कार्यालय की प्रत्येक मंजिल पर वेटिंग एरिया एवं सिक्योरिटी गार्ड की तैनाती करने के निर्देश भी दिए। इसके साथ ही इस प्रकार की व्यवस्था सिविल अस्पताल के सामने स्थित कार्यालय, सैक्टर-42 कार्यालय तथा सैक्टर-39 कार्यालय में भी की जाए।  निगमायुक्त ने यह भी निर्देश दिए कि सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की नेम प्लेट होनी चाहिए तथा उनके गले में उनका आईडी कार्ड टंगा होना चाहिए। निगमायुक्त ने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के आईडी कार्ड बनवाने के निर्देश एडीशनल म्यूनिसिपल कमिशनर रोहताश बिश्नोई को दिए। इसके साथ ही कार्यालय में कोविड-19 से बचाव की के दोनों टीके लगे हुए व्यक्तियों को ही प्रवेश की अनुमति होगी।

निगमायुक्त ने कहा कि जिस भी अधिकारी एवं कर्मचारी को जिस काम की जिम्मेदारी सौंपी गई है, वह उसे पूरी ईमानदारी एवं सत्यनिष्ठा से करे। काम को लंबित नहीं रखा जाना चाहिए। अगर कोई कर्मचारी काम में कोताही बरतता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। निगमायुक्त ने तीन वरिष्ठ अधिकारियों की कमेटी बनाकर विभिन्न कार्यालयों में पड़े कबाड़ आदि को 7 दिन में डिस्पॉज ऑफ करने के निर्देश भी दिए। यह कमेटी कार्यालयों में पड़े बेकार सामान का मुआयना करके मरम्मत होने लायक सामान की मरम्मत करवाने सहित बेकार सामान को डिस्पॉज ऑफ करने की कार्रवाई करेगी। जल्द ही तीन अधिकारियों की एक कमेटी का गठन किया जाएगा।

You May Have Missed

error: Content is protected !!