हादसे के लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार, डाडम में हो रहा है हजारों करोड़ का घोटाला- हुड्डा
डाडम माइनिंग घोटाले की न्यायिक जांच करवाए सरकार- हुड्डा
भर्ती घोटाले को संरक्षण नहीं तो जांच से क्यों भाग रही है सरकार- हुड्डा
शराब पीने की उम्र घटाने से नशे की तरफ बढ़ेंगे युवा- हुड्डा
डीएपी के बाद यूरिया की किल्लत झेल रहे हैं किसान- हुड्डा

1 जनवरी, रोहतकः पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने डाडम माइनिंग हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने मृतक मजदूरों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग भी उठाई है। पूरे हादसे के लिए बीजेपी जेजेपी सरकार जिम्मेदार है। हुड्डा का कहना है कि डाडम माइनिंग जोन में हजारों करोड रुपए का घोटाला हुआ है। सुप्रीम कोर्ट तक इस मामले पर गंभीर टिप्पणी कर चुका है। इस क्षेत्र में नियमों को ताक पर रखकर अवैध खनन किया जा रहा है। लेकिन सरकार इसकी निष्पक्ष जांच नहीं करवा रही है। विपक्ष की मांग है कि पूरे घोटाले की न्यायिक जांच होनी चाहिए। हुड्डा आज चिड़ी गांव में शहीद हवलदार रामकिशन की मूर्ति का अनावरण करने पहुंचे थे। इसके अलावा उन्होंने हर साल की तरह इस बार भी नए साल के मौके पर किलोई के मढ़ाक धाम के आयोजित होने वाले भंडारे व खेल प्रतियोगिताओं में भी शिरकत की। और प्रदेश वासियों को नए साल की शुभकामनाएं दी।

इसके बाद रोहतक में पत्रकारों से बातचीत करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भर्ती घोटाले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सरकार घोटालेबाजों को संरक्षण दे रही है। सवाल उठता है कि अगर घोटालेबाजों को सरकार का संरक्षण नहीं है तो फिर मामले की जांच क्यों नहीं करवाई जा रही। यह देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी झेल रहे युवाओं के साथ बड़ा अन्याय है। सरकार लगातार प्रदेश के युवाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है। एक तरफ प्राइवेट नौकरियों में 75% आरक्षण का जुमला उछाला जाता है तो दूसरी तरफ हरियाणा डोमिसाइल के लिए 15 साल की मियाद को घटाकर 5 वर्ष कर दिया जाता है। स्पष्ट है कि इससे प्रदेश के युवाओं को फायदा होने के बजाय नुकसान होगा। दूसरी तरफ बुजुर्गो से भी मान सम्मान के रूप में दी जाने वाली पेंशन को 5100 देने का वायदा था ।वायदा पूरा करना तो दूर उनका यह सहारा भी छीना जा रहा है।

उन्होंने शराब पीने की उम्र घटाए जाने के फैसले को भी युवाओं के लिए नुकसानदेह बताया। हुड्डा ने कहा कि भयंकर बेरोजगारी और सरकार की कुनीतियों के चलते युवाओं को रोजगार मिल नहीं मिल रहा है। ऐसे में वह नशे और अपराध की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। यही वजह है कि प्रदेश में लगातार नशा और अपराध बढ़ता जा रहा है। हालात यह हो गए हैं कि अखबार की 20 में से 18 खबरें अपराध से जुड़ी होती हैं। कांग्रेस कार्यकाल के दौरान युवाओं को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए योजनाएं बनाई गई थीं। लेकिन मौजूदा सरकार युवाओं को नशे व अपराध की तरफ धकेलने की योजनाओं पर काम कर रही है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज प्रदेश की जनता के सामने अनगिनत समस्याएं खड़ी हैं। लेकिन बीजेपी-जेजेपी सरकार सच्चाई से मुंह फेर रही है। डीएपी के बाद किसानों को यूरिया की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है लेकिन सरकार दावा कर रही है कि खाद की कोई कमी नहीं है। अगर कोई कमी नहीं है तो फिर किसानों और बहन-बेटियों को लंबी-लंबी कतारों में क्यों खड़ा होना पड़ रहा है? सरकार किसानों को पैक्स से खाद खरीदने के लिए कह रही है, जहां पर उन्हें हर कट्टे के साथ दवाई भी बेची जा रही है, जिसकी उन्हें जरूरत तक नहीं है। सरकार किसानों को ना खाद मुहैया करवा पा रही है और ना ही एमएसपी दे रही है। इस सीजन में बाजरा किसानों के साथ भावांतर भरपाई योजना के नाम पर जो खिलवाड़ हुआ, वह सबके सामने है। किसानों को 700-750 रुपये प्रति क्विंटल का घाटा उठाना पड़ा।

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