कितलाना टोल पर सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ अन्य शहीदों और नागालैंड में मारे गए निर्दोष मजदूरों को 2 मिनट का मौन रखकर दी श्रद्धांजलि चरखी दादरी जयवीर फोगाट 10 दिसम्बर,नए राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी के लिए अधिग्रहित भूमि पर कब्जा लेने के दौरान दादरी जिले के खातीवास के किसानों को हिरासत में लिए जाने पर कितलाना टोल अध्यक्ष मंडल ने कड़ा ऐतराज जता सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सत्ताधारी खातीवास के ग्रामीणों को अकेला समझने की गलती ना करें। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों से अविलंब बातचीत कर उन्हें वाजिब मुआवजा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में संयुक्त किसान मोर्चा पूरी तरह से किसानों के साथ खड़ा है और किसी भी ज्यादती को सहन नहीं करेंगे। इससे पहले कितलाना टोल पर तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे में जान गवानें वाले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ अन्य शहीदों और नागालैंड में मारे गए मजदूरों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। वक्ताओं ने कहा कि होनहार उच्च सैन्य अधिकारी सीडीएस जनरल बिपिन रावत व अन्य सक्षम अधिकारियों का इस तरह दुर्घटना में काल के ग्रास में समा जाने से देश को अपूर्णीय क्षति हुई है। कितलाना टोल पर धरने के 349वें दिन सांगवान खाप चालीस से नरसिंह सांगवान डीपीई, फोगाट खाप से राजपाल फोगाट, सर्वजातीय श्योराण खाप पच्चीस से बिजेन्द्र बेरला, किसान सभा से ईशवर दातोली, चौ० छोटूराम डा० भीमराव अम्बेडकर मंच से गंगाराम श्योराण, जाटू खाप से मास्टर राजसिंह जताई, चौगामा खाप से राजबीर बोहरा, पंवार खाप से बलवन्त सिंह रानीला, युवा कल्याण संगठन से कमल सिंह प्रधान, रिटायर्ड कर्मचारी संघ से रामकुमार ढिल्लो, महिला किसान मोर्चा से सुशीला घनघस, रतनी डोहकी, बिमला कितलाना व निम्बो डोहकी आदि ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि शनिवार को कितलाना टोल पर धरने का जोरशोर से समापन किया जाएगा और आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वालों को सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर किसान सभा से कामरेड ओमप्रकाश, मास्टर ताराचन्द चरखी, सुरजभान सांगवान, सुरेन्द्र कुब्जानगर, रणधीर घिकाड़ा, जगदीश हुई, राजकुमार हड़ोदी, रणधीर कुंगड़, जागेराम डीपीई, बलबीर सिंह बजाड़, शमशेर सांगवान, शब्बीर हुसैन, रामफल देशवाल, महाबीर प्रधान रानीला, कप्तान चन्दनसिंह , सुबेदार सतबीर सिंह, समुन्द्र सिंह धायल, सत्यवान कालूवाला, जयपाल जांगड़ा, अमित सांगवान घिकाड़ा, रमेश शर्मा सहित अनेक किसान नेता शामिल थे। Post navigation किसानों की जमीन हथिया रही सरकार : किरण चौधरी क्षणभंगुर वस्तुओं के लिए “मन, वचन, कर्म” को बिगाड़ लेते हैं : कंवर साहेब जी