आरोपी की पहचान रविंद्र कुमार निवासी करावल नगर दिल्ली के रूप में हुई.

जिस मोबाइल के द्वारा दी सूचना, वह मोबाइल भी बोल रहा है स्विच ऑफ

पुलिस रेवाड़ी जंक्शन स्टेशन सहित आसपास के सीसीटीवी भी खंगाल रही

शनिवार को बालाजी मंदिर जाने के लिए कह कर घर से निकला था युवक

फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । अजमेर से दिल्ली के बीच चलने वाली 12016 शताब्दी एक्सप्रेस के कोच नंबर 06171 में बम रखे होने की सूचना देने वाले आरोपी की पुलिस के द्वारा तलाश अभी भी जारी है । आरोपी के खिलाफ जीआरपी थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर रामफल की शिकायत पर, गुरुग्राम जीआरपी थाना में ही भारतीय दंड संहिता की धारा 124ं ए तथा 505 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है । गुरुग्राम जीआरपी थाना प्रभारी रामफल ने बताया कि आरोपी की  तलाश के लिए रेवाड़ी रेलवे जंक्शन और आसपास में लगे हुए सीसीटीवी कैमरा की फुटेज की भी जांच की जा रही है । क्योंकि आरोपी शताब्दी  एक्सप्रेस ट्रेन के कोच में बम रखे होने की सूचना देने से पहले ही रेवाड़ी जंक्शन पर उतर गया था। आरोपी के द्वारा शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन में बम रखे होने की कंट्रोल रूम में सूचना दिया जाने के बाद यह ट्रेन गुरुग्राम स्टेशन पर मंगलवार रात्रि 9 बज कर 39 मिनट पर पहुंची थी । जबकि आरोपी युवक रविंद्र कुमार के द्वारा कंट्रोल रूम में सूचना देने के उपरांत 9 बजकर 20 मिनट पर कंट्रोल रूम से गुरुग्राम जीआरपी थाना को इस मामले की जानकारी प्राप्त हुई थी।

बांदीकुई स्टेशन से शताब्दी में सवार हुआ
आरोपी युवक की तलाश रेवाड़ी सहित गुरूग्राम जीआरपी के द्वारा तेज कर दी गई है। युवक अभी भी अपने घर नहीं पहुंचा है। उसका मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ बोल रहा है। आरोपी युवक के परिवार के लोगों के द्वारा  जीआरपी थाना गुरूग्राम प्रभारी व पुलिस को आश्वस्त किया है कि जैसे ही वह आएगा वैसे ही उसे पुलिस के हवाले सौंप दिया जाएगा। जीआरपी गुरूग्राम थाना प्रभारी रामफल के मुताबिक छानबीन-जांच पड़ताल के दौरान दिल्ली के करावल नगर निवासी 30 वर्षीय रविद्र कुमार बालाजी मंदिर जाने की बात कहकर शनिवार को अपने घर से निकला था। युवक राजस्थान के दौसा जिले के बांदीकुई रेलवे स्टेशन से शताब्दी एक्सप्रेस में सवार हुआ था और मंगलवार रात ही रेवाड़ी जंक्शन स्टेशन पर लगभग नौ बजे उतर गया। उतरने के कुछ देर बाद ही उसके द्वारा पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी गई कि शताब्दी एक्सप्रेस में बम रखा हुआ है। शताब्दी एक्सप्रेस के कोच नंबर 06171 में बम की सूचना पर पुलिस जब तक पूरी तरह से सक्रिय हुई तब तक यह ट्रेन गुरूग्राम रेलवे स्टेशन के नजदीक पहुंच चुकी थी। ट्रेन को रोककर लगभग दो घंटे तक जांच की गई। शताब्दी एक्सप्रेस के कोच नंबर 06171 में जांच के लिए एनएसजी, गुरुग्राम पुलिस के साथ ही आरपीएफ और जीआरपी थाना पुलिस शामिल रहीं। जांच के बाद बम नहीं मिलने पर यात्रियों को बैठाकर ट्रेन को रवाना किया जा सका था।

बिना टिकट लिए यात्रा कर रहा था युवक
जीआरपी की छानबीन में यह भी पता लगा है कि आरोपी युवक बिना टिकट के ही 12016 शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन में सफर कर रहा था। रेवाड़ी जंक्शन स्टेशन और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों से पता किया जा रहा है कि वह ट्रेन से उतरने के बाद किस इलाके की तरफ और किस वाहन से अथवा पैदल ही निकल गया। आरोपी युवक के बारे में पूरी जानकारी जुटाने के बाद जीआरपी थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर रामफल अपनी टीम के साथ दिल्ली पहुंचे। वहां पता चला कि उसके पिता मातादीन सड़क हादसे के बाद अस्पताल में उपचाराधीन हैं।  पिता से मिलकर पुलिस टीम ने उनके पुत्र की हरकत के बारे में जानकारी दी तो, बताया कि युवक वर्ष 2014 से ही मानसिक रूप से परेशान चल रहा है। दिल्ली के लेडी हार्डिंग अस्पताल में उसका इलाज भी चल रहा है। इस घटना से पहले भी वह इसी तरह की हरकत  कई बार कर चुका है। परिजन पुलिस की जांच में हर प्रकार से सहयोग करने को तैयार हैं। जीआरपी थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर रामफल के मुताबिक युवक की हरकतों की वजह से परेशान होकर उसकी पत्नी भी अलग ही रह रही है। उसकी एक बेटी है। युवक के मिलने के बाद ही साफ होगा कि वह मानसिक रूप से सही मायने में परेशान है या फिर उसके द्वारा बम रखा होने खुराफात करते हुए फोन किया गया। 

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