एयर केयर के तहत 71 एयर प्यूरीफायर इंस्टॉल, 42 और लगेंगे. आसपास के क्षेत्र के 40 से 50 प्रतिशत तक प्रदूषण करता है नियंत्रित. परियोजना को इंडियन पोलूशन कंट्रोल एसोसिएशन लागू कर रही फतह सिंह उजालागुरुग्राम । जिला में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को देखते हुए गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) द्वारा जिला में प्रोजेक्ट एयर केयर के तहत 71 एयर प्यूरीफायर इंस्टॉल किए गए हैं। ये एयर प्यूरीफायर लगाने के लिए ऐसे स्थानों का चयन किया गया है, जहां पर प्रदूषण का स्तर अपेक्षाकृत अधिक है ताकि लोगों के स्वास्थ्य पर प्रदूषण से पड़ने वाले दुष्प्रभाव को इन एयर प्यूरीफायर के माध्यम से कम किया जा सके। इस बारे में जानकारी देते हुए जीएमडीए के एडिशनल सीईओ सुभाष यादव ने बताया कि जिला में इस परियोजना के तहत अगस्त- 2020 में सीएसआर के तहत जीएसके कंज्यूमर हेल्थकेयर लिमिटेड द्वारा एयर प्यूरीफायर इंस्टॉल करने की योजना शुरू की गई। इस परियोजना की शुरुआत हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने 11 नवंबर 2020 में की थी। इस परियोजना को इंडियन पोलूशन कंट्रोल एसोसिएशन लागू कर रही है। ऑपरेशन एंड मेंटिनेस का कार्य भी उन्हीं की देखरेख में किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण से लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के लिए जिला में योजनाबद्ध तरीके से ऐसे स्थानों जैसे रेड लाइट या ज्यादा ट्रैफिक के दबाव वाले क्षेत्रों का चयन किया गया जहां पर प्रदूषण अपेक्षाकृत अधिक है। प्रदूषण का 40 प्रतिशत कारण वाहनों का धुआंउन्होंने बताया कि एक अध्ययन के अनुसार एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण के बढ़ने का 40 प्रतिशत कारण वाहनों से निकलने वाला धुआं है जिसे ध्यान में रखते हुए यह परियोजना शुरू की गई है । इस परियोजना के तहत जिला में इफ़को चौक पर 15, सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन के पास 12, सेक्टर 44 के निकट रेड लाइट एरिया के समीप 6, मेदांता द मेडिसिटी के पास 8, बख्तावर चौक पर 8, मैक्स हॉस्पिटल के पास 7, एआईटी चौक पर 8, सेक्टर -54 मेट्रो स्टेशन के समीप 6 तथा एक एयर प्यूरीफायर जीएमडीए सेक्टर 44 कार्यालय में लगाया गया है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के तहत जिला में 42 और एयर प्यूरीफायर लगाए जाने की योजना है। प्रदूषण का बढ़ता स्तर चिंता का विषयइंडियन पॉल्यूशन कंट्रोल एसोसिएशन की डिप्टी डायरेक्टर राधा गोयल ने बताया कि एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण का बढ़ता स्तर हम सभी के लिए चिंता का विषय है। इस परियोजना के तहत लगाए गए एयर प्यूरीफायर की विशेष बात यह है कि यह फिल्ट्रेशन सिद्धांत पर काम करता है। लगभग 5 फुट ऊँचाई के इस एयर प्यूरीफायर में एग्जॉस्ट लगा है जो वातावरण के प्रदूषण फैलाने वाले क़णों को अब्ज़ॉर्ब करता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन एयर प्यूरीफायर के माध्यम से इसके आसपास के प्रदूषण को 40 से 50ः तक कम किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन द्वारा इन एयर प्यूरीफायर का 3 साल तक ऑपरेशन व मेंटेनेंस किया जाएगा। यादव ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे वातावरण में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण करें। उन्होंने कहा कि यदि प्रदूषण के स्तर को समय रहते नियंत्रित करने की दिशा में कदम नहीं उठाए गए तो भविष्य में निश्चित तौर पर ही इसके परिणाम भयावह होंगे। Post navigation टीबी जैसी भयानक बीमारी से लोगों को जागरूक करने के लिए एसजीटी विश्वविद्यालय में हुई कोर कमेटी की बड़ी बैठक गुरूद्वारा में नमाज अता करने का न्योता, बना है विरोधाभास !