सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के एसई ने की ‘अटल भूजल योजना’ की समीक्षा

आगामी 15 दिनों में तैयार किया जाएगा 10 गांवों का जल सुरक्षा प्लान

गुरुग्राम, 24 नवंबर।*सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता (एसई) डॉ शिवसिंह रावत की अध्यक्षता में अटल भूजल योजना की तीसरी समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। यह योजना केंद्र सरकार, विश्वबैंक और राज्य सरकार का सांझा कार्यक्रम है।बैठक में डॉ रावत ने बताया कि हरियाणा में अटल भूजल योजना को लागू करने के लिए सिंचाई विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है। योजना का लाभ जल्द से जल्द गांवों में दिखाई दे, इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को अधिक से अधिक सामुहिक जनभागीदारी सुनिश्चित करने के आदेश दिए। उन्होंने बताया कि इस काम में जयपुर सेवा फाउंडेशन को जिला क्रियान्वयन भागीदार (डीआईपी) बनाया गया है जो भूजल विशेषज्ञ एवं आईईसी विशेषज्ञ के साथ मिलकर गांव गांव जाकर भूजल प्रबंधन के संस्थागत ढांचे को मजबूत करेगी व साथ ही क्षमता निर्माण एवं जागरुकता संवाद अभियान की शुरुआत भी करेगी।

बैठक में डीआईपी की टीम ने सोहना के गांव बेहलपा के लिये जल संरक्षण योजना प्रस्तुत की गयी, जिस पर विस्तृत चर्चा के बाद डॉ रावत ने डीआईपी को जल स्रोतों जैसे कुओं, तालाबों, झीलों, नदी, नालों के आँकड़े एकत्रित करना, लोगों से मिलकर जल बजट एवं अगले 25-30 साल के लिये जलसुरक्षा प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने डीआईपी को अगले 15 दिन में 10 गांवों की जल सुरक्षा प्लान तैयार के आदेश भी दिए।

डॉ रावत ने समीक्षा बैठक में डीआईपी को सुझाव दिया  कि सरकार द्वारा संचालित भूजल एवं कृषि सम्बंधित अन्य योजनाओ जैसे जलशक्ति अभियान, मेरा पानी मेरी विरासत, जल जीवन मिशन, सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली, मनेरेगा एवं प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के बीच समन्वय स्थापित करके ग्रामीणों को इन योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दें। उन्होंने बताया कि हरियाणा को नौ क्लस्टर में बांटा गया है । गुरुग्राम को पांचवें क्लस्टर में रखा गया है । पानी की बर्बादी रोकने के लिए गुरुग्राम  के चारों खण्डों के ग्रामीण क्षेत्र में जल समिति का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 30 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।

 बैठक में सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता नवीन यादव, उपमंडल अधिकारी गोपाल एवं मनीष यादव, कनिष्ठ अभियंता भगत सिंह, रिटायर्ड उपमंडल अधिकारी दिलबाग सिंह, भूजल विशेषज्ञ सौरभ शुक्ला, आईसी विशेषज्ञ सुशील कुमार, जयपुर सेवा फाउंडेशन से इंजीनियर समीर एवं टीम सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

You May Have Missed

error: Content is protected !!