कितलाना टोल के धरने पर 26 नवंबर को दिल्ली कूच की घोषणा

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

21 नवंबर,किसान आंदोलन के एक वर्ष पूरा होने पर 26 नवंबर को किसान और मजदूर बड़ी संख्या में दिल्ली बॉर्डर पर जाएंगे। यह बात किसान सभा के सचिव कामरेड ओमप्रकाश ने कितलाना टोल पर चल रहे अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि किसान अभी ना थके हैं और झुके हैं। उन्होंने कहा कि हर रोज बढ़ती मंहगाई ने गरीब और मध्यम वर्ग का जीना मुहाल कर दिया है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें कम होने के बावजूद पैट्रोल और डीजल के भाव रिकॉर्ड स्तर पर हैं। इसी वजह से निरंतर मंहगाई तेजी से बढ़ रही है। रोजमर्रा की आवश्यकता वाली चीजों  की कीमतें दुगुनी हो गई हैं लेकिन सरकार का उस और कोई ध्यान नहीं है।

सांगवान खाप के कन्नी प्रधान सुरजभान सांगवान ने कहा कि सरकार को जल्द ही संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के साथ बातचीत करके तीन काले कानून रद्द करने की औपचारिकता पूरी करने के साथ बाकी मसलों को सुलझाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आंदोलन के दौरान किसान और मजदूरों ने बहुत प्रताड़नाएं झेली हैं और उन पर मरहम लगाना सरकार का नैतिक दायित्व है। उन्होंने कहा कि केंद्र के साथ साथ हरियाणा सरकार ने इस बीच जो भी मुकदमे बनाये हैं उन्हें अविलंब निरस्त करने चाहिए। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कितलाना टोल पर चल रहे किसान आंदोलन के अनिश्चितकालीन धरने के 330वें दिन सांगवान खाप से नरसिंह सांगवान डीपीई, श्योराण खाप से देशराम भाण्डवा, किसान सभा से ओमप्रकाश दलाल, किसान नेता गंगाराम श्योराण, सुभाष यादव, बलबीरसिंह बजाड़, मजदूर नेता सुशील धानक, महिला नेत्री राजबाला कितलाना और विधा देवी डोहकी ने संयुक्त रूप से की। उन्होंने कहा कि किसान और मजदूरों में 26 नवंबर को दिल्ली जाने को लेकर भारी जोश है।

इस अवसर पर सुरजभान झोझू, सुरेन्द्र कुब्जानगर, रणधीर घिकाड़ा, दिलबाग ढुल, महाबीर घनघस, सुबेदार सतबीर सिंह, प्रोफेसर जगविन्द्र सांगवान, भोलू खान डोहकी, शब्बीर हुसैन, ओम प्रजापति, मुन्ना पंडित चरखी, हरबीर नम्बरदार, मनसुख सरपंच, प्रभाती लाल रानीला, मंगल सूई, स्योनारायण मानकावास, नन्दलाल अटेला, बलबीर सरपंच डोहकी इत्यादि मौजूद थे।

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