केंद्र सरकार टकराव करने की बजाए शुरू में ही किसानों की मांगें मान लेती तो 700 किसानों को अपनी जान की कुर्बानी नहीं देनी पड़ती – बजरंग गर्ग
कांग्रेस पार्टी द्वारा किसान, मजदूर, व्यापारी, कर्मचारी व आम जनता के हित में संघर्ष करती रहेगी – बजरंग गर्ग
सरकार को किसान आंदोलन में मृत्यु परिवारों को ज्यादा से ज्यादा मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देनी चाहिए – बजरंग गर्ग

चंडीगढ़ – हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता बजरंग गर्ग ने कांग्रेस प्रतिनिधियों से बातचीत करने के उपरांत कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीन कृषि कानून को वापिस लेने की घोषणा किसान, आढ़ती व मजदूरों के तप, बलिदान व संघर्ष की जीत है जबकि देश व प्रदेश के किसानों द्वारा 12 महीने से ठिठुरती ठंड, भीषण गर्मी, बरसात आदि परेशानियों के बावजूद भी तीन कृषि कानून खत्म करने के लिए सड़कों पर संघर्ष कर रहे थे। जिसमें लगभग 700 किसान व मजदूर भाई-बहनों ने अपनी जान की कुर्बानी दे चुके हैं, उन शहीदों को मैं श्रद्धांजलि देता हूं। जबकि सरकार ने आंदोलन को विफल करने के लिए किसानों पर लाठीचार्ज, झूठे मुकदमे, आंसू गैस के गोले, पानी की बौछार तक की। अगर केंद्र सरकार टकराव की जगह शुरू में ही किसानों की मांग पर ध्यान देते हुए तीन कृषि कानून वापिस ले लेती तो देश के लगभग 700 अन्नदाताओं की जान नहीं जाती।

प्रदेश मुख्य प्रवक्ता बजरंग गर्ग ने कहा कि किसान आंदोलन में जो किसानों ने अपनी जान की कुर्बानी दी है उनके परिवार को सरकार ज्यादा से ज्यादा मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए और किसान आंदोलन में जो किसानों पर झूठे मुकदमे देश व प्रदेश में बनाए गए हैं उन सभी मुकदमों को तुरंत प्रभाव से वापिस लेने के साथ-साथ लोकसभा में किसान की हर फसल एमएसपी गारंटी पर खरीद करने का कानून बनाया जाए और खेती में प्रयोग आने वाली हर चीजों पर टैक्स बहुत ज्यादा है उन टैक्सों का बोझ सरकार को कम करना चाहिए। पेट्रोल व डीजल पर एक्साईज ड्यूटी व वेटकर बहुत ज्यादा है उसे कम किया जाए।

प्रदेश मुख्य प्रवक्ता बजरंग गर्ग ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा ही किसान, मजदूर, कर्मचारी, व्यापारी व आम जनता के हित में खड़ी है और तीन कृषि कानून के विरोध में कांग्रेस पार्टी का खुला समर्थन किसानों को है और भविष्य में भी कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ खड़ी है। कांग्रेस पार्टी किसान, मजदूर, व्यापारी व आम जनता के हित की लड़ाई सड़कों पर लड़ती आ रही है और भविष्य में भी जनता के हित की लड़ाई लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा व सड़कों पर लड़ती रहेगी।