गुरुग्राम। दिनांक 17.11..2021 – संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह ने बताया कि आज किसान आंदोलन को लगातार 356 दिन हो गए हैं।उन्होंने बताया कि आज के धरने की अध्यक्षता वरिष्ठ किसान पंजाब सिंह ने की। तीन काले कानूनों के विरोध में एक वर्ष पहले 26 नवंबर को किसान दिल्ली के बॉर्डरों पर धरनों पर आकर बैठे थे।किसानों की माँग थी कि तीनों काले कानूनों को रद्द किया जाए तथा एमएसपी की गारंटी का क़ानून बनाया जाए। इस बीच, कई राज्यों में कटी हुई खरीफ फसलें न्यूनतम समर्थन मूल्य से काफी नीचे बिक रही हैं। किसानों को धान, बाजरा, जैसी फसलों के लिए एमएसपी की तुलना में 33 फीसदी कम कीमत मिल रही है।यह संयुक्त किसान मोर्चा के इस दावे की पुष्टि करता है कि जब तक एमएसपी कानूनी गारंटी नहीं बन जाता,यह कागज पर ही रहेगा। इसी तरह से तीन काले कानूनों से जमाख़ोरी,मुनाफ़ाख़ोरी तथा कालाबाज़ारी बढ़ेगी।जमाख़ोरी ,मुनाफ़ाख़ोरी तथा कालाबाज़ारी से महँगाई बढ़ेगी और आम आदमी पर महँगाई की मार पड़ेगी। जब तक तीनों काले क़ानून वापस नहीं हो जाते और एमएसपी की गारंटी का क़ानून नहीं बन जाता तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। आज धरने पर शामिल होने वालों में अनिल पंवार,बलवान सिंह दहिया,हरि सिंह चौहान,मनीष मक्कड, तेजपाल यादव,मलीहा अल्वी,डॉक्टर सारिका वर्मा,योगेश्वर दहिया,पंजाब सिंह,फ़ूल कुमार,कमलदीप,रमेश दलाल,जगमाल मालिक,मनोज झाड़सा,योगेश कुमार,रामनिवास यादव,सुरेन्द्र जांगड़ा,दलबीर सिंह मलिक,रिटायर्ड विंग कमांडर एमएस मलिक,सुरेंदर ढिल्लों,राजबीर कटारिया, सतीश दहिया,रणजेय सिंह तथा अन्य व्यक्ति शामिल थे। Post navigation घर घर दस्तक ‘कोरोनारोधी टीकाकरण’ अभियान से जुड़े लोग जागते रहो -भाजपा की सरकार है?