कितलाना टोल पर धरने के 325वें दिन खाद की कमी का मुद्दा गूंजा

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

15 नवंबर,केंद्र की मोदी सरकार हो या हरियाणा की गठबंधन सरकार दोनों ने ही किसान और मजदूरों के साथ वायदा खिलाफी की है और उनके तमाम वायदे हवाई साबित हुए हैं। यह आरोप वक्ताओं ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए लगाए। उन्होंने कहा कि चुनाव से पूर्व भाजपा नेताओं ने ढेरों वायदे किए थे लेकिन सत्ता पाने के बाद उन्होंने किसान और मजदूरों पर जुल्म ढाने के सिवाय कुछ नहीं किया। किसान आज खाद के लिए मारे मारे घूम रहे हैं लेकिन सरकार का ध्यान सिर्फ अपने चहेते पूंजीपति मित्रों के हितों की रखवाली पर लगा हुआ है। सरकार को गरीब और मध्यम वर्ग का जरा भी ध्यान नहीं है।

उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा किसान- मजदूरों का जन आंदोलन अब अपनी चरम सीमा पर है। उन्होंने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में देश के अन्नदाता अपनी ताकत दिखाकर सरकार को झुकने पर विवश कर देंगे। सरकार के पास अभी समय है कि वह तीनों काले कानून रद्द करके एमएसपी देने की घोषणा करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था में सरकार की कलई खोलकर रख दी है।

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कितलाना टोल के धरने पर 325वें दिन सांगवान खाप से नरसिंह सांगवान डीपीई, श्योराण खाप से बिजेंद्र बेरला, फोगाट खाप से राजपाल फौगाट, रिटायर्ड कर्मचारी संघ से हरबीर सांगवान, युवा कल्याण संगठन से डॉ० राजू गौरीपुर, किसान सभा से ईश्वर दातोली, महिला नेत्री मामकौर, सुनीता, विद्या देवी, फुल्ला देवी, मास्टर ताराचंद चरखी, सुरजभान झोझू, सुरेंद्र कुब्जानगर, धर्मेन्द्र छपार, रामानंद धानक, सरदार सिंह, बेलीराम, नंदलाल जांगड़ा, राजेंद्र जांगड़ा, छाजूराम, करतार सिंह, सोम नम्बरदार, कर्ण सिंह, विनोद, कुलदीप, पूर्व सरपंच समुन्द्र सिंह, सूबेदार सतबीर सिंह इत्यादि मौजूद थे।

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