बोधराज सीकरी के प्रयासों को मुख्यमंत्री ने सराहा-बुजुर्गों से नई पीढ़ी को लेनी चाहिए प्रेरणा गुरुग्राम। सीएसआर ट्रस्ट हरियाणा के उपाध्यक्ष मनोनीत करने पर आभार समारोह आयोजित करके बोधराज सीकरी ने पंजाबी समुदाय की गौरव गाथा भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष रखी। उन बुजुर्गों से रूबरू कराया, जो भारत-पाकिस्तान बंटवारे में यहां आए और खुद को स्थापित किया। सीएम मनोहर लाल ने भी बोधराज सीकरी की यहां पीठ थपथपाते हुए कहा कि उन्होंने बड़ी मेहनत करके इन लोगों को पहचान दिलाने का प्रयास किया है। इससे पूर्व बोधराज सीकरी एवं उनकी पत्नी सुरेश सीकरी ने मुख्यमंत्री समेत सभी अतिथियों का भव्य स्वागत किया। बोधराज सीकरी द्वारा बंटवारे के समय के बुजुर्गों की जीवनगाथा को पुस्तक में संकलित करने के प्रयास को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सराहा। उन्होंने कहा कि देश के विभाजन के समय बुजुर्गों ने बहुत पीड़ा झेली है। उनके दादा-दादी ने उन्हें बताया था कि किस तरह से वे पाकिस्तान से भारत पहुंचे थे और यहां अपने को पुरुषार्थ करके स्थापित किया। यहां शिविरों में आकर रहे। इस समाज की संघर्ष की गाथा परमार्थ की है। ना केवल समाज की सेवा की है, बल्कि उद्योग और व्यापार के माध्यम से देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब संविधान बना था, उसमें इस समाज के लिए आरक्षण के प्रावधान पर चर्चा हुई थी। समाज के अग्रणी लोगों ने आरक्षण लेने से इंकार कर दिया था। कहा था कि अगर आरक्षण ले लिया तो हमारा पुरुषार्थ का मादा खत्म हो जाएगा। इस तरह से उन्होंने कड़ी मेहनत करके ही जीवन यापन करने का काम किया। उन परिवारों की अच्छी कहानियां हैं। नई पीढ़ी उन बुजुर्गों से, उनके जीवन से जरूर प्रेरणा ले, ताकि उनमें देश प्रेम की भावना जागृत हो। देश प्रेम किताबों में पढऩे से नहीं आता। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बोधराज सीकरी के सम्मान में कहा कि उनमें समाजसेवा की धुन लगी रहती है। प्रदेश में सीएसआर ट्रस्ट का उन्हें उपाध्यक्ष बनाया गया है। इस ट्रस्ट का गठन भी इसलिए किया गया, ताकि कंपनियों के द्वारा सीएसआर के कोटे से किया जाने वाला खर्च सही तरीके से हो सके। कंपनियों के साथ तालमेल बिठाया जा सके। कोरोना महामारी में बोधराज सीकरी ने अच्छा काम किया। सीएसआर का पैसा सही जगह पर लगाया गया। सबने मिलकर कोरोना से लड़ाई लड़ी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है, इसलिए सभी सतर्क रहें। इस बीमारी को दूर करने में सहयोग करें। दिवंगत बुजुर्गों को सरकार शहीद घोषित करे: सीकरी समारोह में मुख्यमंत्री मनोहर लाल, आरएसएस से जगदीश ग्रोवर, सिरसा से सांसद सुनीता दुग्गल, विधायक सुधीर सिंगला, विधायक सत्यप्रकाश जरावता, थानेसर के विधायक सुभाष सुधा, बीजेपी जिला अध्यक्ष गार्गी कक्कड़, करनाल से सांसद संजय भाटिया के भाई नवीन भाटिया समेत अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए बोधराज सीकरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें सीएसआर ट्रस्ट के उपाध्यक्ष का दायित्व देकर बड़ा सम्मान दिया है। उन्होंने कहा कि बंटवारे के समय पाकिस्तान से विस्थापित होकर भारत आए लोगों के जीवन की दास्तां का पुस्तक रूपी दस्तावेज प्रधानमंत्री तक भी भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे बुजुर्गों ने परिश्रम करके खुद को यहां काबिल बनाया है। बोधराज सीकरी ने कहा कि जो बुजुर्ग हमारे बीच नहीं रहे, उन्हें सरकार शहीद घोषित करे, यह प्रयास किये जा रहे हैं। साथ ही उनके पुराने मकानों को संग्रहालय बनाने की भी सरकार से मांग की। युवा पीढ़ी का बोधराज सीकरी ने आह्वान किया कि वे बुजुर्गों से प्रेरणा ले। उन्होंने नई शिक्षा नीति का जिक्र करते हुए कहा कि इस नीति में संस्कार, संस्कृति और परम्पराओं का समावेश है। उन्होंने बुजुर्गों पर तैयार की गई पुस्तक को पढऩे के लिए युवा से पीढ़ी आह्वान किया। इस कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा प्रमुख नवीन गोयल, हरियाणा विस के पूर्व उपाध्यक्ष गोपीचंद गहलोत, संतोष यादव, अनुराग बख्शी, विनोद मेहता, शिक्षाविद् डा. अशोक दिवाकर, अनिल यादव, प्रवीण अग्रवाल, गगन गोयल, सिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव, पार्षद सीमा पाहुजा, पार्षद अश्वनी शर्मा, योगिता धीर मौसम वैज्ञानिक पीएन सिंह, सतीश यादव, रामबहादुर राय समेत अनेक समाजसेवी उपस्थित रहे। Post navigation अमेरिकी कंपनी फ्लिपकार्ट को ज़मीन आवंटन के विरोध में हुई किसान महापंचायत महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के मुद्दे पर जन जागरण के तहत 14 नवंबर से शुरू होगी कांग्रेस की पदयात्रा:हरपाल सिंह बूरा