मोदी-खट्टर सरकारों द्वारा पेट्रोल-डीज़ल पर ‘‘जजिया कर’’ जैसे कमरतोड़ टैक्स लगाने से जनता का बजट भी बिगड़ा और बेतहाशा महंगाई की मार भी पड़ी- सुरजेवाला चंडीगढ़ – वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि मोदी-खट्टर सरकारों ने पेट्रोल-डीज़ल पर ताबड़तोड़ टैक्स लगा जनता की जेब काटने व ‘‘जजिया कर’’ लगा महंगाई की मार मारने का काम किया है। 1. भाजपा द्वारा पेट्रोल-डीज़ल पर एक्साईज़ ड्यूटी की लूट श्री सुरजेवाला ने कहा कि निम्न आंकलन इसका जीवंत सबूत है:- वस्तुसाल 2014 एक्साईज़ ड्यूटी कांग्रेस सरकार (रु./प्रति लीटर) आज एक्साईज़ ड्यूटी भाजपा सरकार (रु./प्रति लीटर)प्रतिशत बढ़ोत्तरीपेट्रोल₹ 9.48₹ 27.90294 प्रतिशतडीज़ल₹ 3.56 ₹ 21.80612 प्रतिशत अकेले साल 2021 के 9 महीनों में भाजपा सरकार ने पेट्रोल की कीमत ₹ 28 प्रति लीटर व डीज़ल की कीमत ₹ 26 प्रति लीटर बढ़ा दी। अब पेट्रोल व डीज़ल की कीमत क्रमशः ₹ 5 व ₹ 10 प्रति लीटर कम कर इसे झूठी दीवाली गिफ्ट बनाकर बेचा जा रहा है। यह अपनेआप में धोखा है। 2. भाजपा-जजपा सरकार पेट्रोल-डीज़ल पर वैट लगा ‘‘जनता से लूट’’ में और भी आगे कांग्रेस सरकार के समय अक्टूबर, 2014 में हरियाणा में डीज़ल पर वैट 8.8 प्रतिशत था। आज की तारीख में डीज़ल पर ‘वैट’ 16 प्रतिशत है तथा ‘एडिशनल वैट’ 5 प्रतिशत है। यानि 100 प्रतिशत इजाफा। इसी प्रकार, 4 नवंबर, 2021 को कम होने के बाद भी पेट्रोल पर वैट 18.20 प्रतिशत है। क्या खट्टर-दुष्यंत चौटाला जी इस लूट का जवाब देंगे? श्री सुरजेवाला ने कहा कि खट्टर सरकार का सारा ध्यान पैकेजिंग और जुमलेबाजी पर है, वह जनता को कच्चे तेल की कीमतों का लाभ नहीं देना चाहती। मोदी सरकार के बाद अब खट्टर सरकार ने आंकड़ों की बाज़ीगरी दिखाते हुए एक तरफ तो पेट्रोल पर 6.5 प्रतिशत व डीजल पर 0.40 प्रतिशत की कमी की, लेकिन साथ ही जहाँ पेट्रोल पर अधिकतम वैट सीमा में केवल ₹ 1.12 की कमी की, वहीं डीजल में तो अधिकतम वैट सीमा ₹ 10.08 से बढ़ाकर 11.86 रुपए ही कर दी गई। उन्होंने पूछा कि पेट्रोल पर अधिकतम वैट सीमा में केवल ₹ 1.12 की कमी क्यों की गई और डीजल में तो अधिकतम वैट सीमा में ₹ 1.78 की बढ़ोतरी क्यों की गयी? श्री सुरजेवाला ने कहा कि कारण साफ है, ताकि जब-जब कच्चे तेल की कीमतें घटेंगी, तो उसका मुनाफा खट्टर सरकार लूटेगी और जनता को राहत नहीं मिलेगी।सुरजेवाला ने यह भी कहा कि डीज़ल पर लगने वाले वैट की राशि को ₹ 10.08 प्रति लीटर से बढ़ाकर ₹ 11.86 प्रति लीटर करना किसान की पीठ में खंजर घोंपना है, जो सबसे ज्यादा डीज़ल का इस्तेमाल करता है। सुरजेवाला ने कहा कि मतलब साफ है – कच्चे तेल के दाम बढ़ने पर डीज़ल व पेट्रोल के रेट हरियाणा में बढ़ेंगे और कच्चे तेल के दाम कम होने पर हरियाणा में पेट्रोल-डीज़ल के रेट कम नहीं होंगे। लूट की झूठ पर आधारित श्री मनोहर लाल खट्टर व श्री दुष्यंत चौटाला की यही कलाकारी है। सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा की जागरुक जनता को खट्टर-दुष्यंत चौटाला की जोड़ी बेवकूफ नहीं बना सकती और जनता के दरबार में उन्हें इस जनविरोधी कार्य के लिए सजा अवश्य मिलेगी। Post navigation बीजेपी-जेजेपी सरकार में किसानों पर एकसाथ पड़ रही है मौसम, महंगाई और सरकारी अनदेखी की मार- हुड्डा अक्टूबर में डीजल-पैट्रोल के भावों में बढोतरी के बराबर की गई कटौती लोगों को ठगना नही तो क्या है ? विद्रोही