आमजनों को ठगने की बजाय मोदी सरकार पैट्रोल व डीजल पर एक्साईज डयूटी वर्ष 2014 के स्तर पर लाये ताकि पैट्रोल 20 रूपये व डीजल 18 रूपये प्रति लीटर और सस्ता हो सके।

6 नवम्बर 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाण्या कि 29 विधानसभा व तीन लोकसभा उपचुनावों में भाजपा को मिली हार के परिणामों से डरकर मोदी सरकार ने पैट्रोल पर 5 रूपये व डीजल पर 10 रूपये प्रति लीटर की एक्साईज डयूटी कटौती उत्तरप्रदेश के चुनावों में मतदाताओं के कहर से बचने की नौटंकी है। वहीं भाजपाई-संघी नेता वर्ष 2022 के प्रथम तिमाही में उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब व गोवा विधानसभा के चुनावों में लाभ पाने आधे-अधूरे तथ्य रखकर इस कटौती का महिमांमडन करके लोगों को ठगने का कुप्रयास कर रहे है।

विद्रोही ने कहा कि वर्ष 2021 में ही विगत 9 माह में ही पैट्रोल पर लगभग 27 रूपये व डीजल पर लगभग 28 रूपये प्रति लीटर की मोदी सरकार ने बढोतरी की है। वहीं अक्टूबर माह में ही पैट्रोल-डीजल पर एक माह में ही 8 से 9 रूपये प्रति लीटर की बढोतरी हुई है। सवाल उठता है कि अक्टूबर माह में ही डीजल-पैट्रोल के भावों में की गई बढोतरी के बराबर भाव में की गई कटौती लोगों को ठगना नही तो क्या है? मोदी जी को साफ दिख रहा है कि विगत एक साल में ही डीजल के भाव में 39 प्रतिशत की बढोतरी के कारण आम आदमी का सब्जी, खाद्य तेल व रसोई गैस, ट्रक भाडा व अन्य रसोई में प्रयोग होने वाली खाद्य वस्तुओं के भावों में बढोतरी के कारण रसोई खर्च 50 प्रतिशत तक बढ़ चुका है जिसके चलते आमजनों में मोदी सरकार के प्रति जो भारी रोष है, उसे मतदाता ने 29 विधानसभा व 3 लोकसभा उपचुनावों में वोट की चोट से दिखाया है। 

विद्रोही ने कहा कि एक साल में पैट्रोल पर 28.63 रूपये व डीजल पर 27.96 रूपये भाव प्रति लीटर बढाकर पैट्रोल पर 5 रूपये व डीजल पर 10 रूपये प्रति लीटर एक्साईज डयूटी कटौती करके मोदीजी की लोगों को ठगने की नौटंकी नही तो क्या है। वर्ष 2014 में जब कांग्रेस ने सत्ता छोडी थी तब पैट्रोल पर प्रति लीटर 9.48 रूपये व डीजल पर 3.56 रूपये प्रति लीटर की एक्साईज डयूटी थी जो अब पैट्रोल पर 5 रूपये व डीजल पर 10 रूपये प्रति लीटर की कटौती के बाद भी पैट्रोल पर एक्साईज डयूटी 27.90 रूपये व डीजल पर 21.80 रूपये है। यह एक्साईज डयूटी कांग्रेस राज की तुलना में 3 से 6 गुणा ज्यादा है जबकि कांग्रेस राज की तुलना मेें विश्व बाजार में आज क्रूड ऑयल का भाव काफी कम है। विद्रोही ने मांग की कि नौटंकी करके आमजनों को ठगने की बजाय मोदी सरकार पैट्रोल व डीजल पर एक्साईज डयूटी वर्ष 2014 के स्तर पर लाये ताकि पैट्रोल 20 रूपये व डीजल 18 रूपये प्रति लीटर और सस्ता हो सके। वहीं सरकार पैट्रोल-डीजल के नाम पर लोगों को लूटने की प्रवृत्ति को छोडे।