गुडग़ांव। साहित्य एक शाम शायरी के नाम – सुरुचि ने किया आयोजन 01/03/2021 Rishi Prakash Kaushik शायरी का जादू श्रोताओ के सर चढ़कर बोलानगर विधायक सुधीर सिंगला ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई ‘खेल खिलौने ले जा बाबू, मुन्ना दिल बहलायेगा,तेरा मुन्ना…
चंडीगढ़ साहित्य हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा साहित्यकार सम्मान योजना वर्ष 2017, 2018 तथा 2019 के लिए सम्मानों हेतु साहित्यकारों का चयन 19/02/2021 Rishi Prakash Kaushik चंडीगढ़, 19 फरवरी- हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा साहित्यकार सम्मान योजना वर्ष 2017, 2018 तथा 2019 के लिए विभिन्न सम्मानों हेतु साहित्यकारों का चयन कर लिया गया है। यह जानकारी देते…
साहित्य छोटा कंबल, बड़ा सवाल 18/02/2021 Rishi Prakash Kaushik -कमलेश भारतीय फिर एक बार दहेज लोभ सामने आया । मामला बेशक अम्बाला का है लेकिन इसका असर पूरे समाज पर पड़ा है और पड़ना चाहिए । पिंजौर से एक…
साहित्य हिसार व्यंग्य यात्रा को पुरस्कार–एक भिक्षुक और अस्पृश्य का सम्मान 18/02/2021 Rishi Prakash Kaushik –कमलेश भारतीय मित्रो! व्यंग्य के शुभचिंतकों की अपनी पत्रिका ‘व्यंग्य यात्रा’ कल पुरस्कृत हुई। महाराष्ट्र और गोवा के राज्यपाल ने नया ज्ञानोदय और हंस के साथ इसे भी ‘हिंदुस्तानी प्रचार…
साहित्य उपेन्द्र नाथ रैणा-साहित्य संवाद फेसबुक पेज लाइव 17/02/2021 Rishi Prakash Kaushik दिनांक 16 फरवरी, मंगलवार को उपेन्द्र नाथ रैणा-साहित्य संवाद फेसबुक पेज के लाइव कार्यक्रम“रचनाधर्मिता” में वरिष्ठ साहित्यकार और हरियाणा ग्रंथ अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष श्री कमलेश भारतीय विशेष अतिथि के…
गुडग़ांव। साहित्य लघुकथा लेखन को आसान समझना बहुत बड़ी भूल : लक्ष्मी शंकर वाजपेयी 14/02/2021 Rishi Prakash Kaushik -कमलेश भारतीय लघुकथा लेखन को आसान समझना बहुत बड़ी भूल होगी । लघुकथा आज लोकप्रिय व स्थापित विधा है और किसी भी घटना को संवेदनशीलता से लघुकथा में बदलना चाहिए…
चंडीगढ़ साहित्य ख्यातिलब्ध लेखिका डॉ संजीव कुमारी की पुस्तक तिसाया जोहड़ का शिक्षा मंत्री ने किया विमोचन 10/02/2021 Rishi Prakash Kaushik राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय स्तर से मिली बधाइयाँ, गणमान्यों ने उनकी बौद्धिकता को किया सैल्यूट रमेश गोयत चंडीगढ़,। वरिष्ठ लेखिका और राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण चिंतक डॉ संजीव कुमारी गांव वजीरपुर टीटाणा पानीपत…
देश नारनौल विचार साहित्य धिक्कार है हिंसक नेतृत्व आत्ममुग्ध रक्षकुल शठ 09/02/2021 Rishi Prakash Kaushik – यानी चित भी मेरी,पट भी मेरी,अंटा मेरे बाप का!— मृतक कभी आंदोलित नही होते, आंदोलन जीवनदर्शन है , जो आंदोलित नही रहेगा वह मर जायेगा ।– आन्दोलनजीविता, चैत्यन्तता का…
नारनौल विचार साहित्य मेरा डर उस मध्यम वर्गीय के लिए जो गरीबी की ओर अग्रसर है ! 06/02/2021 Rishi Prakash Kaushik – “जिम्मेदारियां” जिंदगी भर पीछे लगी रहती हैं मध्यम वर्ग के, इनके लिए ही कहा है जिसका कोई नहीं किनारा उसका नाम है जीवन धारा.– ये बड़ा वर्ग है जिसके…
साहित्य हिसार सांस्कृतिक पत्रकारिता में जो कुछ सीखा वह नई पीढ़ी को देना चाहता हूं : अजित राय। 04/02/2021 Rishi Prakash Kaushik –कमलेश भारतीय मैं एक सांस्कृतिक पत्रकार हूं -साहित्य, रंगमंच , सिनेमा और संस्कृति के क्षेत्र में जो काम किया , उसे युवा पीढ़ी तक पहुंचा सकूं, यह कहना है संस्कृति…