Category: भिवानी

जब रिश्ते हैं टूटते, होते विफल विधान।
गुरुवर तब सम्बल बने, होते बड़े महान।।

बच्चों के विकास में, शिक्षकों की आदर्श भूमिका सही मूल्यों और गुणों के प्रवर्तक और प्रेरक की होनी चाहिए। इस प्रकार, छात्रों को ज्ञान सीधे चम्मच खिलाने के बजाय, उन्हें…

बच्चों को उनकी मातृभाषा में पढ़ाने की जरूरत

दुनिया में बोली जाने वाली प्रत्येक भाषा एक विशेष संस्कृति, माधुर्य, रंग का प्रतिनिधित्व करती है और एक संपत्ति है। कई मनोवैज्ञानिक, सामाजिक और शैक्षिक प्रयोगों ने साबित किया कि…

शिक्षा के सँग कीजिये, भोजन उचित प्रबंध।
पोषण सह बल से बढ़े, जीवन का अनुबंध।।

बच्चों को ज्ञान के साथ स्वस्थ भोजन सशक्त बनाता है। पोषण से बच्चों की बढ़त अच्छी होती है। और दिमाग का विकास होता हैं। सही पोषण से बीमारियों से लड़ने…

लड़कियों को लड़कों से ज्यादा पोषण में सुधार की जरुरत

लड़के और लड़कियों दोनों के कुपोषित होने की संभावना लगभग समान रूप से होती है। लड़कियों के लिए, पोषण की मात्रा गुणवत्ता और मात्रा दोनों के मामले में अपेक्षाकृत कम…

खरीद फरोख्त का 6300 करोड़ रुपया बीजेपी ने कहां छुपाया : डॉ. सुशील गुप्ता

पूरे देश में विधायकों को खरीदकर सरकार गिराना बीजेपी का मकसद : डॉ. सुशील गुप्ता प्रदेश ही नहीं देश में भी लुप्त हो चुकी है कांग्रेस : डॉ. सुशील गुप्ता…

‘भारत’ नाम से कैसे रुकेगी फर्टिलाइजर की चोरी?

वन नेशन, वन फर्टिलाइजर से किसानों को तेजी से खाद की डिलीवरी सम्भव हो सकेगी और साथ ही सब्सिडी पर होने वाले खर्च में भी बचत होगी। फिलहाल कंपनियां अलग-अलग…

संबंध हज़ारों है ……. अपराध और ड्रग्स के बीच

नशीली दवाओं के दुरुपयोग के प्रमुख कारण है- साथियों द्वारा स्वीकार किया जाना, आर्थिक तनाव बढ़ना, सांस्कृतिक मूल्यों में परिवर्तन, न्यूरोटिक आनंद और अप्रभावी पुलिसिंग। तभी तो हाल ही में…

संतों की बानी इंसान के जीवन को पवित्र बनाती है : हजूर कंवर साहेब जी

स्वार्थ पूर्ति के लिए किया कर्म और पाप आपका जन्म जन्मांतर तक पीछा करता है बिना मेहनत और तप के सुख नहीं मिलता : हजूर कंवर साहेब जी महाराज सतगुरु…

बंद होते सरकारी स्कूलों से बच्चों के भविष्य को खतरा

दरअसल सरकारी स्कूल फेल नहीं हुए हैं बल्कि यह इसे चलाने वाली सरकारों, नौकरशाहों और नेताओं का फेलियर है। सरकारी स्कूल प्रणाली के हालिया बदसूरती के लिए यही लोग जिम्मेवार…

बंद होते सरकारी स्कूल……….

दरअसल सरकारी स्कूल फेल नहीं हुए हैं बल्कि यह इसे चलाने वाली सरकारों, नौकरशाहों और नेताओं का फेलियर है। सरकारी स्कूल प्रणाली के हालिया बदसूरती के लिए यही लोग जिम्मेवार…

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