-कमलेश भारतीय

श्रीमती ममता कालिया

सुप्रसिद्ध लेखिका श्रीमती ममता कालिया को प्रतिष्ठित उदयराज सम्मान प्रदान किया जायेगा। फोन पर बधाई देते समय जब मैंंने ममता जी की प्रतिक्रिया जाननी चाही तब उन्होंने कहा कि पूरे सात साल बाद उन्हें कोई पुरस्कार मिलेगा। सात साल पहले व्यास सम्मान मिला था । इस तरह मेरे घर व जीवन में बारिश के छींटे पड़े हैं ।

श्रीमती ममता कालिया ने कहा कि अब तो पत्र पत्रिकाओं से पहले जैसा पारिश्रमिक भी नहीं आता । पुरस्कारों और पारिश्रमिक पर जैसे धूल पड़ गयी हो ।

श्रीमती ममता कालिया ने स्वर्गीय उदयराज को भी स्मरण करते कहा कि मैं उनसे सन् 1970 में पटना में आयोजित एक समारोह में मिली थी । मैं मुम्बई से समारोह में भाग लेने आई थी और आयोजकों ने एक साधारण सी धर्मशाला में रहने की व्यवस्था कर रखी थी

मेरी दुविधा देखते हुए उदयराज जी मुझे अपने घर ले गये, जहां दूसरे लेखक भी पहुंच गये और माथे पर बिना शिकन डाले उन्होंने सभी का आतिथ्य किया।

पुरस्कार की घोषणा नई धारा, पटना के संपादक डाॅ प्रमथराज ने की, जोकि न ई धारा के स्वामी व कुलपति भी हैं । श्री प्रमथराज ने बताया कि सम्मान स्वरूप ममता कालिया को एक लाख रुपये व स्मृति चिन्ह प्रदान किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि डाॅ रामदरश मिश्र की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय समिति ने श्रीमती ममता कालिया का चयन किया।

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