-कमलेश भारतीय -अरे संजय! आओ!महाराज धृतराष्ट्र ने संजय का खुले दिल से स्वागत् करते आसन ग्रहण करने को कहा ।-लीजिए महाराज! आसन ग्रहण कर लिया! अब पूछिये क्या जिज्ञासा है आपकी? -वत्स ! आज तो मतदान का दिन है। लोकतंत्र के पर्व का पवित्र दिन है तो क्या देख रहे हो? क्या बताओगे मुझे?-महाराज! सभी नेता मतदान करने से पहले प्रर्भु की शरण में सुवह सबेरे जाते दिखे ! अपने अपने इष्ट का आशीर्वाद व प्रसाद लेकर मतदान केंद्रों की ओर बढ़े! -अच्छा काम तो भगवान् के आशीर्वाद से ही करना चाहिए । इसमें बुराई ही क्या?-वैसे महाराज! एक बहुत रोचक बात स्मरण हो आई है। -क्या?-एक बार आदमपुर से चौ भजनलाल को वोट डालने के लिए प्रस्थान करते देखा। -क्या विशेष बात हुई?-उन्होंने परिवारजनों से अपना वोटर आई कार्ड मांगा, राशन कार्ड तक मांगा! -क्यों?-परिवारजनों ने कहा कि आपको आई कार्ड की क्या जरूरत है? आपको सब पहचानते हैं! -फिर?-चौ भजनलाल ने कहा कि फिर भी कोई पीठासीन अधिकारी मांग ले तो क्या कहूंगा? -यह तो बहुत बढ़िया स्मृति है संजय तुम्हारी! आगे बताओ कुछ?-महाराज ! सुश्री सैलजा ने हिसार में मतदान के बाद कहा कि बदलाव के लिए मतदान कीजिये ! सरकार बदल दीजिये हरियाणा में इस बार! -क्या सैलजा मुख्यमंत्री पद की दावेदार नहीं? वही सैलजा ?-जी महाराज! अंतिम दिन तक मुख्यमंत्री पद पर दावे पर अधिकार जताने श्रीमती सोनिया गांधी से शिष्टाचार भेंट की । -तो क्या पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दावा नहीं किया?-हुड्डा का दावा बरकरार है महाराज! उनसे भी प्रश्न पूछे जा रहे मेरे पत्रकार भाई! वे कह रहे हैं कि जिसके भाग्य में जो होगा उसे मिल जायेगा । -यह बहुत स्वाभाविक उत्तर है, भाग्य के बिना और समय से पहले किसी को कुछ नहीं मिलता !-क्या अंतिम क्षण तक भी षड्यंत्र होते रहे?-जी महाराज! अंतिम रात्रि को ऐसे ही कत्ल की रात्रि नहीं कहा जाता महाराज! -क्या षड्यंत्र हुआ?-बरवाला से इनेलो प्रत्याशी संजना सातरोड़ के साथ षड्यंत्र हो गया। -कैसा षड्यंत्र?-आजकल सोशल मीडिया का युग है। किसी ने संजना सातरोड़ की आईडी बनाकर उसके चुनाव से हट जाने की बात फैला दी। -अरे!-और महाराज नशीले पदार्थों के केस में अमित शाह कांग्रेस की संलिप्तता का प्रश्न उठा रहे हैं और कांग्रेस इसे भाजपा का षड्यंत्र बता रही हैं । -अच्छा ऐसे !-जी महाराज! अब दिन भर मतदान चलेगा! आप आज्ञा दें तो मैं भी मतदान करने जाऊं? -जाओ संजय! कल आ जाना!-जी महाराज समय पर आ जाऊंगा ।-पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी। 9416047075 Post navigation केजरीवाल-सिसोदिया का धुआंधार प्रचार गया बेकार! एग्जिट पोल्स ने आप पार्टी की उम्मीदों पर फेरा पानी हरियाणा में एक ही चरण में नई विधानसभा के लिए मतदान