Category: हिसार

आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता ने किया सिवानी अनाज मंडी का दौरा

अनाज मंडी में शेड न होने पर खुले में पड़ा गेंहू और सरसों, व्यवस्था न होने पर सरकार को कोसा खरीद के इंतजार में लाखों टन गेहूं मंडियों में खुले…

निकाय मंत्री डॉ कमल गुप्ता ने शिवालिक पार्क का किया निरीक्षण

पार्क के सोन्द्रीयकर्ण के लिए दी दो लाख रुपए की अनुदान राशि हिसार, 23 अप्रैल:शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ कमल गुप्ता सेक्टर 9-11 स्थित शिवालिक पार्क का निरीक्षण किया।इस अवसर…

24 अप्रैल – राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस……… महिलाओं की राजनीति में बाधा बनते सरपंच पति

चुनाव में खड़े होने और जीतने के बाद महिला प्रधानों के परिवार के सदस्यों से प्रभावित होने की संभावना अधिक होती है; अधिकांश कार्य परिवार के पुरुष सदस्यों द्वारा नियंत्रित…

धरने को हो चुके हैं ढाई माह, सरकार चाहती तो इतने समय में एक नहीं दो-दो सडक़ बना सकती थी : ओ.पी. कोहली

-ग्रामीणों की मांग को गंभीरता से नहीं ले रहे सरकार व प्रशासन : कोहली – – ग्रामीणों को दृढ़ निश्चय जब तक सडक़ मार्ग नहीं मिल जाता धरने से नहीं…

किसी के जैसा बनने की कोशिश नहीं , मेरा लिखने का अंदाज अलग : मुनीषा राजपाल

-कमलेश भारतीय मैं किसी के जैसा बनने की कोशिश नहीं करती बल्कि मेरा लिखने का अंदाज अलग है । यह कहना है मुनीषा राजपाल का जो यह रिश्ता क्या कहलाता…

बदले बदले से शरद पवार…….

-कमलेश भारतीय देश की राजनीति में महाराष्ट्र के प्रमुख नेता शरद पवार भी राजनीतिक कलाबाजियां खाने में स्वर्गीय रामबिलास पासवान से कम नहीं । महाराष्ट्र के इस महत्त्वाकांक्षा पूरी नही…

निकाय मंत्री डॉ कमल गुप्ता ने कार्यकर्ता के निवास पर लगाई नाम पट्टिका

हिसार, 22 अप्रैल :यह पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता को प्रदर्शित करता है कि बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के घरों व प्रतिष्ठानों पर पार्टी के झंडे औऱ नाम पट्टिका लगाई जा…

सुशील चावला , ईशा खन्ना और राजेश राजपाल की पेशकश …….. गजल महकी और चुपके चुपके

-कमलेश भारतीय आज पाठक मंच की ओर से गीत गजल का कार्यक्रम करवाया गया जिसमें गजल महकी और वह भी चुपके चुपके ! प्रसिद्ध गजल गायक व हिसार के ही…

अहंकार किसमें ? ………….कांग्रेस या भाजपा में ?

-कमलेश भारतीय राहुल गांधी की याचिका सूरत कोर्ट में खारिज हो गयी । यदि खारिज न होती तो इनकी लोकसभा सदस्यता बचने की राह प्रशस्त हो सकती थी । अभी…

पृथ्वी दिवस विशेष, 22 अप्रैल ……… पृथ्वी की रक्षा एक दिवास्वप्न नहीं बल्कि एक वास्तविकता होनी चाहिए

मनुष्य के रूप में, यह हमारा मूल कर्तव्य है कि हम उस ग्रह की देखभाल करें जिसे हम अपना घर कहते हैं। पृथ्वी हमें वे सभी बुनियादी चीजें उपलब्ध कराती…

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