-कमलेश भारतीय

देश की राजनीति में महाराष्ट्र के प्रमुख नेता शरद पवार भी राजनीतिक कलाबाजियां खाने में स्वर्गीय रामबिलास पासवान से कम नहीं । महाराष्ट्र के इस महत्त्वाकांक्षा पूरी नही हो पा रही और वह है प्रधानमंत्री की कुर्सी पाना ! लम्बे समय तक कांग्रेस में रहे । पावरफुल मुख्यमंत्री के तौर पर और फिर केंद्र मे भी लेकिन जब सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा उठाया तब काग्रेस से अलग एनसीपी बना ली यानी राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ! लोकसभा अध्यक्ष रहे पी ए संगमा भी इनके साथ हो लिये लेकिन यह पार्टी भी इनको मनवांछित फल न दे सकी । महाराष्ट्र की राजनीति के लिये कांग्रेस से ही हाथ मिलाना पड़ा क्योंकि शिवसेना भाजपा गठबंधन में थोड़ा परहेज था । केंद्र में कांग्रेस की गठबंधन सरकार में कृषि मंत्री भी रहे ।

पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान महाराष्ट्र में ये शरद पवार ही थे जिन्होंने अमित शाह जैसे चाणक्य को मात देकर कांग्रेस , एनसीपी और उद्धव ठाकरे की शिवसेना की अघाड़ी सरकार बनवा कर चित्त कर दिया । यह सरकार पूरे अढ़ाई साल चली लेकिन अमित शाह भूल न पाये इस हार को । आखिर एकनाथ शिंदे को तोड़कर भाजपा की गठबंधन सरकार बनवा कर ही दम लिया ! इस तरह एक चाणक्य ने दूसरे चाणक्य से बदला चुकाया ।

अब फिर बदले बदले से नजर आ रहे हैं शरद पवार के तेवर ! वे भाजपा से नजदीकियां बढ़ा रहे हैं । ऐसे क्यों ? कहने वाले कह रहे हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस दिन से दिल्ली में राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़से से मुलाकात की और विपक्ष की एकता की बात की , उसके बाद से ही शरद पवार के सुर बदलने लगे हैं और उनके कदम धीरे धीरे भाजपा की ओर बढ़ने लगे हैं ! इस तरह नीतिश कुमार के आते ही शरद पवार का मन डोल गया ! आजकल शरद पवार के भतीजे अजीत पवार की नजदीकियां भी भाजपा की ओर बढ़ती जा रही हैं ! यह भी माना जाता है कि अजित पवार सब अपने चचाजान के इशारे पर ही करते हैं । पहले भी भाजपा से मिलने , आधी रात को सरकार बनाने के प्लान के पीछे कोई और ही था और अब भी भाजपा से नजदीकियों के पीछे किसी और का ही हाथ है ! शायद पवार बिना पाॅवर के रह नहीं सकते ! इसलिये यह नया खेल शुरू किया है और हो सकता है कि आने वाले दिनों फिर अघाड़ी सरकार बने जिसमें भाजपा , एनसीपी और शिंदे शामिल शामिल हों ! पावर वैलेंस का यह पवार गेम पवार ही जानें ! कौन इनके दिल की थाह पा सकता है ! अडाणी से भी शरद पवार नजदीकियां बढ़ा रहे हैं । बाबू ! समझो इशारे ! पवार के बदले बदले तेवर ! क्या रंग दिखायेंगे ?
-पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी । 9416047075

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