Category: विचार

पत्रकार, राजनेता और रिश्ते,,,,

–कमलेश भारतीय पत्रकार और,राजनेताओं का सीधा सीधा संबंध बना और बिगड़ा चला आ रहा है । यह ऐसा रिश्ता है जिसमें स्थायित्व नहीं होता और न हो सकता । पत्रकार…

तालाबंदी नहीं, ‘तालाज़ब्ती’ करें

इतनी बड़ी आबादी पर डंडे से हुकूमत नहीं की जा सकती, हां सुझाव दिये जा सकते हैं।दोहरा चरित्र, एक ओर लाकडाउन का समर्थन वहीं दूसरी ओर लाकडाउन के विरोध में…

आफ द रिकार्ड–यशवीर कादियान

परिवार पहचान पत्र हरियाणा सरकार की महत्वकांक्षी परिवार पहचान पत्र योजना यानी पीपीपी या ट्रिपल पी विवादों में घिरती जा रही है। इस पर सवाल किसी ओर ने नहीं,बल्कि सरकार…

‘सुकमा काण्ड’ सुनियोजित और बेरहमी से किया गया हमला है

कठोर सत्य यह है कि राज्य के पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के दो युद्धरत समूहों के बीच आज आदिवासी एक दूसरे के बीच फंसे हैं। बहुत खून-खराबा हुआ…

यू ट्यूबर्ज और रणनीतिकार,,,,

-कमलेश भारतीय पत्रकारिता में एक नयी पीढ़ी आई है । हिसार शहर का मेरा अपना अनुभव है । बाकी शहरों की आप जाने । पहले प्रेस वार्ता में जाते थे…

पहली लहर कम क्यो हो गई थी ? वायरस कमज़ोर पड़ा था तो ये वायरस कब तक कमज़ोर होगा ?

ना ताली काम आई ना थाली, दिए भी अंधेरे को कम न कर पाए।पुलिस वाले पिछवाड़ा लाल करने में पीछे नहीं रहते।दोनों डोज लगने के बाद डॉक्टर पॉजिटिव हो वेंटिलेटर…

फसल संभालने के दिन आए , लोकतंत्र की फसल कोई और न काट ले जाए

-कमलेश भारतीय गेहूं की फसल पक चुकी और कटाई भी जारी है । मंडियों में फसल आने लगी है । लोकतंत्र की फसल भी असम में पक चुकी है यानी…

कोरोना काल में नीयत पर सवाल

इतना ‘मास्क-मास्क’ चिल्लाओ की सारी गलती तुम्हारे परिवार के सदस्य की निकल आये।निजी कार, एक पब्लिक प्लेस है, पर पीएम केयर्स फ़ंड, पब्लिक फ़ंड नहीं है ?कोरोना की दूसरी लहर…

राफ़ेल की उड़ान पर फिर सवाल

यही तो विधि का विधान है, कि “पाप” कभी छिप नहीं सकता ।सरकार इस भ्रष्टाचार के बारे में न कुछ सुनना चाहती है, न कहना चाहती है।एक याचिका को सुप्रीम…