Category: विचार

ख़बरों के पीछे दौड़ती पत्रकारिता, थोड़ी रैड लाइट की जरूरत

किसी भी मीडिया संस्थान की पहली खबर से अगर लोगों के चेहरे पर मुस्कान न आये तो वह कैसी पत्रकारिता ? आज देश भर के चैनलों और अख़बारों में खबर…

राजनीति में प्रतिभाशाली युवाओं की कमी लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी

वर्तमान समय चिंताजनक स्थिति को दर्शाता है जहाँ युवाओं का राजनीति में भाग गिरता जा रहा है | आज हमारी संसद में 35 वर्ष से कम उम्र के मात्र 20%…

घर में बच्चे दो ही अच्छे नीति कर देगी सामाजिक बंधन कच्चे

संबंधित कानून महिला विरोधी भी हो सकता है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का तर्क है कि कानून जन्म से ही महिलाओं के खिलाफ भेदभाव (गर्भपात या कन्या भ्रूण और शिशुओं के गर्भपात…

माटी के लाल या दलबदल का कमाल ?

–कमलेश भारतीय पश्चिमी बंगाल के दौरे के दूसरे दिन भाजपा के चाणक्य व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दीदी ममता बनर्जी के मां , माटी और मानुस नारे की तर्ज पर…

आफ द रिकार्ड–यशवीर कादियान

फोटो सैशन देश में हालात ये हो चले हैं कि फिट रहना अभिनेताओं से और एक्टिंग करना पोलटीशियन से सीखें। किसान आंदोलन ऐसा अवतरित हुआ कि नेता लोगों को बैठे…

मोदी की मनुहार , चौ बीरेंदर का उपवास , इनसे क्या होगा रे ,,,?

–कमलेश भारतीय आखिरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान आंदोलन पर चुप्पी तो तोड़ी लेकिन किसानों की नहीं कही अपने मन की बात से । आ जाओ बातचीत करने को तैयार…

एसवाईएल बनाम कृषि कानून : आठ घंटे का उपवास और किसानों का अनिश्चितकालीन धरना !

दिल्ली के चारों तरफ किसान , सरकार मंत्री पहुंचे खेत खलिहान. सामान्य से 3 डिग्री कम तापमान में भी डटे हैं मजबूती से किसान. सरकार और सरकार के सलाहकारों को…

सरकार , सुप्रीम कोर्ट और किसान

-कमलेश भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर संवेदनशील किसान आंदोलन पर फैसला सुना कर सरकार को चेतायाहै कि किसानों को शांतिप्रिय आंदोलन से रोक नहीं सकते लेकिन किसानों को…

खेत छोड़ सड़कों पर क्यों उतरें है देश भर के किसान?

केंद्र को इस तथ्य पर अधिक संज्ञान होना चाहिए कि किसान और कृषि क्षेत्र दोनों इसके संरक्षण में हैं, और वे मुक्त बाजार अभिनेता नहीं हो सकते। बड़े निगमों के…

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