Category: देश

बलिदान के इतिहास से सरोबार है अहीर कौम – राव इंद्रजीत

अहीर रेजिमेंट के लिए केंद्र सरकार से फिर करेंगे बात बुलंदशहर। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने कहा कि अहिर कौम का इतिहास बलिदान से परिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सन…

पंजाब में कांग्रेस की बारात और दूल्हा कौन ?

-कमलेश भारतीय पंजाब विधानसभा चुनाव आने तक इसके अध्यक्ष , क्रिकेटर और काॅमेडी शोज के जज नवजोत सिद्धू क्या क्या नहीं कहेंगे , ये तो वे भी नहीं जानते लेकिन…

गुलाम नवी आज़ाद तोल रहे पर ……

-कमलेश भारतीय क्या वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नवी आज़ाद अपने पर तोल रहे हैं और ऐसा कहा जा रहा है कि वे पंजाब के…

दिल्ली में येलो अलर्ट के बाद जानें क्या रहेगा खुला और क्या रहेगा बंद

नई दिल्ली. देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केजरीवाल सरकार सतर्क हो गई है. सरकार ने दिल्ली में येलो अलर्ट जारी कर दिया…

फिर फिर महात्मा गांधी पर कुबोल

-कमलेश भारतीय महात्मा गांधी के बारे में प्रसिद्ध वैज्ञानिक आइंस्टाइन ने कहा है कि आने वाली पीढ़ियां मुश्किल से यह विश्वास करेंगी कि महात्मा हाड़ मांस के बने कोई व्यक्ति…

कांग्रेस के इतिहास के बिना आधुनिक भारत का इतिहास लिखा ही नही जा सकता : विद्रोही

ये कैसा अमृत महोत्सव है जिसमें आजादी आंदोलन में हिस्सा व बलिदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को तो दरकिनार किया जा रहा है : विद्रोही विगत 74 वर्षो से भारत…

स्वराज इंडिया ने देश में नफरत और साम्प्रदायिक भाषणों की हालिया घटनाओं के बारे में गंभीर चिंता व्यक्त की

स्वराज इंडिया भारत के नागरिकों से नफरत और साम्प्रदायिकता की ताकतों के खिलाफ खड़े होने और हमारे स्वतंत्रता आंदोलन से प्रेरित धर्मनिरपेक्ष, बहु-धार्मिक मूल्यों की रक्षा करने की अपील करता…

क्या किसान आंदोलन से खुलेगा जीत का रास्ता?

-कमलेश भारतीय क्या किसान आंदोलन से पंजाब विधानसभा चुनाव में चढूनी के लिए जीत का रास्ता खुलेगा? वे बहुत उतावले थे किसान आंदोलन के बल पर राजनीति करने के लिए…

राजनीतिक दल बनाकर चुनाव लडने को लालायित किसान नेताओं को पुनर्विचार करने की जरूरत : विद्रोही

27 दिसम्बर 2021 – संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले काले तीन कृषि कानून को वापिस लेने को मोदी सरकार को मजबूर करने के तुरन्त बाद आंदोलनरत पंजाब के कुछ…

गांधी तकनीक के विरोधी नहीं , मनुष्य के शोषण के खिलाफ थे : रामचंद्र राही

–कमलेश भारतीय गांधी जी नयी तकनीक या उद्योग के खिलाफ नहीं थे बल्कि मनुष्य के शोषण के खिलाफ थे । इसीलिए वे चरखे और खादी के पक्ष में थे ।…

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