Tag: पंजाब सरकार

ये जीवन-मृत्यु का गंभीर समय है, आपसी रस्साकशी का नहीं।

कोविड ने स्मार्ट गवर्नेंस की जगह पैदा कर दी है, सहकारी संघवाद के जरिये केंद्र और राज्यों को अविलंब विश्वास की कमी को दूर करना चाहिए, यह जीवन और मृत्यु…

लगता है कि मोदी देश के अगले राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं।

निष्ठाएँ अगर भेदभावपूर्ण हैं या उचित-अनुचित से परे अपनों के अंध-समर्थन की हद तक है, तो यह एक तरह से सामाजिक अपराध है।सत्ता की निरंकुशता और उनके भ्रष्टाचार पर बोला…

आखिर क्यों प्रधानमंत्री की ‘मीटिंग’ फिर बड़ी खबर नहीं बन पायी?

ममता बनर्जी के कड़े एतराज से इस बैठक की पोल खुल गई।अब प्रधानमंत्री वही बात कर रहे हैं भले सिंगापुर का नाम नहीं लिया, साफ है कि केजरीवाल ने कुछ…

महामारी में कहाँ दुबक गए एनसीसी, एनएसएस और सारे एनजीओ?

कोरोनावायरस महामारी के दौरान केन्द्र, राज्य सरकारें तथा प्रशासन अपने स्तर पर मुस्तैदी से काम कर रहा है। सरकार के इन प्रयासों के साथ-साथ देश भर की कई धर्मार्थ संस्थाएं…

आपदा में राहत: हर जिले में फौरन खुले मेडिकल कॉलेज

हेमेन्द्र क्षीरसागर, लेखक, पत्रकार व विचारक फिलहाल कोरोना महामारी से देश ही नहीं अपितु समूचा जूझ रहा है। किसी को कुछ नहीं सूझ रहा है कि इस संकट का समाधान…

अंतर्राष्ट्रीय चिकित्सा पत्रिका ‘द लैंसेट’ का तंज मोदी सरकार की वजह से बिगड़ रहे हैं भारत के हालात।

इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन का अनुमान है कि भारत में 1 अगस्त तक कोरोना से 10 लाख लोगों की मौत हो जाएगी। भारत सारथी टीम अंतर्राष्ट्रीय चिकित्सा पत्रिका…

कोविड-19 वैक्सीन, ऑक्सीजन और उससे जुड़े उपकरणों पर अगले तीन महीनों के लिए सीमा शुल्क माफ

ऑक्सीजन संबंधित उपकरणों और सामानों पर सीमा शुल्क तत्काल प्रभाव से तीन महीने के लिए माफ कर दिया गया. साथ ही कोविड वैक्सीन लगने वाले सीमा शुल्क पर भी छूट…

राज्य सरकारें कहती है राज्य में वैक्सीन खत्म हो गया है, केंद्र सरकार सप्लाई नहीं दे रही है

राज्य सरकारें ऑक्सीजन की कमी बता रही है और केंद्र सरकार से ऑक्सीजन की मांग कर रही है। आम जनता समझ नहीं पा रही है कि सच कौन बोल रहा…

बोया पेड़ बबूल का आम कहां से होय !

“पैदल चलना पड़ा, बड़ा कष्ट हुआ लेकिन मोदी ने देश को बचा लिया, वोट तो हम फिर भी मोदी को ही देंगे। “चाटूकारिता की ऐसी भी क्या मजबूरी कि मरते…

अब मजबूत सरकार पाली है, तो जरा महंगी तो पड़ेगी ही, लेकिन क्या आपमे पूछने की हिम्मत है कि तमाम पैसा गया कहां ?

सीएजी सात साल पहले वो एक बरस में 114 ऑडिट करता था, इस बरस 14 किये, छोटे मोटे, बड़े और ज्यादा करे भी कैसे सरकार मजबूत है।आपका पोता, आपके आनंद…

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