बुरा ही बुरा कयों दिखता है : हरिशंकर परसाईं
यादों की धरोहर पुस्तक में से । हरिशंकर परसाई के साक्षात्कार का अंश -चयन : कमलेश भारतीय एक आरोप मुझ पर लगाया जाता है कि मुझे बुरा ही बुरा क्यों…
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यादों की धरोहर पुस्तक में से । हरिशंकर परसाई के साक्षात्कार का अंश -चयन : कमलेश भारतीय एक आरोप मुझ पर लगाया जाता है कि मुझे बुरा ही बुरा क्यों…
-कमलेश भारतीय लगभग तीन दशक होने वाले हैं हरियाणा में । पंजाब के दोस्त कहते हैं कि ईब तो हरियाणवी हो गये भाई । हां , कभी पंजाबी भंगड़े व…
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के एम.ए. हिंदी पाठ्यक्रम में एस आर हरनोट की बहु चर्चित कहानी “जीनकाठी” को शामिल किया गया है। हरनोट ने इसके लिए विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के…
हिसार : हरियाणा ग्रंथ अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष व चर्चित कथाकार कमलेश भारतीय के कथा संग्रह ‘मां और माटी’ के नेपाली अनुवाद ‘आमा र माटो ‘ का विमोचन सर्वोदय भवन…
हिसार : हरियाणा ग्रंथ अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष व प्रसिद्ध कथाकार कमलेश भारतीय ने अपनी व अपने साहित्यिक मित्रों की हिंदी , पंजाबी व अंग्रेजी में प्रकाशित कम से कम…
-कमलेश भारतीय ग्लैमर की दुनिया है मुम्बई । आधी रात के सपने जैसी है यह दुनिया । मुंगेरीलाल की हसीन दुनिया । इन्हें सितारे कहा जाता है -सितारे जमीं पर…
यह समीक्षा नहीं , एक पाठक पर पड़ा प्रभाव मात्र है और इसे पहले खुद दीप्ति नवल ने पढ़ने के बाद ही स्वीकृति दी कि अब उपयोग कीजिए –कमलेश भारतीय…
-कमलेश भारतीय यशपाल शर्मा हिसार से मुम्बई तक ऐसे ही नहीं पहुंचा । एक जिद्द , एक जुनून का नाम है यशपाल शर्मा । मैं पिछले पच्चीस साल से हिसार…
सामाजिक दायरे में रहकर समाज व देश के कल्याण के लिए साहित्य सृजन करना चाहिए : डा. मधु कांत।प्रेरणा वृद्धाश्रम में साहित्यकारों को किया गया सम्मानित। कुरुक्षेत्र, 17 जुलाई :…
‘वर्तमान संदर्भ में रचनात्मक लेखन : विविध आयाम’ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी गुरुग्राम। रचनात्मक लेखन एक अभिव्यक्ति है जिसमें भाव, विचार, अनुभव और कल्पना एक साथ स्वरूप लेते हैं। विधा…