देश विचार हिसार वसूली परमो धर्मः ,,,,? 08/04/2021 Rishi Prakash Kaushik –कमलेश भारतीय महाराष्ट्र से जिस तरह वसूली की खबरें या कहिए आरोप सामने आ रहे हैं , उससे लगता है कि वसूली परमो धर्मः । वैसे भी यह वसूली का…
हिसार मेरा लक्ष्य हिसार को हरा भरा और स्वच्छ बनाना : गौतम सरदाना 05/04/2021 Rishi Prakash Kaushik -कमलेश भारतीय हिसार शहर को हरा भरा और स्वच्छ बनाना ही मेरा लक्ष्य । इसके लिए 32 गाड़ियां निगम की ओर से लगा रखी हैं । शहीद भगत सिंह मेरे…
विचार हरियाणा हिसार समझणिए की मर कि नासमझणिए कि अड़ ,,,? 04/04/2021 Rishi Prakash Kaushik –कमलेश भारतीय रोहतक के सांसद अरविंद शर्मा के पिता की सत्रहवीं पर पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को किसानों के कोप का सामना करना पड़ा और निर्धारित हैलोपेड पर न…
देश फिल्म विचार हिसार ये फिल्म अवार्ड्स कुछ इशारे कर रहे 02/04/2021 Rishi Prakash Kaushik -कमलेश भारतीय पहले कंगना रानौत को श्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार घोषित हुआ और अब दक्षिण के सितारे रजनीकांत को सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के दिये जाने की न केवल घोषणा…
हिसार संविधान की धज्जियां उड़ाईं भाजपा ने : खोवाल 31/03/2021 Rishi Prakash Kaushik -कमलेश भारतीय भाजपा ने संविधान की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी । इसलिए हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के लीगल सेल ने प्रदेशवासियों को संविधान की जानकारी देने का…
देश राजनीति हिसार बचना ऐ हसीनो, लो राहुल आ गया 31/03/2021 Rishi Prakash Kaushik –कमलेश भारतीय यह गाना राहुल गांधी पर फिट कर दिया केरल के एक पूर्व सांसद जाॅयस जाॅर्ज ने । बेशक ज्यादा आलोचना होने पर यह टिप्पणी वापस ले ली-राहुल गांधी…
हिसार होली पर कृषि कानूनों की होली 30/03/2021 Rishi Prakash Kaushik -कमलेश भारतीय किसान आंदोलन लगातार चल रहा है । पर सरकार को कोई चिंता नहीं । सरकार किसी दवाब में नहीं दिखती । मज़े में पश्चिमी बंगाल में चुनाव जीतने…
देश विचार हिसार भारत बंद में कुछ मानवता भी ,,,, 26/03/2021 Rishi Prakash Kaushik -कमलेश भारतीय आज किसान आंदोलन के नेताओं की ओर से भारत बंद का आह्वान था । शायद मैं सुनी सुनाई या गोदी मीडिया की देखी दिखाई लिखता पर अपनी बेटी…
हिसार यह लोकतंत्र की कैसी मान मर्यादा ? 24/03/2021 Rishi Prakash Kaushik -कमलेश भारतीय ऐसा पहली बार नहीं हुआ और न शायद आखिरी बार है । एक फोटो बहुत विचलित कर रहा है । बिहार विधानसभा के स्पीकर को बंधक बनाये जाने…
साहित्य हिसार दूसरों के लिए ख्वाब बुनता है कवि 23/03/2021 Rishi Prakash Kaushik कमलेश भारतीय जी हां । कवि या रचनाकार को अपने लिए नहीं दूसरों के लिए ख्वाब बुनने होते हैं यानी समाज के लिए । वह स्वार्थ से बहुत ऊपर होता…