Tag: कमलेश भारतीय

काले दिन और अच्छे दिन,,,?

–कमलेश भारतीय आपातकाल को फिर काले दिनों के रूप में याद दिला रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अन्य भाजपा नेता । मोदी कह रहे हैं कि आपातकाल के काले…

एक अच्छे कलाकार के रूप में नाम बना सकूं , यही चाहत : आरती गांधी

-कमलेश भारतीय एक अच्छे कलाकार के रूप में नाम बना सकूं , बस इतनी चाहत है मेरी और यही मेरा सपना है । यह कहना है हिसार के पी एल…

मूर्ति पवित्र या अपवित्र कैसे ?

-कमलेश भारतीय हरियाणा में चौ देवीलाल अपने आप में एक मिसाल नेता रहे । लोगों के बीच जाकर समस्याएं सुनने और सुलझाने में माहिर बल्कि जादूगरी के मालिक । इनके…

पत्रकारिता में स्पांसर्ड खबरें आने से इसकी साख गिरी: दीप्ति अंगरीश

-कमलेश भारतीय पत्रकारिता में स्पांसर्ड खबरें आने से इसकी साख गिरी और यदि यही रूझान रहा तो आने वाले कुछ सालों में खबरों में लोगों की कोई दिलचस्पी नहीं रह…

राष्ट्र मंच सजने लगा , नया मोर्चा बनने लगा

–कमलेश भारतीय हर बार लोकसभा चुनावों से पहले कोई न कोई नया मोर्चा बनने लगता है । अब भी महाराष्ट्र में शरद पवार नया मोर्चा बनाने की कवायद में जुटे…

गुजवि का कुलगीत लिखना ही मेरा सबसे बड़ा पुरस्कार : प्रो तिलक सेठी

–कमलेश भारतीय मेरा सबसे बड़ा पुरस्कार और सम्मान है अपने गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय का कुलगीत लिखना जो मेरे रिटायर होने के बाद भी गूंजता रहेगा । यह मेरी खुशी है…

शिक्षकों को मूल सुविधाएं मिलें और आपसी भाईचारा बढ़े: विनोद गोयल

-कमलेश भारतीय गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय के दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय के एसिस्टेंट प्रोफेसर व गुजुटा के जनरल सेक्रेटरी विनोद गोयल ने यह बात कही । मज़ेदार बात कि जब मैं सन्…

न्यूज एंकर से फिल्म तक का सफर : पायल सिंह

–कमलेश भारतीय सर , आप ही मेरे मेंटर और प्रेरक रहे । आपने ही हमारे गवर्नमेंट काॅलेज की काव्य प्रतियोगिता में मेरे द्वितीय पुरस्कार पाने पर मेरी अदायगी की सराहना…

अध्ययनशील समाज बनाने और वंचितों को शिक्षा देने की कोशिश : प्रमोद गौरी

-कमलेश भारतीय अध्ययनशील समाज बनाने और वंचितों को शिक्षा देने की कोशिश जारी है । राज्य संसाधन केंद्र ‘सर्च’ में जीवन के अट्ठारह वर्ष समर्पित कर चुके प्रमोद गौरी ने…

किसान आंदोलन : सावधान , आगे खतरनाक मोड़ है

-कमलेश भारतीय पहाड़ों पर जाते समय यह बोर्ड आमतौर पर देखने -पढ़ने को मिलता है -सावधान , आगे खतरनाक मोड़ है । यानी आगे की राह खतरनाक है । जरा…

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