– सभी सर्विस वोटर आसानी से कर सकें मतदान, इस पर हो रहा काम – चुनाव आयुक्त ने गुरूग्राम और नूंह जिलों का किया दौरा, अधिकारियेां और बीएलओ से लिया फीडबैक गुरुग्राम, 28 अक्तूबर। भारत निर्वाचन आयोग इस अमृत महोत्सव वर्ष में चुनाव प्रणाली सुधारने व इसे और अधिक पारदर्शी बनाने की दिशा में काम कर रहा है। इसके लिए चुनाव प्रणाली से जुड़े अधिकारियों तथा कर्मचारियों से सुझाव और फीडबैक भी लिए जा रहे हैं। इस कड़ी में निर्वाचन आयोग के चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने गुरूग्राम और नूंह जिलों का दौरा कर इन दोनों जिलों के अधिकारियों के साथ चुनाव प्रणाली से जुड़ी गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने इन अधिकारियों से चुनाव प्रणाली में और सुधार के लिए सुझाव भी मांगे। गुरूग्राम जिला के सोहना उपमण्डल के गांव किरंकी स्थित वैस्टिन रिजोर्ट में आयोजित इस बैठक में चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि चुनाव प्रणाली सुधार को लेकर वे अब तक देश के 8 राज्यों का दौरा कर चुके हैं। उन्होंने माना कि राजधानी दिल्ली के साथ सटे होने और आकार में छोटा होने की वजह से हरियाणा में चुनाव को लेकर राजनीतिक दल तथा आम जनता अन्य राज्यों की अपेक्षा ज्यादा सतर्क और जागरूक है। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में विख्यात भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली मजबूत है तथा चुनाव प्रणाली भी संदेह से परे है। फिर भी चुनाव प्रणाली को और अधिक सरल व सुविधाजनक बनाने तथा इसमें और अधिक पारदर्शिता लाने की दिशा में आयोग काम कर रहा है। श्री राजीव कुमार ने चुनाव प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों से ‘वन नेशन वन वोटर’ , ईआरओ नेट, सभी पात्र व्यक्तियों को मतदाता के तौर पर रजिस्टर करने, मतदाता सूची को त्रुटि रहित बनाने के उपायों, चुनाव के दौरान अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने से लेकर सामग्री वितरण, ट्रांसपोर्टेशन, ईवीएम के रख-रखाव, मतदान करवाने, वैब कास्टिंग, सुरक्षा व्यवस्था, मतगणना, सर्विस वोटर्स को मतदान की सुविधा आदि विषयांे पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि देश की सशस्त्र सेनाओं में कार्यरत सैनिको, अर्ध सैनिक बलो तथा चुनाव ड्यूटी में लगे सभी अधिकारी व कर्मचारी अपने मताधिकार का प्रयोग करें, इस विषय पर आयोग द्वारा बहुत मेहनत की जा रही है ताकि भविष्य मंे उसमें किसी प्रकार की दिक्कत ना आए। उन्होंने इन अधिकारियों से चुनाव करवाने के दौरान उनके सामने आई कठिनाइयों के बारे में जानकारी ली और साथ ही उन कठिनाइयों को हल करने के लिए संभावित सुझावों पर भी विचार विमर्श किया। उन्होंने इन अधिकारियों से कहा कि वे बूथ एैप को देखें और उसमें सुधार के लिए अपने सुझाव दें। उन्होंने बताया कि आयोग बूथ एैप को और भी ज्यादा यूजर फैं्रडली बनाने की दिशा में काम कर रहा है। श्री कुमार ने चुनाव प्रबंधन और वल्नेरेब्लिटी मैपिंग पर भी चर्चा की। श्री कुमार ने अधिकारियों के अलावा, बैठक में उपस्थित बूथ लैवल अधिकारियों (बीएलओ) से भी उनके समक्ष आ रही समस्याओं के बारे में पूछा और उन समस्याओं को हल करने के लिए सुझाव मांगे। उन्होंने कहा कि बीएलओ का कार्य चुनाव की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि वे ही मतदाता के सीधे संपर्क में होते हैं। उन्होंने बीएलओ को चुनाव प्रक्रिया की अहम कड़ी बताया और कहा कि उनके कार्य का भी सरलीकरण किया जाएगा। इस अवसर पर गुरूग्राम के उपायुक्त डा. यश गर्ग, अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा, नूंह के उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त सुबिता ढाका, गुरूग्राम की डीसीपी मुख्यालय आस्था मोदी, डीसीपी मानेसर वरूण सिंगला, गुरूग्राम की एसडीएम अंकिता चौधरी, पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार भी उपस्थित थे। Post navigation 1947 के विभाजन का दर्द – बुजुर्गों की जुबानी विभिन्न उल्लंघनाओं के तहत हुए चालान का जल्द करें भुगतान