सोहना बाबू सिंगला जी डी गोयनका यूनिवर्सिटी द्वारा विधिक सेवा शिविर का आयोजन किया गया ।जी डी गोयनका यूनिवर्सिटी का विधिक सहायता समूह ने आज दिनांक 25 अक्टूबर 2021 को छात्रो द्वारा विधिक सहायता सब डिविजनल कोर्ट और सिटी पुलिस स्टेशन पर एक विधिक सहायता शिविर का आयोजन किया इस शिविर के दौरान सभी विद्यार्थियों को जिनकी संख्या लगभग 50 के करीब थी। विद्यार्थियों का स्वागत सोहना बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट लखविंदर खटाना एडवोकेट सचिन श्री अनुराग जिंदल एडवोकेट परमजीत यादव एडवोकेट श्री जोगिंदर सिंह एडवोकेट श्री मंजीत सिंह और एडवोकेट श्री रंजीत कुमार ने विद्यार्थियों के साथ वार्तालाप किया।उन्हों सभी को समझाते हुए इस बात पर जोर दिया कि विधिक सहायता सभी का अधिकार है और यह सभी को मिलनी चाहिए। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सभी अधिवक्ताओं को न्यायालय की मान मर्यादा का उचित सम्मान करना चाहिए उन्होंने उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया किस अभी-अभी अधिवक्ताओं का यह कर्तव्य है कि वह अधिक से अधिक लोगों को विधिक सहायता प्रदान करें। सभी विद्यार्थियों ने वरिष्ठ अधिवक्ताओं के साथ न्यायालय कक्ष लाइब्रेरी तथा अन्य अन्य अधिवक्ताओं से बात की और सभी ने इसी बात पर जोर दिया कि विधिक सहायता सभी को प्रदान करें वह कोई इससे वंचित ना रहे। तत्पश्चात सभी छात्र सोहना पुलिस स्टेशन का कार्यप्रणाली को समझने का प्रयास किया विद्यार्थियों ने यह भी समझा कि किस प्रकार मामलों का निस्तारण किया जाता है। थाना प्रभारी श्री राजेश कुमार ने सभी विद्यार्थियों से इस वस्तु पर बात की कि किस प्रकार एक केस दर्ज किया जाता है और उसके बाद इस प्रकार उसका निस्तारण किया जाता है उन्होंने विद्यार्थियों को यह भी समझाया कि अलग-अलग स्तर पर किस प्रकार काम का निस्तारण किया जाता है। इस मौक़े पर प्रफ़ेसर. तब्रेज अहमद , प्रफ़ेसर अज़ीम खान पठान , डॉक्टर राकेश ,डॉक्टर दक्षिता सांगवान , हितेश कैशिक , अभिषेक शर्मा , उदभव त्रिपाठी , नितिन गढ़ाइयाँ छात्र मेम्बर्ज़ अमन चतुर्वेदी, हितेश कौशिक , नितिन गढ़ाइयाँ , अभिषेक शर्मा , उदभव त्रिपाठी , आयुषि ठंडेसर्रयी , आकांक्षा कुमारी तथा लीगल एड के अन्य सदस्यों ने बताया कि ये अनुभव उनकी प्रफ़ेशनल लाइफ़ के लिए बहोत ज़रूरी था और बहोत मददगार रहेगा। Post navigation किसानों को डीएपी खाद की मारामारी को लेकर एसडीएम जितेंदर गर्ग ने खाद बीज की दुकानों पर मारा छापा करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी त्योहारों पर रात्रि के समय लोगों को अंधेरे का सामना करना पड़ रहा