बीजेपी राज में दलितों पर बढ़ते अत्याचारों पर विधायक जरावता का सोया जमीर सिंधु बॉर्डर पर हुई श्रमिक लखबीर की हत्या से सच मे जागा है या ये केवल राजनीतिक दिखावा है? किसान आंदोलन को बदनाम करने और देश में जातीय दंगे भड़काने की सरकारी साजिश हुई बेनकाब पटौदी, 21/10/2021 :- ‘सिंधु बॉर्डर पर हुई लखबीर सिंह की हत्या के मुख्य आरोपी निहंग नेता अमन बाबा की फ़ोटो केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर के साथ वायरल होने से इस मामले में किसी बड़ी साजिश की बू आ रही है, और ऐसे समय मे पटौदी विधायक द्वारा इस हत्या के लिए किसान आंदोलन को निशाना बनाना और किसान नेता टिकैत व चढूनी को दोषी ठहराना उनकी किसान विरोधी मानसिकता को तो उजागर करता ही है साथ ही उनका बयान दलितों को किसानों के खिलाफ भड़का कर बीजेपी के किसी बड़े षडयंत्र को हवा देता प्रतीत होता है’ ये कहना है हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस की प्रदेश महासचिव सुनीता वर्मा का, उन्होंने उक्त बातें प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कही, उन्होंने कहा कि दलित श्रमिक लखबीर की सिंधु बॉर्डर पर हुई हत्या से स्थानीय विधायक जरावता का जो दलित प्रेम जागा है क्या उस वजह से अब वो उन बीजेपी नेताओं के खिलाफ एफआईआर व उनकी गिरफ्तारी की मांग करेंगें जिनके साथ हत्यारे निहंग की फोटो वायरल हुई है। गौरतलब है कि पटौदी से बीजेपी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता ने एक निजी चैनल को दिए अपने साक्षात्कार में एक दलित समाज के प्रतिनिधि के तौर पर अपने मनोभाव व्यक्त करते हुए कहा था कि इस किसान आंदोलन का पूरी तरहं से तालिबानीकरण हो चुका है। इसके साथ ही उन्होंने अपने बयान में किसान नेताओं की गिरफ्तारी की मांग भी की थी। जरावता के इसी बयान पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कॉन्ग्रेस नेत्री ने कहा कि करोलबाग से पूर्व में भाजपा सांसद रहे डॉoउदित राज का भी जब दलित प्रेम जगा तो वो भी बीजेपी को अलविदा कह गए थे, तो क्या पटौदी विधायक भी अपने उसी राजनीतिक गुरु की राह पर चलते हुए अब बीजेपी को अलविदा कह कर कोई और राजनीतिक रास्ते तैलाश रहे हैं? कांग्रेस नेत्री ने कहा कि अगर जरावता का दलित प्रेम इस सिंधु बॉर्डर पर हुए विभत्स हत्याकांड से जगा है तो क्या इनकी अन्तर्रात्मा उस वक़्त सोई हुई थी जब योगी राज के बनारस में एक दलित युवती वहैशी दरिंदों की हैवानियत का शिकार हुई थी और बाद में यूपी पुलिस ने प्रशासन के इशारे पर हिन्दू परम्पराओं के विपरीत जा कर आधी रात को मृतका के परिवार वालों की गैरमौजूदगी में उसका दाहसंस्कार कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि उस समय क्या उनका दलित प्रेम सोया हुआ था जब केंद्र सरकार द्वारा एससी/एसटी एक्ट खत्म किया गया था।वर्मा ने कहा कि तो क्या अब वो अपने जगे दलित प्रेम की वजह से और हत्यारे निहंग की फ़ोटो बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ आने से और उस श्रमिक की हत्या की साजिशन वजह का खुलासा होने से क्या वो बीजेपी छोड़ कर कोई और राह चुनेंगे? क्योंकि ये तो सत्य है कि बीजेपी राज में दलितों पर अन्याय और अत्याचार कई गुणा बढ़ा है। महिला कांग्रेस की प्रदेश महासचिव ने कहा कि गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी की दलित छात्राओं का अकारण परीक्षा परिणाम रोका हुआ है, सरकारी नौकरियों में एससी वर्ग का पूरा बैकलॉग खाली पड़ा है, अनुसूचित जाति को मिलने वाली स्कॉलरशिप में बड़ा घोटाला खट्टर राज में सामने आया है, गरीब व पिछड़े समाज के बच्चों का स्टाइफण्ड नही मिलने के कारण उनकी पढ़ाई बीच मे छूट रही है, सरकारी स्कूलों में न बच्चों को पुस्तकें मिली और न ही उन्हें वर्दी नसीब हुई तो क्या जरावता का जगा दलित प्रेम खट्टर से इन कारणों का जवाब भी मांगेगा?वर्मा ने कहा कि आगरा पुलिस कस्टडी में हुई दलित युवक की हत्या पर भी उनका दलित प्रेम जगा हुआ है या जाग कर फिर सो गया है जो इस हत्याकांड पर अपनी कोई प्रतिक्रिया वो नही दे रहे। उन्होंने कहा कि बीजेपी शासित राज्यों में कानून व्यवस्था बिल्कुल फेल हो चुकी है, विशेषकर दलितों की जिंदगी हर पल मौत के मुहाने पर खड़ी है, और ये बीजेपी निक्कमी सरकारें तमाशबीन बनी बैठी है तथा बीजेपी के दलित नेता इस पार्टी की धूमिल छवि को संवारने में श्रंगार वाली झालर बने हुए हैं। कांग्रेस नेत्री ने स्थानीय विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि श्रमिक लखबीर की हत्या के मामले में अगर उन्होंने अपनी बातें एक विधायक या प्रदेश मंत्री के तौर पर न कह कर दलित समाज के प्रतिनिधि के तौर पर कही है तो क्या अब वो आगरा में पुलिस कस्टडी में हुई दलित मजदूर की हत्या पर इस पीड़ित परिवार के लिए भी आशीष गुप्ता की भांति 45 लाख की मुआवजा राशि की मांग योगी सरकार से करेंगें? उन्होंने पूछा कि सिंघु बॉर्डर पर बैठे निहंग नेता अमन बाबा कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के साथ गुप्त मुलाक़ात के लिए बैठे हैं या किसानों का समर्थन के लिए। लखबीर सिंह की हत्या निहंगों ने की। भाजपा जवाब दे की क्या संवंध हैं उनका इन हत्यारे निहंगों से? Post navigation गाय के गोबर से बने खाद को किसानों तक पहुंचाएगी हरियाणा सरकार- कृषि मंत्री बदतमीजी करने वाले को बख्शा नहीं जाएगाः मूलचंद शर्मा