दीपेंद्र हुड्डा का गुरुग्राम शहर से लेकर पटौदी देहात में रविवार को तूफानी दौरा. किसान हितैषी और एमएसपी के दावे का बीजेपी के चेहरे से मुखौटा उतार गया. हरियाणा सरकार पर वर्ष 2014 के मुकाबले वर्ष 2021 में 3 गुना ज्यादा कर्जा. बाजरा की तरह ही अन्य फसलों की खरीद से पीछे हटेगी भाजपा की सरकार. किसान-खेती को पूरी तरह से कारपोरेट घराने की कठपुतली बनाने की तैयारी फतह सिंह उजाला हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पुत्र एवं राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने ऐलनाबाद उपचुनाव से लेकर किसान आंदोलन सहित बाजरा और धान की खरीद को लेकर केंद्र में बीजेपी सरकार के साथ-साथ हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी की गठबंधन सरकार को अपने निशाने पर लिया । रविवार को कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा साइबर सिटी गुरुग्राम से लेकर बादशाहपुर और पटौदी के देहात के इलाके में अपने एक दिन के तूफानी दौरे पर आम लोगों के बीच पहुंचे । राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने ऐलनाबाद उपचुनाव को लेकर हरियाणा में गठबंधन सरकार में साझीदार भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी पर व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि ऐलनाबाद उपचुनाव को दोनों ने वालीबाल बनाया हुआ है । वहां संभावित हार को देखते हुए दोनों पार्टियां उम्मीदवार के लिए एक दूसरे की तरफ देख रही हैं । इस मौके पर उनके साथ में पूर्व विधायक राव दान सिंह, पूर्व मंत्री सुखबीर कटारिया, रेवाड़ी के एमएलए चिरंजीव राव, बादली के एमएलए डॉक्टर कुलदीप वत्स, राव वीरेंद्र , जितेंद्र भारद्वाज, सचिन कुंडू , जयसिंह कबलाना, सुधीर चौधरी, रोहतास बेदी, मनीष खटाना, वर्धन यादव , अभिषेक यादव, मुकेश सहित अनेक समर्थक और कार्यकर्ता मौजूद रहे । दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा की केंद्र की और प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार को औसतन 8 वर्ष होने को आ रहे हैं । इस कार्यकाल के दौरान में देश और प्रदेश में जो भी हालात बने हुए हैं वह किसी से भी छिपे नहीं रह सके हैं । इसके विपरीत विकास और सुविधाओं के नाम पर दिल खोलकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार के द्वारा लोगों को बरगलाने के लिए मीडिया के माध्यम से मनचाहा प्रचार किया जा रहा है । अपने एक दिवसीय एनसीआर के प्रवास के दौरान कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा नखरोला, बिलासपुर, दौलताबाद, हेली मंडी, पटौदी, गुरुग्राम, सहित अन्य स्थानों पर भी लोगों के बीच पहुंचे और दिल खोलकर चर्चा करते हुए आम जनमानस की समस्याओं को सुनते हुए सत्ताधारी पार्टी और सरकार को भी खूब खरी-खोटी सुनाने का काम किया । उन्होंने कहा कि अब देश और प्रदेश की जनता बदलाव चाहती है , यही कारण है कि किसान आंदोलन को लेकर भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ जननायक जनता पार्टी पूरी तरह से बेनकाब होते हुए बैकफुट पर आ चुकी है । यहां दौरे पर बातचीत के दौरान कांग्रेस के युवा राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहां आंदोलनकारी किसान जिनको की पहले तो बीजेपी सरकार ने किसान मानने से इनकार कर दिया था, कम से कम अब किसान मानने के लिए तो मजबूर हो गई है । उन्होंने कहा आंदोलन कारी किसानों के साथ साथ संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा केंद्र के कृषि कानूनों को लेकर जिस बात की आशंका जाहिर की जा रही थी, उसकी हकीकत अब सामने आना आरंभ हो चुकी है । पीएम मोदी के साथ साथ हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भी और हरियाणा सरकार के सहयोगी जननायक जनता पार्टी के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने भी अनेकों बार दावा किया कि एमएसपी पर कोई आंच नहीं आएगी । एमएसपी था, एमएसपी है और एमएसपी रहेगा । सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सवाल उठाया एम एस पी के सबसे बड़े हिमायती होने के दावेदार आज मंडियों में किसानों के बीच में आकर यह बात साबित करें कि एमएसपी आखिर है कहां ? हरियाणा सरकार ने तो पहले ही बाजरा की मंडी में खरीद से हाथ उठाकर दिखा दिए हैं । इसी प्रकार से धान उत्पादक किसानों के साथ में सबसे बड़ा धोखा किया गया । बीते वर्ष 33ः के मुकाबले इस वर्ष 25ः प्रतिशत धान खरीदने की बात कही जा रही है । उन्होंने कहा कि अभी तो यह मात्र एक शुरुआत है , धीरे धीरे 1-1 फसल को बीजेपी नीत सरकार मंडियों में खरीद करने से पीछे हटती चली जाएगी। सरकार की एक ही मंशा है कि किसान और खेती को येन केन प्रकारेण कारपोरेट घराने के हाथों की कठपुतली बना दिया जाए । उन्होंने कहा सबसे अधिक बाजरा की पैदावार दक्षिणी हरियाणा में ही होती है , इस क्षेत्र के चुने हुए जनप्रतिनिधियों विधायकों और सांसदों को अब मंडियों में आकर यह भी साबित करना चाहिए कि सरकार किसान की उपज अपने वायदे के मुताबिक मंडियों में एमएसपी पर खरीद कर रही है । एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा की कृषि कानूनों के विरोध में सबसे पहले आंदोलनकारी किसानों के द्वारा दिल्ली के रामलीला मैदान में अपना धरना आंदोलन करने की इजाजत मांगी गई , लेकिन सरकार ने इंकार कर दिया । रामलीला मैदान एक सार्वजनिक स्थान है , धरना विरोध प्रदर्शन करना नैतिक और मौलिक हर आदमी का अधिकार है । उन्होंने सवाल किया कि मौजूदा केंद्र और राज्य सरकार के कार्यकाल से 70 वर्ष पहले तक क्या दिल्ली के रामलीला मैदान में धरना प्रदर्शन रैली आंदोलन नहीं हुए ? तो किसानों को क्यों रोका गया । कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपनी बातों को तर्क पूर्ण तरीके से रखते हुए इस बात पर भी जोर दिया कि मीडिया को भी सरकार की आंखें खोलने के लिए किसानों की मांगों की आवाज को उठाना चाहिए । उन्होंने कहा बिहार में जो हाल हो चुका है , वही हाल जल्द ही हरियाणा में भी किसानों को देखने के लिए मिलेगा। हरियाणा का किसान और खेती पूरी तरह से कारपोरेट घराने के कब्जे में चली जाएगी और इसका असर यह होगा कि किसान कर्ज के बोझ तले दबता चला जाएगा, बेरोजगारी सहित महंगाई बेकाबू हो जाएगी और जब महंगाई और बेरोजगारी बेकाबू होगी जो जो कुछ भी हालात बनेंगे उसके लिए पूरी तरह से भारतीय जनता पार्टी की सरकार की ही जवाबदेही होगी । कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा हरियाणा प्रदेश वर्ष 2014 तक विशेष रुप से एनसीआर के साइबर सिटी गुरुग्राम में विकास और निवेश के मामले में प्रदेश ही नहीं दुनिया में नंबर एक था । लेकिन आज हालात इस के एकदम विपरीत हैं और पूरे एनसीआर शामिल क्षेत्र सहित हरियाणा बेरोजगारी और अपराध के मामले में नंबर 1 बना दिया गया है । अफसरशाही पर कोई नियंत्रण नहीं , कोई लगाम नहीं , उन्होंने कहा आज हरियाणा प्रदेश विदेशी निवेश और विकास के मामले में पूरी तरह पटरी से उतर चुका है । अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान उन्होंने बेबाक शब्दों में कहा की हरियाणा को सबसे अधिक राजस्व देने वाले एनसीआर के गुरुग्राम के औद्योगिक इलाकों से बड़े और नामी उद्योग पलायन कर रहे हैं और पलायन करने की योजना बना चुके हैं । इसका सबसे अधिक खामियाजा पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं को ही भुगतना होगा । रविवार को अपने एकदिवसीय तूफानी दौरे और एनसीआर प्रवास के दौरान कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने नखरोला गांव की निवासी यूपीएससी में 185 बार रैंक प्राप्त करने वाली निशा यादव को विशेष रुप से सम्मानित करते हुए भारतीय संविधान की पुस्तिका और पार्लियामेंट का पेन भी उपहार में भेंट किया। इसी मौके पर सबसे बड़े गांव बोहड़ा कला में शहीद ऋषि पाल सिंह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि भी दी । एमसीजी ऑफिस पर आयोजित धरना-प्रदर्शन में पहुंचे और धरने में शामिल होकर सफाई कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया। सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांगों के विषय में उन्हें बताया कि 15 जून 2021 के बाद नगर निगम गुड़गांव में नये सफाई टेंडर के बाद हटाये गये सफाई कर्मचारियों को वापिस लिया जाए। 24 मई 2018 से 1 सितम्बर 2019 तक के सफाई कर्मचारियों को उपस्थिति के आधार पर निगम पेरोल पर रखा जाए और उन्हें ज्वाईनिंग लेटर दिया जाए। कच्चे सफाई कर्मचारियों को ईएसआई कार्ड दिये जाएं तथा पुराने भविष्य निधि राशि को जमा करने की लिखित सूचना दी जाए। सफाई कर्मचारियों ने कहा कि टेंडर के नियम और शर्तों के अनुसार सभी उपकरण और अन्य सामग्री दी जाए। कर्मचारियों ने यह भी मांग करी कि 2014 से पेरोल पर कार्यरत कर्मचारियों को पक्का किया जाए और वरिष्ठता के आधार पर प्रोन्नति दी जाए। इसके अलावा उनकी मांग थी कि कोरोना काल में ठेकेदार द्वारा हटाये गये सफाई कर्मचारियों को नये टेंडर में नौकरी पर रखा जाए और सभी को नगर निगम द्वारा जारी पहचान पत्र दिया जाए। इन सभी मांगों को सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने जायज बताया और पूरा करने की मांग की। जेजेपी को लगा जोर का झटका कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के रविवार को एक दिवसीय एनसीआर में आगमन के मौके पर विशेष रुप से जननायक जनता पार्टी को जोर का झटका लगा है करीब एक दर्जन अलग-अलग स्थानों पर ग्रामीण आयोजनों के मौके पर जननायक जनता पार्टी के अनेक कार्यकर्ताओं और समर्थकों के द्वारा कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की घोषणा की गई कांग्रेस में शामिल होने वालों में विभिन्न गांवों के सरपंचों और उनके समर्थकों के साथ साथ अनेक ऐसे स्थानीय नेता भी शामिल रहे हैं जिनका अपना एक अलग ही जनाधार बना हुआ है जिस प्रकार से रविवार को जननायक जनता पार्टी को छोड़ने एक प्रकार से जननायक जनता पार्टी के समर्थकों और कार्यकर्ताओं में होड़ देखी गई उसे देखते हुए आने वाले समय में जननायक जनता पार्टी को और भी झटके लगने से इनकार नहीं किया जा सकता है Post navigation रविवार को जिला में 04 नागरिक कोरोना को हराकर स्वस्थ हुए जितना धैर्य होगा , उतना ही बेहतर निर्णय लेंगे: बी.के. बृजमोहन