इनेलो की जींद रैली में नहीं बन पाया तीसरा मोर्चा, चौटाला को सुनने उमड़ी भीड़, बीरेन्द्र सिंह ने रैली में पहुंच कर सभी को चौंकाया, वक्ताओं के निशाने पर रही भाजपा, किसानों को आंदोलन में जीत का दिलाया भरोसा ईश्वर धामु भिवानी। ताऊ देवीलाल की 108वीं जयंती पर इनेलो द्वारा जींद में आयोजित सम्मान रैली में पूर्व प्रचारित तीसरे राजनैतिक मोर्चा के गठन की घोषणा नहीं हो पाई। किसी भी वक्ता ने इस बारे अपने भाषण में जिकर तक नहीं किया। रैली में तीन कृषि कानूनों का मुद्दा छाया रहा। सभी वक्ताओं ने किसानों को ही आगे रखा। रैली में जंहा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री एवं चौटाला परिवार के मित्र प्रकाश सिंह बादल सम्मानित अतिथि रहे। बड़ी उमर के बाद भी बड़े बादल के हौंसले में कोई कमी नहीं थी। इनके अलावा जेएंडके के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुला, केसी त्यागी, पूर्व सांसद जगमीत सिंह बराड़ रैली में मौजूद रहे। परन्तु भाजपा सरकार में केंद्र में मंत्री रहे चौधरी बीरेन्द्र सिंह डुमरखा ने रैली में पहुंच कर सभी को चौंका दिया। इतना ही नहीं उन्होने तो यहां तक कह दिया कि चौटाला साहब आगे जब भी बुलायेंगे तो वें जरूर आयेंगे। लेकिन बिना बुलाए बिलकुल नहीं आयेंगे। रैली में सभी वक्ताओं ने भाजपा को निशाने पर रखा। भाजपा पर समाज और देश को बांटने का आरोप लगाया तो भाजपा को किसान विरोधी भी कह डाला। कहा गया कि अभी तक देश में चार बड़े किसान आंदेालन हुए हैं, इन सभी में किसानों की जीत हुई है। आंदोलनकारी किसानों को हौंसला देते हुए वक्ताओं ने कहा कि इस पांचवे आंदोलन में भी किसानों की जीत होगी। दस साल से अधिक समय तक जेल में गुजारने के बाद इनेलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला की यी पहली बड़ी रैली थी। भीड़ की संख्या के हिसाब से जींद रैली सफल रैली रही। चौटाला को सुनने के लिए लोग उमड़ पड़े थे। रैली में महिलाओं की संख्या भी उल्लेखनीय रही। उमर से आगे निकल कर ओम प्रकाश चौटाला ने खड़े होकर भाषण दिया। इस बार उनका भाषण सधा हुआ था। उन्होने अपना भाषण किसानों, कांग्रेस और भाजपा पर केंद्रित रखा। इतना ही नहीं उन्होने अपने चिरपरिचित अंदाज में भीड़ को यह विश्वास दिलाने का प्रयास किया कि आने वाली सरकार इनेलो की होगी। उन्होने तो पूरे जोश से यह भी कह डाला कि ऐलनाबाद का उपचुनाव करवाने में सरकार पिछे हट रही है। क्योकि इस उपचुनाव में सरकार का प्रत्याशी हारेगा और इसके बाद भाजपा की गठबंधन सरकार में भगदड़ मच जायेगी। उन्होने तो इनेलो का आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी का मिनी-घोषणा पत्र भी जारी कर डाला। उन्होने दोहराया कि उनकी सरकार आने पर हर शिक्षित युवक को रोजगार दिया जायेगा, इसके लिए चाहे उनको फांसी ही क्यों न लगा दी जाएं? उन्होने कर्जा माफी, व्यापार बढ़ाने और जनमानस का जीवन स्तर सुधारने का वायदा किया। उन्होने कह दिया कि जब हर हाथ को काम मिलेगा तो प्रदेश खुशहाल होगा। लेकिन सरकार लाने के लिए उन्होने रैली में उपस्थित भीड़ को पार्टी का संगठन मजबूत करने का मंत्र दिया। रैली में यह भी स्पष्ट हो गया कि अब इनेलो पार्टी छोड़ कर जाने वाले नेताओं को मना कर घर वापिसी करवायेगी। इस रैली ने इनेलो कार्यकर्ताओं में नया जोशभर दिया। अब यह जोश राजनीति में क्या गुल खिलायेगा, यह ऐलनाबाद का उपचुनाव का परिणाम बतायेगा। Post navigation अब भिवानी बोर्ड जाने की नहीं जरूरत, ऑनलाइन मिलेगी गुम हुई मार्कशीट व माइग्रेशन सर्टिफिकेट हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने हजारो छात्रो को दी राहत