दो अलग-अलग कार्यक्रमों में हरियाणा के दो वरिष्ठ भाजपा नेताओं राव इंद्रजीत सिंह व चौधरी बिरेंदर सिंह ने काले कृषि कानों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों से वार्ता करने की पहल करने की वकालत की है1 रेवाड़ी ,26 सितंबर 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया भारी वर्षा, पानी भराव से प्रदेश के कई स्थानों पर खरीफ फसले बाजरा व धान में भारी नुकसान हुआ है1 किसानों ने फसल काट ली और फसल बाजार में भी आने लगी पर भाजपा खट्टर सरकार ने जानबूझकर समय पर फसल नुकसान की विशेष गिरदावरी न करवाकर सुनियोजित ढंग से किसानों को फसल खराबे मुआवजे से वंचित कर दिया1 विद्रोही ने सवाल किया जब दक्षिणी हरियाणा में खरीफ फसल बाजरे की अधिकांश फसल कट चुकी, फिर भाजपा-खट्टर सरकार की विशेष गिरदावरी करवाकर कथित मुआवजा देने की बात की नौटंकी करने का औचित्य ही क्या है? बारिश व जलभराव से जब बाजरा फसल खराब हो रही थी तब विशेष गिरदावरी सरकार को करवानी चाहिए थी1 तब तो समय पर विशेष गिरदावरी नहीं कर्रवाई1 और जब अधिकांश बाजरे की फसल कट गई तो विशेष गिरदावरी की नौटंकी समझ से परे है1 विद्रोही ने कहा कि रेवाड़ी जिले के पाली गांव में स्वयं उनके परिवार की बाजरा खेती भारी वर्षा से बुरी तरह प्रभावित हुई और खेतों में नाम मात्र का बाजरा उत्पादन हुआ1 हमारा बाजरा कटकर निकल चुका1 अब ऐसी स्थिति में सरकार विशेष गिरदावरी करवाएं या नहीं करवाए फर्क क्या पड़ता है? यही स्थिति व कहानी सभी गांवों के किसानों की है1 समय पर विशेष गिरदावरी न होने से खरीफ फसल खराबे का मुआवजा तो किसानों को नहीं मिलने वाला1 वास्तव में हरियाणा भाजपा-संघी सरकार मानसिक रूप से किसान विरोधी है1 और वह केवल किसान हितेषी होने का ढोंग करती है1 जमीन पर किसान को लाभ नहीं मिले इसके लिए सत्ता दुरुपयोग करके तिकड़मे करके उसके वाजिब हक को मार जाती है1 यह हालत तो तब है जब दक्षिणी हरियाणा के किसान भाजपा सरकार के अंधभक्त बन कर उसे समर्थन दे रहे हैं1 ऐसा करके यहां के किसान स्वयं अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं1 और यहां के निर्वाचित भाजपा नेता, जनप्रतिनिधि किसानों को भावनात्मक रूप से ठगकर अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं1 विद्रोही ने कहा अभी हाल ही में दो अलग-अलग कार्यक्रमों में हरियाणा के दो वरिष्ठ भाजपा नेताओं राव इंद्रजीत सिंह व चौधरी बिरेंदर सिंह ने काले कृषि कानों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों से वार्ता करने की पहल करने की वकालत की है1 यदि उक्त दोनों नेता किसान हितों के प्रति ईमानदार, सच्चे-सुच्चे है तो 27 सितंबर के भारत बंद को सफल बनाने में अपना योगदान दें1 विद्रोही ने विशेषकर राव इंद्रजीत सिंह से कहा कि वे अपने समर्थकों से सक्रियता से दक्षिणी हरियाणा में भारत बंद को सफल बनवाकर किसान हित की अपनी कथनी और करनी को एक करें1 Post navigation रेवाड़ी के अरावली क्षेत्र में वन एवं वन्यजीव विभाग द्वारा हरियाणा का पहला तितली सर्वेक्षण किया जाएगा किसान आंदोलन में 700 से ज्यादा कुर्बानी देने के बाद भी सहानुभूति के दो शब्द भी नही प्रधानमंत्री द्वारा : विद्रोही