“हर मर्ज का इलाज नहीं दवा खाने में, कुछ दर्द मिट जाते हैं मुस्कराने में” गुरुग्राम। जीवन के अंतिम पड़ाव में अपने चेहरे की मुस्कुराहट खो चुके वयोवृद्ध लोगों को जाने माने समाजसेवी और हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट के उपाध्यक्ष बोधराज सीकरी ने खुश रहने का ऐसा मंत्र दिया जिसे सुनकर उनके चेहरे पर छाए उदासी के बादल छंट गए। गुरुग्राम सैक्टर 4 स्थित कम्युनिटी सेंटर में वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब द्वारा शाखा के प्रधान व फोरबा के चेयरमैन धर्मसागर की अध्यक्षता में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत संस्था की वरिष्ठ पदाधिकारी व अधिवक्ता पूनम भटनागर ने गायत्री मंत्र से की कार्यक्रम में गुडग़ांव के विधायक सुधीर सिंगला ने शीर्षक वरिष्ठजन कदमों की धूल नहीं माथे की शान हैं की सराहना करते हुए कहा कि वास्तव में वरिष्ठजन हमारे आदरणीय हैं और माथे की शान हैं। उन्होंने यूनान देश के जाने माने विचारक सुकरात का जिक्र करते हुए कहा कि जब वह व्यक्ति भारत में आकर किसी परिचित से पूछता है कि तुम कैसे और क्या करते हो। यह पूछे जाने पर उनके परिचित ने जबाव दिया हम संतुष्ट हैं और किसी से कोई अपेक्षा नहीं करते। जो मिलता है खा लेते हैं, व्यापार बच्चे संभालते हैं, घर बहुएं संभालती हैं। हम पोते-पोतियों को खिलाते हैं तथा अपना ज्ञान देते हैं। जब कभी हमारे बच्चों को हमसे सलाह की जरुरत पड़ती है तो हम उन्हें अपने अनुभव के आधार पर सलाह देते हैं। कार्यक्रम में श्री बोधराज सीकरी ने कहा कि हमारी ख्वाहिश है कि हर बुजुर्ग के हाथ में मोबाइल और चेहरे पर स्माइल होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि यह विख्यात क्लब बुजुर्ग लोगों की आर्थिक, सामाजिक, स्वास्थ्य और मनोवैज्ञानिक रुप से सहायता करता है। हर महीने की 6 तारीख को जरुरमंद लोगों को उनकी जरूरत के हिसाब से एक हजार से लेकर 5 हजार रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है। कोरोना जैसी महामारी के समय भी बहुत सी समाजसेवी संस्था और देश विदेश के लोग इस वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब से जुड़े और कारवां को तेजी से आगे बढ़ाया। श्री सीकरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिन पर दी गई बधाई की व्याख्या करते हुए कहा कि ऋषि रिसर्च करता है मुनि मनन करता है, साधु साधना करता और तपस्वी तपस्या करता है। इन सबके मिश्रण से जो महान तत्व निकल कर आता है उसे नरेंद्र मोदी कहा जाता है। उन्होंने आगे कहा कि “तन से तो कोई प्राणी सुर असुर न माना जाता है, आचरण से देवता और निशचर पहचाना जाता है”। श्री सीकरी ने उपस्थित वयोवृद्ध लोगों द्वारा गीत-संगीत की प्रस्तुति की प्रसंशा की। इस कार्यक्रम में विधायक सुधीर सिंगला बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री बोधराज सीकरी द्वारा की गई। जबकि अन्य अतिथियों के रूप में धर्म सागर प्रधान, आरडी क्वात्रा, पूनम भटनागर, यदुवंश चुग इत्यादि मंच पर मौजूद थे । Post navigation उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू रविवार को करेंगे गुरूग्राम का दौरा, दो कार्यक्रमों में लेंगे हिस्सा। सरहौल में हुआ 42 यूनिट रक्तदान