प्रो. विधु रावल – प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा हरियाणा।

मोदी जी के विदेशी दौरों पर असँख्य विदेशी और प्रवासी भारतीय जब “मोदी-मोदी” चिल्लाते हैं तो अन्य लोगों को भले तब ‘मोदी-मोदी’ सुनाई दे, लेकिन न जाने क्यों मुझे उस ध्वनि में “भारत-भारत” की गूंज सुनाई देती है।करोड़ो राष्ट्रभक्त भारतीय यह गूंज पूरे विश्व में बार-बार सुनना चाहते हैं। चाहे कुछ भी हो जाए भारत-भारत की उस महान ध्वनि की प्रबलता कम नही होनी चाहिए।

मोदी जी अपनी रैलियों के उद्बोधनों में सबका हाथ उठवा कर जब ‘वन्दे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ बुलवाते हैं, तब मन बड़ा खुश होता है। सुकून मिलता है कि चलो कोई तो आया जो जनता से अपने पूर्वजों की जयकार नहीं करा रहा, बल्कि राष्ट्र की जयकार करा रहा है। जनता जब किसी की जिन्दाबाद के नारे लगाती है तो केवल चंद लोगों के पूर्वजों की जयकार होती है। पर वही जनता जब भारत माता की जय बोलती है तब उसमें देश के सबसे दरिद्र व्यक्ति के भी सभी पितरों की जयकार होती है। यह जयकार कभी नहीं रुकनी चाहिए। चाहे कुछ भी हो जाए लेकिन भारत माता के सम्मान में हाथ उठाने की यह परम्परा अब खत्म नहीं होनी चाहिए।

1947 में धार्मिक आधार पर हुए बंटवारे में जिन लोगों को रातों-रात भारत से अलग कर दिया गया था, वैसे असँख्य लोग कुछ लापरवाह राजनीतिज्ञों के कारण अब तक शत्रु-भूमि में अत्याचार सह रहे हैं। मोदी जी ने सीएए कानून बनाकर सत्तर वर्षों बाद उनकी आँखों में चमक लौटाई है। चाहे कुछ भी हो जाए लेकिन यह चमक अब फीकी नही पड़नी चाहिए।

विभाजित भारत को मिली आजादी के बाद भी भारत ने पाक अधिकृत कश्मीर और अक्साई चीन को यूँ ही हाथ से निकलते देखा है और संसद भवन में एक निर्लज्ज व्यक्तव्य भी सुना कि “जाने दो! वहाँ घास का एक तिनका तक नही उपजता।” मोदी जी ने धारा 370 को तोड़ कर देश को विश्वास दिलाया है कि अब देश की एक इंच भूमि भी शत्रुओं के हाथ नहीं जाएगी। चाहे कुछ भी हो जाए भारत का वह विश्वास अब कभी खत्म नहीं होना चाहिए।

शोषणकारी सरकारी नीतियों और साहूकारों के ब्याज़ के हथोड़ो के क्रूर प्रहारों के कारण स्वतंत्र भारत के 30 लाख से भी अधिक किसान आत्महत्याओं को मजबूर हुए हैं। मोदी जी ने ऐतिहासिक कृषि सुधार कानून बनाकर किसानों की समृद्धि की नई प्रचीर लिख दी। किसान-विरोधी आन्दोलनजीवी और शोषणकारी दलाल आज बहुत परेशान है, वे चाहते हैं कि किसी भी कीमत पर यह कानून रद्द हो जायें। लेकिन आन्दोलनजीवी चाहे कितने भी षड्यंत्र और प्रपंच रचे जाएं, दशकों बाद देश के अन्नदाता की खुली इस किस्मत पर ताला नही लगना चाहिए।

मोदी जी इस देश के असँख्य लोगों की आशाओं के प्रतिबिंब है। देश के अनगिनत लोगों की अंतिम उम्मीद का नाम नरेंद्र मोदी है।

भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री, जन-जन की आकांक्षाओं के प्रतीक, अपने अद्भुत परिश्रम और कार्यकुशलता के बल पर भारत को प्रगति पथ पर अग्रसर करने वाले आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी का आज जन्मदिन है। जीवन के 71 उत्कृष्ट वर्ष पूरे करने पर प्रधानमंत्री मोदी जी को अनंत शुभकामनाएं।

पिछले 7 वर्षों से प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए पीएम मोदी ने करोड़ों देशवासियों के कष्टों को दूर किया है। देश पर आए विभिन्न संकटों से देश की सुरक्षा की है। देश को कई वर्षों से खोखला कर रहे दीमकों को कीटनाशक छिड़ककर बाहर निकाला है। राष्ट्रवाद और हिंदुत्व से कट चुके करोड़ों देशवासियों को राष्ट्रवाद और हिंदुत्व से पुनः जोड़ा है। भारत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। विश्व में भारत के मान सम्मान और महत्व को बढ़ाया है। मां भारती पर आंख उठाने वाले दुश्मनों को उसी भाषा में जवाब दिया है। हताश निराश भारत में आशा की नई किरण जगाई है। नया भारत, आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लेकर भारत को विश्व गुरु बनाने के मार्ग पर निरंतर आगे बढ़ रहे है। भारत की तमाम समस्याओं को दूर किया है और कर रहे है। मोदी जी के नेतृत्व में भारत चुनौतियों का डटकर सामना कर रहा है। ईश्वर से प्रार्थना है कि मोदी जी यूं ही देशवासियों के सभी कष्टों और देश के सभी संकटों को दूर करते रहें! उनके उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घ जीवन की कामना है।

[ लेखक कानून, इंजिनीरिंग एवं मैनेजमेंट विषयों में शिक्षित हैं और हरियाणा भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हैं। ]

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