7 जुलाई को बावल में घोषित मनेठी एम्स का निर्माण कार्य छह साल बाद भी शुरू नही हुआ। वहीं 2015 में ही घोषित रेवाड़ी ब्यायज कालेज भवन निर्माण के लिए छह साल बाद भी जमीन आवंटित नही हो पाई है। सैनिक स्कूल गोठडा पाली भवन व भक्त फूलसिंह महिला विश्वविद्यालय खानपुर के कृष्ण नगर-कोसली रीजनल सैंटर का भवन निर्माण भी विगत सात सालों से पूरा नही हो पाया है। रक्षा विश्वविद्यालय बिनौला बनेगा भी या नही, कोई नही जानता : विद्रोही 13 सितम्बर 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि वर्ष 2015 में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर द्वारा रेवाडी ब्यायज कालेज के लिए आवंटित 5.32 एकड़ जमीन आवंटन आदेश हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा वापिस लेकर इस जमीन के टुकडों को निजी शिक्षण संस्थानों को नीलाम करने से फिर साबित हो गया है कि हरियाणा भाजपा खट्टर सरकार दक्षिणी हरियाणा के साथ विकास कार्यो में ना केवल सौतेला व्यवहार कर रही है अपितु उनकी मंशा इस क्षेत्र का विकास करने कीे है ही नही। विद्रोही ने कहा कि 7 जुलाई को बावल में घोषित मनेठी एम्स का निर्माण कार्य छह साल बाद भी शुरू नही हुआ। वहीं 2015 में ही घोषित रेवाड़ी ब्यायज कालेज भवन निर्माण के लिए छह साल बाद भी जमीन आवंटित नही हो पाई है। सैनिक स्कूल गोठडा पाली भवन व भक्त फूलसिंह महिला विश्वविद्यालय खानपुर के कृष्ण नगर-कोसली रीजनल सैंटर का भवन निर्माण भी विगत सात सालों से पूरा नही हो पाया है। रक्षा विश्वविद्यालय बिनौला बनेगा भी या नही, कोई नही जानता। विद्रोही ने कहा कि रेवाडी जिले व दक्षिणी हरियाणा से सम्बन्धित सभी शिक्षा परियोजनाओं की यही स्थिति है। कांग्रेस सरकार द्वारा घोषित पटीकरा-नारनौल के आयुर्वेदिक कालेज भवन निर्माण चार साल पूरा होने पर भी विगत चार सालों से बीएएमएस कक्षाएं तक शुरू नही हो सकी। रेवाडी जिले के 9 सरकारी कालेजों में केवल दो में ही स्थाई प्रिंसीपल है। सरकारी कालेज में पढ़ाने को न प्राध्यापक है और न ही शिक्षा का आधारभूत ढांचा जो बताता है कि खट्टर सरकार अहीरवाल में शिक्षा विस्तार व शिक्षा ढांचे की मजबूती के लिए कितनी गंभीर है। विद्रोही ने हरियाणा भाजपा-खट्टर सरकार व यहां के निर्वाचित भाजपा जनप्रतिनिधियों को चुनौती दी कि वेे अहीरवाल के एक भी सरकारी कालेज व अन्य शिक्षा संस्था का नाम बता दे, जिसकी खट्टर सरकार ने विगत सात सालों में घोषणा की हो और उसके भवन निर्माण सहित शिक्षा आधारभूत ढांचा भी खड़ा किया हो। दक्षिणी हरियाणा में तो मुख्यमंत्री खट्टर की घोषित कोई भी परियोजना पूरी नही हुई और इस क्षेत्र के लिए वे मात्र घोषणा मंत्री ही साबित हुए है। मुख्यमंत्री की करनी और कथनी में दिन-रात का अंतर है। इसी तरह 5 सितम्बर को मुख्यमंत्री शिक्षक दिवस पर आईजीयू रेवाड़ी में आये थे, तब भी मैंने सार्वजनिक मांग की थी कि कम से कम शिक्षक दिवस पर रेवाडी आगमन पर इस जिले की आधी-अधूरी पड़ी शिक्षा परियोजनाओं को एक निश्चित समय-अवधि में पूरा करे जिनमें मैंने रेवाड़ी ब्यायज कालेज के भवन निर्माण की भी मांग की थी। लेकिन शिक्षक दिवस पर रेवाड़ी में मुख्यमंत्री खट्टर ने इस जिले की अधूरी पड़ी या शुरू तक नही की गई घोषित परियोजनाओं पर एक शब्द भी नही बोला और जुमलेबाजी करके चलते बने। विद्रोही ने कहा कि मुख्यमंत्री से शिक्षा परियोजनाओं को तो पूरा करने का आश्वासन तो नही दिया पर उल्टा अपने रेवाडी दौरे केे छह दिन बाद रेवाडी ब्यायज कालेज के लिए आवंटित 5.32 एकड जमीन हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण से आवंटन रद्द करवाने का तोहफा अवश्य दे दिया। ऐसी स्थिति में दक्षिणी हरियाणा के लोग खुद ही अनुमान लगा ले कि भाजपा खट्टर सरकार व यहां से भाजपा के निर्वाचित सांसद-विधायक लोगों द्वारा भाजपा को एकतरफा जनसमर्थन देने के लिए दक्षिणी हरियाणा की जनता को ईनाम दे रहे है? Post navigation पूर्व मुख्यमंत्रीे चौटाला के दावों का कोई महत्व नही, 86 साल की आयु के बाद भी असत्य ! विद्रोही गृहमंत्री विज का किसान आंदोलन को गदर कहना, किसान विरोधी फासिस्ट संघी मानसिकता : विद्रोही